कोलकाता: साल 2019 के खत्म होते टेस्ट क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की ओर खबर आई है कि वह साल 2023 तक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में टेस्ट मैच को चार दिन का अनिवार्य कर देगी. इस पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली का कहना है कि इस मामले में वे अभी कुछ नहीं कह सकते.
अभी आईसीसी ने इस मामले में कोई अंतिम फैसला नहीं किया है. उम्मीद है कि वह अगले साल इस पर फैसला ले लेगी. इस मुद्दे पर आईसीसी में काफी विस्तार से चर्चा हो चुकी है. विभिन्न क्रिकेट बोर्ड से आईसीसी ने इस बार इस बात पर चर्चा की कि वैश्विक क्रिकेट कैलेंडर में इस साल कैसे दबाव कम किया जा सके.
गांगुली ने कोलकाता में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, हमें पहले प्रस्ताव को देखन होगा. इसे आने दीजिए फिर हम देखेंगे. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. मैं ऐसे ही कमेंट नहीं कर सकता. गांगुली ने हाल ही में भारत में पहला डे-नाइट टेस्ट कराया था. यह मैच नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में हुआ था.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी पर मैचों की संख्या सहित टूर्नामेंट की संख्या बढ़ाने का भी काफी दबाव है. इसमें घरेलू टी20 लीग और द्विपक्षीय सीरीज में इजाफा करने की मांग भी शामिल है. इसी वजह से आईसीसी इस बदलाव की ओर जाने का मन बना रहा है.
बताया जा रहा है कि यदि 2015 से 2023 तक अगर चार दिन का टेस्ट मैच खेला जाता तो क्रिकेट कार्यक्रम में 365 दिन बच जाते. इस साल इंग्लैंड और आयरलैंड ने पहला चार दिवसीय टेस्ट मैच खेला था. यह मैच ऐतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान पर खेला गया था. कहा जा रहा है कि अगर यह बदलाव हो जाता है तो हमें तीन या पांच टेस्ट मैचों की सीरीज संख्या में इजाफा देखने को मिल सकता है.