जिला सीईओ के आदेश को लेकर सचिवों में नाराजगी,खैरलांजी जनपद के भानपुर सचिव के बहाली आदेश में संशोधन की मांग, जांच उपरांत फिर जांच पर सवाल

बालाघाट. जिले में प्रशासनिक अधिकारी के आदेश के कारण सचिवों को परेशान और अपमानित होना पड़ रहा है, जहां विगत दिनों जिला पंचायत सीईओ श्रीमती उमा माहेश्वरी के आदेश के कारण ऐन विवाह के पूर्व अवकाश में होने पर खुरसोड़ी पंचायत सचिव को उच्चाधिकारियों के निदेर्शों की अवहेलना एवं सचिवीय दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने का कारण बताते हुए निलंबित कर दिया गया था, वहीं उसके दूसरे दिन ही उसके निलंबन आदेश निरस्त कर दिया गया. जिससे न केवल सचिव को मानसिक प्रताड़ना हुई अपितु उसके निलंबन का समाचार अखबारों में प्रकाशित होने के बाद उसे सामाजिक रूप से इसके बारे में अपनी सफाई भी देनी पड़ी. वहीं जिला पंचायत सीईओ के एक और आदेश के बाद पंचायत सचिवों में नाराजगी का माहौल है वहीं आदेश में संशोधन नहीं होने पर सचिवों ने अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल की चेतावनी दी है. सूत्रों की मानें तो जिला पंचायत सीईओ द्वारा अर्द्धन्यायिक प्रक्रिया का पालन किये बिना सचिवों पर कार्यवाही की जा रही है, जिसे सचिव न्यायसंगत नहीं मानते है और उनका कहना है कि यदि ऐसा ही रहा तो निश्चित ही आगामी समय में अपने अधिकारों को लेकर वह सड़क पर उतरने मजबूर हांेगे.

ताजा मामला खैरलांजी जनपद पंचायत अंतर्गत भानपुर पंचायत सचिव मनीष हेड़ाऊ के निलंबन के बहाली आदेश से जुड़ा है, जिसमें जहां एक ओर तो उसे निलंबन से बहाल कर दिया. वहीं दूसरी ओर 45 दिनों की जांच संस्थित कर जांच होने के बाद ही सचिव के वेतन निर्धारण और वित्तिय प्रभार दिये जाने की बात कही गई है, जिससे जनपद सचिवों में नाराजगी का माहौल है. जिसको लेकर आज 23 दिसंबर को जनपद पंचायत खैरलांजी अंतर्गत सचिवों ने जिला पंचायत सीईओ के नाम जनपद पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपकर ग्राम पंचायत भानपुर के निलंबित सचिव महेश हेड़ाऊ के बहाली आदेश में संशोधन की मांग की.

मध्यप्रदेश पंचायत सचिव संगठन के बैनर तले ब्लॉक अध्यक्ष जितेन्द्र चित्रिव के नेतृत्व में जनपद कार्यालय में जनपद सीईओ को जिला पंचायत सीईओ के नाम ज्ञापन सौंपा गया. सचिव संघ ब्लॉक अध्यक्ष जितेन्द्र चित्रिव ने बताया कि जनपद पंचायत खैरलांजी अंतर्गत ग्राम पंचायत सचिव महेश हेड़ाऊ का निलंबन बिना किसी सुनवाई के किया गया. जिसके 62 दिन बीत जाने के बाद ही उसके बहाली के आदेश में औपचारिक जांच संस्थित की गई है, जो समझ से परे है. जब जनपद पंचायत सीईओ की जांच के बाद भेजे गये प्रतिवेदन में निलंबित सचिव की बहाली की गई है तो फिर उसके खिलाफ कोई और जांच औचित्यपूर्ण है, जिसका सचिव संघ विरोध करता है और निलंबित सचिव  महेश हेड़ाऊ के निलंबन आदेश में संशोधन नहीं किया गया तो जनपद क्षेत्र के पूरे ग्राम पंचायत के सचिव अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल पर 24 दिसंबर से चले जायेंगे और यदि आदेश पर शीघ्र कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो प्रांतीय और जिला पदाधिकारियों के निर्देशानुसार जिलास्तर पर आंदोलन का शंखनाद किया जायेगा, लेकिन सचिव साथी पर नियमों के विपरित कार्यवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.

गौतरतलब हो कि प्रधानमंत्री आवास योजना के एक मामले में हितग्राही के फोन पर कंप्युजन संवाद के चलते जनपद पंचायत खैरलांजी के प्रतिवेदन पर जिला पंचायत सीईओ द्वारा ग्राम पंचायत भानपुर के सचिव महेश हेड़ाऊ को निलंबित कर दिया गया था. जिसके बाद हुई जांच में किसी प्रकार के भ्रष्टाचार या अनियमितता का कोई मामला सामने नहीं आने से पुनः जनपद पंचायत सीईओ के प्रतिवेदन पर ग्राम पंचायत भानपुर के निलंबित सचिव महेश हेड़ाऊ को बहाली आदेश जिला पंचायत सीईओ द्वारा जारी किये गये, लेकिन इस बहाली आदेश में पुनः जांच कर वित्तिय प्रभार, वेतन निर्धारण किये जाने की बात कहे जाने से जनपद पंचायत खैरलांजी अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों के सचिव आहत है. जिसके खिलाफ खैरलांजी पंचायत के सभी ग्राम पंचायतों के सचिवों ने 24 दिसंबर से आंदोलन की चेतावनी दी है. ब्लॉक सचिव संघ ने जिला पंचायत सीईओ द्वारा जारी आदेश में सहानुभूतिपूर्वक विचार कर आदेश में तत्काल संशोधन कर आदेश जारी कराने की मांग के साथ ही सचिव की औपचारिक जांच के बिंदुओं को विलोपित करने, निलंबित सचिव के बहाली के बाद उसे ग्राम पंचायत का वित्तिय प्रभार देने तथा बहाली आदेश दिनांक 22 दिसंबर से पूर्ववत पूर्ण वेतन का भुगतान किये जाने की मांग की है.  


Web Title : OUTRAGE AMONG SECRETARIES OVER DISTRICT CEOS ORDER, DEMAND FOR AMENDMENT TO REINSTATEMENT ORDER OF BHANPUR SECRETARY OF KHERLANJI DISTRICT, QUESTIONED AFTER INVESTIGATION AGAIN ON INVESTIGATION