मेरा नाम लेकर राजनीति ना करें अनुभा-कंकर मुंजारे, परसवाड़ा के ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को मुआवजा का हक दिलाने रैली एवं सभा आज, शिवराज की तरह कमलनाथ भी बन गये घोषणावीर

बालाघाट. पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने क्रांतिकारी जनता पार्टी से अलग होकर कांग्रेस में शामिल श्रीमती अनुभा मुंजारे को नसीहत दी है कि वह मुझे अपना नेता बताना बंद करें और मैं उनका नेता नहीं हुॅं, जहां है, वहां की बात करें और मेरे नाम से राजनीति ना करें. एक बार फिर उन्होंने कांग्रेस में जाने के सवाल पर सीधे तौर से इंकार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा भाजपा के साथ मिलकर उन्हें धोखा दिया है, इस बार हमें परसवाड़ा की जनता पर पूरा विश्वास है कि वह हमें निर्दलीय विधानसभा भेजेगी.

पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने मार्च में हुई ओलावृष्टि से प्रभावित परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के ग्रामो में प्रभावित किसानों को सरकार की केबिनेट अनुसार मुआवजा नहीं दिये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि या तो मुख्यमंत्री की केबिनेट में प्रति हेक्टेयर 32 हजार रूपये का मुआवजा का ऐलान गलत है या फिर किसानों को मिलने वाले मुआवजा में बंदरबांट कर किसानों को कम मुआवजा दिया गया है. जिसको लेकर वह ना केवल लोकायुक्त और माननीय न्यायालय की शरण लेंगे बल्कि क्षेत्र के प्रभावित कई ग्रामों के किसानों को मुआवजा का पूरा हक दिलाने के लिए 11 जून को चांगोटोला में रैली और आमसभा की जायेगी. उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि प्रभावितो को उनके नुकसान का वाजिब मुआवजा मिले, इसके लिए ना तो क्षेत्रीय विधायक एवं राज्यमंत्री ने गंभीरता दिखाई बल्कि प्रशासन भी गंभीर नहीं है. जिससे प्रभावित किसानों को खरीफ के सीजन में फसल लगाने में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

उन्होंने बताया कि आज रविवार 11 जून को परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम चांगोटोला महावीर चौक में किसान रैली कर किसान सभा की जायेगी. इससे पूर्व चांगोटोला से मऊ तक किसान रैली निकाली जायेगी. जिसके बाद किसानों को मुआवजा देने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा जायेगा. बावजूद इसके मांग पूरी नहीं होती है तो सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जायेगा.

उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से परसवाड़ा क्षेत्र के दो दर्जन से ज्यादा ग्रामो के खेतो में किसानों द्वारा लगाई गई फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाने के बावजूद दो माह से ज्यादा का समय व्यतित हो चुका है लेकिन उन्हंे उनकी फसल नुकसानी का पूरा मुआवजा नहीं मिला है. जिससे साफ है कि उनका पूरा सर्र्वे नहीं किया गया. प्रशासनिक अधिकारी ऑफिस से नहीं निकले और पटवारी ने घर बैठे सर्वे कर लिया. जिसके कारण एक एकड़ किसान और 5 एकड़ एवं इससे ज्यादा किसानों को एकजैसा मुआवजा मिला है, जो अपर्याप्त है.  

पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की आय दुगुनी का दावा करते हुए एमएसपी बढ़ाये पर कहा कि किसानों की आय दोगुनी नहीं बल्कि सिंगल रह गई है. जितने में डीएपी आता है, उससे कम समर्थन मूल्य है. सरकार को चाहिये था कि वह धान का समर्थन मूल्य चार हजार रूपये करती. सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन वर्तमान समय में किसानों की आय दुगनी होने के बजाय सिंगल भी नहीं रही.  

उन्होंने किसानों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को घोषणावीर बताते हुए कहा कि दोनो ही किसानों को छलने का काम कर रहे है. मंदसौर गोलीकांड में हो-हल्ला मचाने वाली कांग्रेस ने सरकार में आने के बाद भी इस मामले में कोई कार्यवाही  नहीं की और अब उन्हें श्रद्वाजंलि दे रहे है.  


Web Title : DONT DO POLITICS BY TAKING MY NAME, ANUBHA KANKAR MUNJARE, RALLY AND MEETING TO GET COMPENSATION FOR HAILSTORM AFFECTED FARMERS OF PARASWARA TODAY, LIKE SHIVRAJ, KAMAL NATH ALSO BECAME A MANIFESTO.