जेल की सलाखों के पीछे गये राशि दोगुना करने वाले करोड़पति, सुरक्षा के घेरे में आरोपियों को भेजा गया जेल, समर्थकों ने मचाया हंगामा

बालाघाट. जिले सहित पड़ोसी राज्य में बहुचर्चित राशि दोगुना करने के मामले के शेष 8 आरोपियों को बालाघाट पुलिस ने 18 मई को सुरक्षा के घेरे में न्यायालय के माननीय द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश मनोज तिवारी की अदालत में पेश किया. जहां उनकी लगी जमानत याचिका को माननीय न्यायालय ने लोक अपर लोक अभियोजक अभिजीत बापट की ली गई आपत्ति और मामले की गंभीरता को देखते हुए निरस्त कर दिया. जिसके बाद आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने और हेमराज आमाडारे को उनके साथियोें के साथ आगामी 30 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिया गया है.  

11 आरोपी से मिले थे 10 करोड़ 16 मोबाईल और तीन वाहन

गौरतलब हो कि राशि दोगुना करने के मामले में बालाघाट पुलिस ने भारी दबाव के बावजूद बड़ी कार्यवाही करते हुए गत दिनों अनिमित जमा योजना प्रतिबंद्ध अधिनियम 2019 की धारा 21(1) एवं 21(2) के तहत लांजी थाने में दो और किरनापुर थाना में एक मामला कायम कर 14 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जिसमें पुलिस ने राशि दोगुना करने के मुख्य आरोपी बोलगांव निवासी 28 वर्षीय सोमेन्द्र पिता योगेन्द्र कंकरायने, कोकना निवासी 28 वर्षीय तामेश पिता रामप्रसाद मंसुरे, 24 वर्षीय राकेश पिता रामप्रसाद मंसुरे एवं बोलगांव निवासी 23 वर्षीय प्रदीप पिता दिनेश कंकरायने, बोलेगांव निवासी 36 वर्षीय हेमराज पिता तुलसीराम आमाडारे, धनराज पिता तुलसीराम आमाडारे, कुंदन पिता सुरेश यादव, 19 वर्षीय ललित पिता खेमराज वैष्णव और 28 वर्षीय राहुल पिता राजकुमार बापुरे, 43 वर्षीय रामचंद्र पिता नानुलाल कालबेले,  किरनापुर थाना अंतर्गत किन्ही चौकी के छिंदीकुला निवासी 38 वर्षीय अजय तिड़के ब्रजलाल तिड़के, महेश पिता ब्रजलाल तिड़के, डोरली निवासी 28 वर्षीय शिवजीत पिता मायाराम चिले और किन्ही निवासी 33 वर्षीय मनोज पिता टेकलाल सोनकर के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जिनके पास से पुलिस ने 10 करोड़ रूपये, 16 मोबाईल और तीन महंगे वाहन बरामद किये थे.

न्यायालय ने सभी 11 आरोपियोे को भेजा जेल

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये सभी 11 आरोपियोे को गत दिवस 17 मई को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया था. जिसमेें लांजी थाना में दर्ज अपराध में गिरफ्तार किये गये आरोपियों की कागजी खानापूर्ति में कमी होने से पुलिस को आरोपियोें को 18 मई को न्यायालय मेें पेश करने के निर्देश दिये थे. जबकि किरनापुर थाना मामले में गिरफ्तार किये गये आरोपी अजय तिड़के, शिवजित चिले और मनोज सोनेकर को 30 मई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया गया था. 18 मई को कागजी कार्यवाही पूर्ण करने के बाद पुलिस ने इस मामले के शेष 8 आरोपियोें को न्यायालय में पेश किया. जिसमें माननीय न्यायालय ने सोमेन्द्र कंकरायने, तामेश मंसुरे, राकेश मंसुरे, प्रदीप कंकरायने, हेमराज आमाडारे, ललित वैष्णव, राहुल बापुरे और रामचंद्र कालबेले को जेल भिजवा दिया है.

राशि दोगुना करने के मामले में तीन आरोपी अभी भी फरार 

राशि दोगुना करने के मामले में अभी भी तीन आरोपी हेमराज आमाडारे के साथ काम करने वाले उसका भाई धनराज आमाडारे, कुंदन यादव और अजय तिड़के का भाई महेश तिड़के फरार है. जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है, हालांकि जानकारी अनुसार वह अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर है, जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है.

सोमेन्द्र और हेमराज के जेल जाने की खबर पर समर्थको ने मचाया हंगामा, जेल के सामने लगाये जिंदाबाद के नारे

दोगुना राशि करने के खेल की शुरूआत सोमेन्द्र कंकरायने ने की थी. कथित एमबीए की पढ़ाई करने वाला सोमेन्द्र अमेरिका रिटर्न बताया जाता है. जिसने लांजी क्षेत्र में तत्कालीन मंत्री स्व. दिलीप भटेरे की पावन और पवित्र भूमि बोलगांव से इस नियम विरूद्ध खेल की शुरूआत की. जिसके बाद इनके साथ काम करने वाले हेेमराज ने भी इस क्षेेत्र में अपना नाम आगे बढ़ाया. फिर क्या था देखा-देखी अजय तिड़के भी इस खेल में उतर गये और फिर तो लांजी क्षेत्र मेें राशि दोगुना करने का खेल ने बैंक से लेकर व्यवसाय तक को पीछे छोड़ दिया. राशि दोगुना का चस्का और लालच लोगों को ऐसा लगा कि हर किसी शासकीय विभाग के कर्मियो सहित व्यापारियों ने अपनी जमापूंजी इनके हवाले कर दिया. जिला राशि दोगुना करने के मामले को लेकर चर्चित हो गया और दोगुना करने वाले व्यापारी करोड़ो में खेलने लगे. जिन लोगो को राशि दोगुनी और तिगुनी मिली, वह इनके मुरीद बन गये है. जिस लांजी क्षेत्र में शासन की योजनाओं से चूल्हा जलाने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, उस लांजी क्षेत्र के लोगों को कथित अंबानी और अंडानी, सोमेन्द्र कंकरायने और हेमराज आमाडारे ने लखपति बना दिया. क्षेत्रीय जानकारों की मानें तो आज उनके पास एक से एक वाहन और बंफर राशि है, लोग उन्हें भगवान मानने लगे हैं. राजनीति व्यक्तित्व से ज्यादा, आज दोनो के समर्थकों का सैलाब नजर आ रहा है. ऐसे ही बड़ी संख्या में समर्थक आज पुलिस द्वारा उन्हें न्यायालय पेश करने के दौरान बालाघाट पहुंचे और जैसे ही उन्हें सोमेन्द्र और हेमराज को जेल भेजे जाने की खबर मिली, वह आक्रोशित हो उठे और उनके समर्थन में नारेबाजी करने लगे. समर्थक सोमेन्द्र औैर हेमराज को लेकर जिंदाबाद के नारेे लगाने लगे. जिन्हें संभालने और स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.

 

आरोपियों के समर्थन में लोगों का हुजुम पहला मामला


अवैधानिक रूप से राशि दोगुना करने वाले आरोपियों के समर्थन में लोगों का सैलाब उमड़ना, जिले केे इतिहास में पहली घटना है, जिसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे है कि आखिर इनके पीछे कौन है? चूंकि आज सोमेन्द्र और हेमराज, क्षेत्र में सालों से राजनीतिक कर रहे युवा नेताओं से कहीं ज्यादा लोकप्रिय है. वहीं सोशल मीडिया में हैशटेेग सोमेन्द्र के नाम से समर्थन की लहर दौड़ पड़ी है. कई घटनाओं से सोमेन्द्र कंकरायने की तुलना की जाकर उन्हें मसीहा बताने का प्रयास किया जा रहा है.


न्यायालय के आसपास पुलिस ने लगाया सुरक्षा घेरा, सुरक्षा घेरे में आरोपियोें को किया न्यायालय में पेश


कम समय में राशि को दोगुना करने वाले करोड़ो के मालिक कथित अंबानी और अडानी, अब जेल की हवा खायेेंगे. माननीय न्यायालय ने आरोपियों की जमानत याचिका को निरस्त कर आगामी 30 मई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने के आदेेश दिये है.  

हाईप्रोफाईल और जनता की नजरों में कथित सेलेब्रिटी बन चुके सोमेन्द्र कंकरायने और हेमराज आमाडारे की गिरफ्तारी के बाद से ही जिले का माहौल गर्म है. गत दिवस माननीय न्यायालय मेें आरोपियोें को पेश करने के दौरान लोगों का बड़ा हुजुम देखा गया था. जिसके चलते आज पुनः न्यायालय में आरोपियों को पेश किये जाने के पूर्व ही पुलिस ने न्यायालय के आसपास तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर बेरिकेट लगा दिये थे. जिसके चलते माननीय न्यायालय में केवल अधिवक्ताओं और पक्षकारों को ही आने की अनुमति दी थी. वहीं न्यायालय में पुलिस ने आरोपियोें को सुरक्षा के साये के साथ पेश किया.

हेशटेग सोमेन्द्र के नाम से सोशल मीडिया में चल रही समर्थन की लहर

दोगुना राशि करने के मुख्य आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने और उसकी टीम के गिरफ्तारी के बाद आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने को लेकर समर्थन की मुहिम सोशल मीडिया मेें चल रही है. कोई इसे राजनीति से प्रेरित कार्यवाही बता रहा है तो कोई बिना शिकायत पुलिस कार्यवाही पर सवाल खड़े कर रहे है. सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे है कि खैरीकांड में 27 लोगों के जिंदा जल जाने की घटना मंे शामिल कथित प्रशासनिक अधिकारी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई, लेकिन लोगों को उनकी राशि दोगुना करके देने वाले पर कार्यवाही की जा रही है. वहीं इनके समर्थन में लांजी से लेकर पैदल यात्रा निकलेे की बात हो रही है तो वहीं सोमेन्द्र कंकरायने को लोग राजनीति में आने की बात भी कह रहे है.

अब क्या होगा आगे, यह हर निवेशकों और आम जनता में चर्चा और सवाल

बालाघाट पुलिस ने जिस हिम्मत और हौंसले के साथ राशि के दोगुना करने के मामले में कथित राजनीतिक संरक्षण के आरोपो के बीच कथित मुख्य किरदार को गिरफ्तार कर सलाखोे के पीछे भिजवाया है. उसके बाद आगे क्या होगा, इसको लेकर चर्चा और सवाल ना केवल निवेशकों में बल्कि जिले सहित पड़ोसी राज्यो में भी हो रही है. लोगों सवाल है कि आने वाले समय में यह काम बंद हो जायेगा या फिर चालु होगा? निवेशकों को कैसी अपनी राशि मिलेगी? ऐसे कई सवाल और चर्चायेें, जिसको लेकर माहौल गर्म है.

लांजी में पसरा सन्नाटा, नहीं सुनाई दे रही वाहनों की आवाज

कल तक जब राशि दोगुना करनेे का काम अपने शिखर पर था. लांजी में महंगे से महंगे वाहन और बुलट की आवाज से लांजी से बोलगांव तक मार्ग गुंजायमान हो रहा था, लेकिन पुलिस कार्यवाही के बाद पूरे क्षेत्र में मातमी सन्नाटा पसरा है. ना तो वाहनों की भागम-भाग है और ना ही कोई शोर सुनाई दे रहा है.


Web Title : MILLIONAIRES WHO DOUBLED THE AMOUNT BEHIND BARS, ACCUSED SENT TO JAIL UNDER SECURITY COVER, SUPPORTERS CREATE RUCKUS