झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जैसे ही कोरोना महामारी खत्म हुई देश में ईडी और सीबीआई नाम की महामारी शुरू हो गई. ये भी झारखंड में घूम रही है. रांची के खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में माध्यमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपने के कार्यक्रम में केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि 2019 में जैसे ही हमारी सरकार बनी, कोरोना महामारी आ गई. अगले 2 साल तक पूरा देश महामारी की चपेट में रहा. जब कोरोना महामारी थमी तो देश में ईडी और सीबीआई नाम की महामारी फैल गई. इन दिनों यह महामारी झारखंड में घूम रही है. उन्होंने कहा कि गैर-बीजेपी शासित राज्यों की सरकारों को हरसंभव तरीके से परेशान करने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि हमारा झारखंड राज्य हर प्रकार के खनिज संपदा से परिपूर्ण है, बावजूद इसके हमारी गिनती पिछड़े राज्यों की श्रेणी में आती है. हमें इसे बदलना होगा.
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जबकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाईयों को लेकर केंद्र सरकार पर तंज किया हो. इससे पहले भी कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री केंद्रीय एजेंसियों जैसे की ईडी और सीबीआई के जरिए गैर-बीजेपी शासित राज्यों की सरकारों को परेशान करने का आरोप लगा चुके हैं. चाईबासा सहित कई जिलों में खतियानी जोहार यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब बीजेपी आमने-सामने की लड़ाई में हार जाती है तो पिछले दरवाजे की राजनीति करती है. केंद्रीय एजेंसियों का डर दिखाती है. बता दें कि साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ रुपये के पत्थर खनन घोटाले में ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से 11 नवंबर 2022 को पूछताछ की थी. मुख्यमंत्री से 17 नवंबर 2022 को ईडी ने 9 घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ की थी. इससे एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता कर केंद्र सरकार पर हमला बोला था.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने झारखंड में पिछड़ेपन के लिए पूर्ववर्ती रघुवर सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि झारखंड को अब मजदूरों के राज्य के रूप में नहीं जाना जाएगा.