मोती तालाब में जहरीली दवा डालने से हो रही मछलियों की मौत, पूर्व सांसद ने किया मोती तालाब का निरीक्षण, नपा प्रबंधन पर लगाये आरोप

बालाघाट. नगर के मोती तालाब में जहरीली दवा डाले जाने से यहां पल रही मछलियों की रोजाना ही मौत हो रही है अब तक दर्जनों किलो मछलियां मर चुकी है, यही नहीं बल्कि कुछ दिनों से तालाब में जहरीली दवा डाले जाने से मर रही मछलियों को उठाये नहीं जाने से यहां प्रातः और शाम सैर करने वालों लोगों को मरी मछलियों की बदबू का सामना करना पड़ रहा है, जिससे मानव जीवन को भी खतरा पैदा हो रहा है. यही नहीं बल्कि इसके पास स्थित कॉलोनीवासियों का तालाब और मरी मछलियों की बदबू के कारण परेशानियों का जीवनयापन करना पड़ रहा है. जिसकी जानकारी के बाद सोमवार को पूर्व सांसद कंकर मंुजारे ने अपने कार्यकर्ताओं का साथ तालाब का चारों तरफ से निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होने बताया कि जहरीली दवा को तालाब के पानी में डाला गया है जिससे यहां की छोटी-बड़ी सैकड़ो मछलियां मर रही है. जिसे बाहर भी नही निकाला जा रहा है. श्री मंुजारे ने कहा कि मछलियों के मरे आज 5-6 दिन हो चूकी है, लेकिन नपा प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नही है. उन्होंने नपा प्रशासक और सीएमओ पर आरोप लगाते हुये कहा कि प्रशासक और सीएमओ की लापरवाही की वजह से तालाब में मछलियां मारी गई है. अगर तालाब में दवा नही डाली जाती तो मछलियां नही मरती. इससे मछुवारों को भी लाखो रूपए का नुकसान हुआ है. पूर्व सांसद ने कहा कि इस पुरे मामले की जांच होनी चाहिए और जो भी अधिकारी कर्मचारी इसमें दोषी पाया जायेगा. उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जानी चाहिये. उन्होंने कहा कि यदि मोती तालाब में मछलियों की लापरवाही से मौत की जांच नहीं की जाती है तो इसके खिलाफ न केवल सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जायेगा. बल्कि इसके खिलाफ माननीय न्यायालय में भी याचिका दायर की जायेगी.


Web Title : DEATH OF FISH BY PUTTING POISONOUS DRUG IN MOTI POND, EX MP INSPECTS PEARL POND, ACCUSES NOPA MANAGEMENT