वैनगंगा के पोटियापाट घाट में किया गया माँ वीणावादिनी की प्रतिमा का विसर्जन

लालबर्रा. महाकौशल में प्रख्यात मां सरस्वती महोत्सव के सफलतम 28 वर्ष में महोत्सव का कार्यक्रम श्रद्धालु भक्तजनों द्वारा बड़े ही सादगीपूर्वक ढंग से पूरे 10 दिनों तक नगर के हाई स्कूल ग्राउंड में मनाया गया. जहां अंतिम दिन 1 नवंबर को ढोल नगाड़े की आवाज पर आतिशबाजी करते हुए वैनगंगा नदी के तट पोटियापाठ घाट में मां वीणा वादिनी की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. विदित हो कि स्थापना दिवस से लेकर पूरे 10 दिनों तक श्रद्धालु भक्तजनों द्वारा सुबह और शाम माता रानी की महा आरती में सम्मिलित होकर पूरे विधि-विधान से पूजन अर्चना की गई.

महोत्सव के अंतिम दिन समिति पदाधिकारियों एवं क्षेत्रीय श्रद्धालुगण की उपस्थिति में पूजन अर्चन पश्चात 1 बजे मां सरस्वती प्रतिमा विसर्जन की शोभायात्रा निकाली गई. जो बस स्टैंड होते हुए वैनगंगा नदी के पोटियापाट घाट पहुंची. जहां माँ सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन किया गया.

गौरतलब हो कि सरस्वती महोत्सव कार्यक्रम 21 अक्टूबर को स्थापना के साथ प्रारंभ हुआ था. जिसका 10 दिनों तक पूर्ण निष्ठा एवं श्रद्धा के साथ श्रद्धालुओं के द्वारा पूजन अर्चन किया गया. वहीं महाकौशल क्षेत्र में ख्याति प्राप्त मां सरस्वती महोत्सव में इस बार कोरोना कॉविड-19 महामारी के चलते धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया गया और महोत्सव बड़े ही सादगी पूर्वक ढंग से मनाया गया. वही 1 नवंबर को प्रतिमा विसर्जन के साथ महोत्सव का सफलतम समापन किया गया.   

इस दौरान समिति अध्यक्ष योगेश आश्वले, उपाध्यक्ष शुभम अग्रवाल, सचिव विजय रजक, कोषाध्यक्ष हिमांशु अर्जुनवार, हेमंत सांखला, कैलाश अग्रवाल, चंद्रविजय सांखला, मनोज शास्त्री, दिनेश खंडेलवाल, रामेश्वर बसेने, शैलेश आश्वले, दीपक तोमर, मयूर महोबे, लिंकन अग्रवाल, अनिल ब्रह्मे, मुस्कान कटारे सहित समिति के पदाधिकारियों, सदस्यों एवं क्षेत्रीय श्रद्धालु मौजूद थे.  


Web Title : IMMERSION OF STATUE OF MOTHER VEENAVADINI PERFORMED AT POTIAPAT GHAT IN VANGANGA