कटंगी में वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता का अभाव,26 हजार लोगों ने ही लगवाई वैक्सीन, हेलमेट की तरह सुरक्षा कवच है वैक्सीन

बालाघाट. दोपहिया वाहन में जैसे हेलमेट और चारपहिया वाहन में जैसी सीट बेल्ट वाहन चालक की सुरक्षा के लिए कवच का काम करता है, ठीक वैसे ही कोरोना संक्रमण से लड़ाई में वैक्सीन सुरक्षा कवच है. यह बात सभी को समझनी चाहिए. खासतौर से कटंगी की जनता में वैक्सीनेशन को लेकर अब भी जागरूकता की कमी है. दरअसल, ऐसा इसीलिए समझ आ रहा है, क्योंकि वैक्सीनेशन को लेकर 14 जून तक जो आंकड़े सामने आए है. उसके मुताबिक अब तक कटंगी क्षेत्र के केवल 26 हजार लोगों ने ही वैक्सीनेशन करवाया है. जिसमें शहरी एवं ग्रामीण अंचल दोनों ही क्षेत्र की जनता शामिल है. बताना जरूरी है कि कटंगी क्षेत्र की आबादी तकरीबन 1 लाख 60 हजार के आस-पास है. अगर, इस लिहाज से देखा जाए तो यह आंकड़ा महज 20 प्रतिशत है. अब इस मामले में अनुविभागीय अधिकारी ने बताया कि शासन एवं स्थानीय स्तर पर वैक्सीनेशन को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. निश्चित तौर पर प्रशासन जन जागरूकता अभियान चला रहा है किन्तु इसके बावजूद भी लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता की कमी है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता.

उल्लेखनीय हो कि 1 मई से 18 वर्ष से 45 आयु वर्ष के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है. जिसमें बाद कटंगी में 18 वर्ष से 35 आयु वर्ष के लोग टीकाकरण को लेकर काफी उत्साहित है और वह टीकाकरण करवा रहे है. इसके अलावा 60 वर्ष की आयु वाले लोगों का उनके परिवार वाले वैक्सीनेशन करवा रहे है किन्तु 35 से 45 और 55 आयु वाले लोग वैक्सीन लगाने में रूचि नहीं दिखा रहे है. टीकाकरण केन्द्र से मिले वैक्सीनेशन के आंकड़ों के आधार यह बातें सामने आ रही है.

गौरतलब हो कि शुरूआती चरण में केवल तहसील मुख्यालय में टीकाकरण हो रहा था, किन्तु अब गांव-गांव में टीकाकरण केन्द्र लगाकर टीके लगाए जा रहे है, टीकाकरण केन्द्रों को जो लक्ष्य दिया जा रहा है उसके मुताबिक लोग वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंच रहे है. सबसे अधिक भम्र और डर की स्थिति ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रही है. ग्रामीण जनता वैक्सीन नहीं लगा रही है. गांव में वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए सरपंच-सचिव अपने स्तर से प्रयास कर रहे है. मगर, ग्रामीण स्थानीय स्तर के इन प्रतिनिधियों की अपील को गंभीरता से नहीं ले रहे है. अब कटंगी एसडीएम ने पुनः क्षेत्र की जनता से अपील की है कि वह वैक्सीन जरूर लगाये वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है, तथा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कारगार भी.

गौरतलब हो कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित और कोरोना से लड़ने में कारगर है. इसके कई उदाहरण सामने आए है. बीते दिनों पूर्व जनपद उपाध्यक्ष मुकेश ठाकुर कोरोना से संक्रमित हो गए थे. उन्होनें बताया था कि किस तरह से वैक्सीन ने उन्हें कोरोना से लड़ने की क्षमता प्रदान की है. खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंकज दुबे ने भी अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि टीका लगने के बाद वह कोरोना से संक्रमित हो गए थे. इस दौरान टीके से मिली शक्ति ने उन्हें कोरोना से लड़ने की ताकत प्रदान की. उन्होनें कहा कि टीका पूरी तरह से सुरक्षित एवं कोविड-19 से लड़ने में असरदार है, इसीलिए हर व्यक्ति को टीका अवश्य लगाना चाहिये.


Web Title : 26,000 PEOPLE GET VACCINE, HELMET LIKE SAFETY COVER VACCINE IN KATANGI