आदिवासी छात्रावास में छात्र-छात्राओं को दी जाये सुविधा, परिसंघ और सर्व आदिवासी समाज ने सौंपा ज्ञापन

बालाघाट. जिले के छात्रावासो में छात्र-छात्राओं को हो रही असुविधा और खासकर आदिवासी बालक, बालिका छात्रावास में फर्नीचर, शिक्षण, और सहित शिष्यावृति एवं छात्रवृत्ति की समस्याओं को लेकर परिसंघ, सर्व आदिवासी समाज, ओबीसी एवं अनुसूचित जाति संगठन और अल्पसंख्यक संगठन ने ज्ञापन सौंपा और छात्रावास में परीक्षा के कारण निवासरत छात्र, छात्राओं को मेस सहित अन्य समस्याओं के निराकरण की मांग की.

कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा के नाम सौंपे गये ज्ञापन में महाविद्यालयीन परीक्षा के दौरान बंद मेस को प्रारंभ किये जाने, शिष्यावृत्ति की राशि को छात्रावास अधीक्षक के खातेे में जमा न कर छात्र-छात्राओं के खाते में जमा करने, छात्राओं को सोने के लिए फर्नीचर नहीं होने से हो रही दिक्कतो को देखते हुए बिस्तर की सामग्री की राशि जारी करने और अन्य मिलने वाली सुविधायें दिये जाने की मांग की गई.

सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष भुवनसिंह कोर्राम ने बताया कि आदिवासाी छात्रावास में छात्र-छात्राओं के साथ शासन, प्रशासन अन्याय कर रहा है. छात्रावासो में फर्नीचर की कमी के कारण एकदूसरे से सटकर सोना पड़ रहा है, सत्र के अनुसार सुविधा देने की बात कही जा रही है तो फिर सत्र के अनुसार ही परीक्षायें आयोजित कराई जायें, ताकि अनावश्यक छात्र-छात्राओं को छात्रावास में रहकर परेशान न होना पड़े. वहीं दो साल पहले शिष्यावृत्ति की राशि छात्र-छात्राओं के खाते में स्थानांतरित की जाती थी लेकिन अब अधीक्षक के खाते मंे स्थानांतरित की जा रही है, जिसके बंद किया जायें. उन्होंने कहा कि सुविधायेें नहीं मिलने से ऐेन परीक्षा के समय मानसिक और शारीरिक रूप से आदिवासी छात्र-छात्राओं को परेशान होना पड़ रहा है, जो आदिवासी छात्र-छात्राओं के साथ सौतेले व्यवहार को दर्शाता है.

परिसंघ महासचिव एच. डी. भीमटे ने कहा कि पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में रहकर विधा अध्ययन करने वाले विद्यार्थियोें को परीक्षा के समय खाना बंद कर उन्हें स्वयं खाना बनाने पर मजबूर किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थी खाना बनाये, खाये की पढ़े. सुविधाओं के नाम पर आदिवासी छात्रावास में कुछ नहीं है. जिससे विद्यार्थियों को मानसिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है. आदिवासी विद्यार्थियोें के साथ हो रहे ऐसे व्यवहार को कतई परिसंघ बर्दाश्त नहीं करेगा. एक बार हम पुनः ज्ञापन के माध्यम से शासन, प्रशासन से निवेदन करने पहुंचे है कि आदिवासी छात्रावास में निवासरत विद्यार्थियों को सभी सुविधायेें दी जायें, ताकि आदिवासी विद्यार्थी भी आगे बढ़ सके.

इस दौरान सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष भुवनसिंह कोर्राम, परिसंघ अध्यक्ष एच. डी. भिमटे, हाजी शोएब खान, जुनेद अहमद खान, सम्पतसिंह उइके, महेन्द्र उइके, लक्ष्मीकांत धुर्वे सहित आदिवासी, ओबीसी, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे.


Web Title : FACILITIES TO BE PROVIDED TO STUDENTS IN TRIBAL HOSTELS, MEMORANDUM SUBMITTED BY FEDERATION AND SARVA ADIVASI SAMAJ