2023 के सैंपल में 12 अमानक नमूनो पर प्रतिबंध, 12 को नोटिस और 2 फर्मो का पंजीयन निरस्त, भूमि में तत्वों की मौजूदगी का तैयार होगा नक्शा, बैठक से नदारद एसडीओ, एसएडीओ को नोटिस

बालाघाट. जिले में आगामी खरीफ वर्ष 2024 की कार्ययोजना ठोस रूप में तैयार कर किसानों को शत प्रतिशत लाभ दिलाने के संबंध में शुक्रवार को कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने कृषि और आत्मा परियोजना के साथ बैठक की. बैठक में कृषि विभाग और आत्मा परियोजना का अमला मौजूद था.  कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने मिट्टी परीक्षण के नमूने के संबंध में मौजूद तत्वों के बारे में विस्तार से जानकारी ली. साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि जिले का मिट्टी के संबंध में मैप तैयार करे. जिसमें क्षेत्रवार दिखाया जा सके की जिले के इस क्षेत्र में इन तत्वों वाली भूमि है. साथ ही किसानों को तत्वों के बारे में बताया जाए. वहीं विभाग को जानकारी रहें कि इस क्षेत्र में पोषकता के लिए कार्य किया जा सकें. साथ ही कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा जिले में संचालित कस्टमर हायरिंग केंद्रों पर उपलब्ध कृषि यंत्रों की जानकारी ली गई. डीप सिडरल और हैप्पी सीडर के बारे में जाना. बताया गया कि हैप्पी सीडर से खेत की नरवाई को भूमि में ही उपयोग में लाया जा सकता है. साथ ही आने वाले समय मे इस तरह के सिडरल को कस्टमर हायरिंग केंद्रों पर उपलब्ध कराए ताकि नरवाई जलाने से बचाया जा सकें. कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने निर्देश दिए कि इस सिडरल को अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएं.  

बैठक की शुरुआत में सोसायटियों और निजी फर्मो पर मौजूद खाद, बीज और कीटनाशकों की जांच के सम्बंध में बीज निरीक्षकों से वन-टू-वन जानकारी ली. वही बैठक से नदारद रहें कृषि विभाग के एसडीओ और एसएडीओ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये. साथ ही बीज निरीक्षकों से जांच में पाई गई कमियों के बाद की जाने वाली कार्यवाहियों के संबंध में जानकारी ली. कृषि उपसंचालक ने बताया कि वर्ष 2023 में कुल 291 नमूने जांच के लिए भेजे गए. जिसमें 279 मानक स्तर के पाए गए. जबकि अमानक 12 नमूनों के निजी फर्मो और कंपनियों पर कार्यवाही की गई. 12 पर विक्रय के लिए प्रतिबंधित किया गया. सभी फर्मो को नोटिस जारी किए गए. 10 को चेतावनी दी गई और 2 के पंजीयन निलंबित करते हुए पंजीयन भी निरस्त किये गए.

बैठक में आत्मा परियोजना की संचालक अर्चना डोंगरे ने आगामी 3 माह के लिए लक्ष्य के संबंध में प्रस्तुतिकरण किया गया. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा कड़कनाथ के प्रदर्शन के अलावा कोदो कुटकी, ज्वार और मक्का के प्रदर्शन पर जोर दिया जाएगा. साथ ही प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण आयोजित किये जायेंगे.  बैठक के दौरान कलेक्टर डॉ. मिश्रा ने कृषि विभाग के प्रत्येक ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारी को निर्देश दिये है कि 50-50 हे. में किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. फील्ड के अमले को किसानों की समस्याओं और उनके फसलों की जानकारी होनी चाहिए. जैसे-बिजली पानी या खाद बीज की जानकारी होनी चाहिए. साथ ही फील्ड में लाइसेंसी दुकानों के संबंध में पूरा डेटाबेस हो. जैसे कितनी दुकानें है, खाद बीज का स्टॉक, भाव और कंपनियों द्वारा क्षेत्र में भ्रमण के समय किसानों से व्यापार में कोई धोखाधड़ी तो नही हो रही है आदि के संबंध में पता होना चाहिए.


Web Title : BAN ON 12 NON STANDARD SAMPLES IN 2023 SAMPLE, NOTICE TO 12 AND REGISTRATION OF 2 FIRMS CANCELED, MAP OF PRESENCE OF ELEMENTS IN LAND WILL BE PREPARED