आर्ट ऑफ लिविंग का हैप्पीनेस और सहज समाधी ध्यान योग शिविर 11 से

बालाघाट. आर्ट आँफ लिविंग सदस्य सुरजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा हैप्पीनेस प्रोग्राम आनन्द अनुभूती 4 दिवसीय योग शिविर 11 से 14 मई तक प्रातः 6 से 9 बजे तक जो कि स्थानीय होटल वैध रिजेन्सी केसर प्लाजा काम्पलेक्स में आयोजित किया गया है. आँफ लिविंग संस्था द्वारा यह शिविर परम पूज्य गुरूदेव श्री श्री रविशंकरजी के जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है. इस योग-ध्यान कार्यशाला में बैंगलोर से संकाय सदस्य अरविन्द बालपाण्डे आ रहे है. जिन्होंने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को अच्छा स्वस्थ्य एवं खुशी प्रदान करना है, व्यक्ति सुख, शांति, आनंद व स्वतंत्रता का अनुभव करने इधर-उधर भटकते रहता हैं. लेकिन वह सब हमारे अन्दर ही मौजूद है, बस जरूरत है उसे पहचानने की. इन्हीं सब का अनुभव कराने और सरलता से सुखी जीवन की राह बताने पूज्य श्री श्री रविशंकर जी द्वारा आनन्द अ्नुभूती शिविर में योग, आसन, ध्यान, प्राणायाम, ज्ञान चर्चा एवं सुदर्शन क्रिया के साथ कोर्स तैयार किया गया है. जिसके माध्यम से आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा दुनिया के कोने-कोने में जाकर करोड़ों लोगों को जीवन जीने की कला का अद्भूत अनुभव कराया जाता है. ऑर्ट लिविंग संस्था के संस्थापक पूज्य श्री श्री रविशंकर जी द्वारा प्रशिक्षित संकाय सदस्य सुरजीत सिंह ने कहा कि सुदर्शन क्रिया के माध्यम से इंसान बड़ी सहजता से अपने जीवन की बड़ी से बड़ी कठिनाई एवं परेशानी भरे सफर को पार कर लेता है. शिविर में शामिल होने के बाद साधक का जीवन को देखने का नजरिया विशाल हो जाता हैं.  

विकास सोनेकर ने बताया कि ‘‘आनन्द अनुभूति शिविर’’ के माध्यम से पूरे विश्व में अलौकिक ज्ञान, ध्यान, प्राणायाम, आसन, योग के माध्यम से लोगों के जीवन में खुशियाँ, शारीरिक स्वस्थ्यता, स्पष्ट दृष्टिकोण, नशा एवं  तनाव से मुक्ति प्रदान कर ‘‘जीवन जीने की कला’’ सिखाई जाती है. आनंद अनुभूति योग शिविर के माध्यम से दैनिक दिनचर्या में आने वाले तनाव से मुक्ति और सजगता का विकास पूर्ण रूप से वर्तमान में जीना सिखाता है. शिविर में नगर के प्रबुध्द नागरिकों से शामिल होने की अपील आर्ट ऑफ लिविंग स्वयंसेवक विकास सोनेकर, श्रीमती सुशीला बोरीकर, रीतू मोहारे, रमेश रंगलानी, ज्ञान नैनवानी, दिनेश त्रिवेद्वी, मौसम हरिनखेरे, जितेन्द्र मोहारे, कुमुद राहंगडाले, अनिल वाधवानी, गीता रंगलानी, नितिन हरिनखेरे, प्रकाश साहू, अनुराग डहरवाल, विक्की पालेवार,सौरभ ठाकुर, शुभम रत्नेरे, डाँ. अक्षय कटरे ने की है.


Web Title : ART OF LIVING HAPPINESS AND SPONTANEOUS SAMADHI MEDITATION YOGA CAMP FROM 11