रक्तदान से मिलता है किसी को जीवनदान, युवा समर्थन रक्तदान वेलफेयर कर चुका है हजारों लोगों को रक्तदान

बालाघाट. वैश्विक स्तर पर समय पर खून न मिल पाने के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. भारत में भी रक्त की कमी का मामला एक गंभीर विषय रहा है. मीडिया की मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार भारत को हर साल 15 मिलियन यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है, लेकिन केवल 11 मिलियन यूनिट ही एकत्र हो पाता है.

विशेषज्ञों ने चेताया है कि गुणवत्तापूर्ण रक्त की अनुपलब्धता के कारण भारत में प्रतिदिन हजारों की मृत्यु का खतरा रहता है, इस जोखिम को देखते हुए समय-समय पर लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक किया जाता रहता है. रक्तदान न सिर्फ किसी व्यक्ति की जान बचा सकता है साथ ही इसका रक्तदाता के शरीर पर भी विशेष प्रभाव होता है. अध्ययनों में पाया गया है कि नियमित रक्तदान करना शरीर के लिए लाभकारी हो सकता है.   बालाघाट में रक्तदाताओं की कमी नहीं है, विभिन्न संस्थाओं और संगठनों के माध्यम से रक्तदान किया जाता रहा है, बावजूद शासकीय चिकित्सालय के ब्लड बैंक अनुसार, आवश्यकता के अनुरूप उपलब्धता कम होती है, जिससे अक्सर रक्त की आवश्यकता के लिए मरीजों को भटकना पड़ता है.  

जिले के युवाओं का ग्रुप युवा समर्थन रक्तदान वेलफेयर सोसायटी, रक्त के जरूरतमंदों के लिए एक नई आस बनकर विगत 11 सालों से कार्य कर रही है और अब तक सोसायटी, 10 हजार लोगों को रक्तदान कर चुकी है. वहीं 10 ऐसे बच्चे जो सिकलसेल और थैलेसिमिया से पीड़ित है, उन्हें रक्त मुहैया करवाते आ रही है. युवा गौतम ब्रम्हंे की मानें तो जिले की सभी विधानसभा के 30 से 40 हजार युवा हमसे जुड़े है, जो कभी भी पीड़ित मानवता के सेवार्थ रक्तदान करते है. 14 जून को शासकीय जिल चिकित्सालय में एबी पॉजिटिव ब्लड नहीं होने पर संस्था से जुड़े एक युवा ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर रक्तदान किया. उन्होंने बताया कि यह संस्था 2012 से अनवरत रूप से रक्त के जरूरतमंदों को रक्तदान करते आ रही है.

जानकार कहते है कि रक्तदान करने की आदत आपको कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों के खतरे से बचा सकती है. इसके अलावा सबसे आवश्यक बात, रक्तदान को लेकर चली आ रही अफवाहों के बारे में विशेषज्ञ स्पष्ट करते हैं कि इससे बिल्कुल कमजोरी नहीं आती है. रक्तदान पूरी तरह से सुरक्षित है. नियमित रूप से रक्तदान करने वाले लोगों में अन्य लोगों की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का खतरा कम होता है. ब्लड प्रेशर की समस्या न होने से हृदय रोग से संबंधित जोखिमों का खतरा भी कम होता है. इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम करने करता है. शोधकर्ताओं ने पाया ब्लड डोनेशन से वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है. कुछ शोध में पाया गया कि रक्तदान करने से कैलोरी बर्न किया जा सकता है जिससे वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है. नियमित रक्तदान की आदत कई प्रकार से लाभकारी हो सकती है जिसके कारण वजन बढ़ने का खतरा कम होता है.


Web Title : BLOOD DONATION GIVES LIFE TO SOMEONE, YOUTH SUPPORT BLOOD DONATION WELFARE HAS DONATED BLOOD TO THOUSANDS OF PEOPLE