कांग्रेस ने पाकिस्तान से बांग्लादेश को दिलाई थी आजादी,कांग्रेस ने मनाई बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की वर्षगांठ

बालाघाट. पाकिस्तान के पूर्वी क्षेत्र में स्थित लोगों की भावनाओं को समझते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की आजादी के महज 20 साल में ही बांग्लादेश को आजाद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 28 सितंबर 1971 को पाकिस्तान से बांग्लादेश को अलग करने में कांग्रेस की भूमिका से पूरा विश्व स्तब्ध था, बावजूद इसके कड़े निर्णय लेकर कांग्रेस की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने यह कर दिखाया. आज हम इसकी वर्षगांठ मना रहे है. कांग्रेस ने हमारा सृजनात्मक और जोड़ने का काम किया है, जबकि भाजपा ने तोड़ने का काम किया है. यह बात बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की वर्षगांठ पर कांग्रेस में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी जिलाध्यक्ष विश्वेश्वर भगत ने कही.  

जिला कांग्रेस कार्यालय में 28 सितंबर को  जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद विश्वेश्वर भगत की उपस्थिति में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध 1971 (वर्षगांठ) की याद में एक परिचर्चा कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों, बालाघाट शहर कांग्रेस अध्यक्ष एवं ब्लॉक कमेटियों के अध्यक्ष, महिला कांग्रेस सहित विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारी उपस्थित थे. जहां तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अटल निर्णय से बनाये गये बांग्लादेश को लेकर कांग्रेस वक्ताओं ने अपने विचार रखे. वक्ताओं ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के बांग्लादेश के निर्माण में योगदान, शरणार्थियों के लिए किये गये कार्य और उनके विचारों पर प्रकाश डाला. इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी भीम फुलसुंघे, रहीम खान, जुगल शर्मा, शेषराम राहंगडाले, विशाल बिसेन, श्याम पंजवानी, अशोक डहरवाल, अशोक सिंह बैंस, छविराम नागेश्वर, संतोष लिल्हारे, अनिल कसार, रामभाऊ पंचेश्वर, पन्ना शर्मा, शफकत खान, संतोष बाहेश्वर, अंजू जायसवाल, शानू राय, अनुसूया नगपुरे, रचना लिल्हारे, जुबेदा अंसारी, सुमन केवलानी, आशीष शुक्ला सहित अन्य कांग्रेसी उपस्थित थे.


Web Title : CONGRESS GIVES FREEDOM FROM PAKISTAN TO BANGLADESH, CONGRESS CELEBRATES ANNIVERSARY OF BANGLADESH LIBERATION WAR