पोस्टल बैलेट की सार्टिंग पर बवाल,कन्फ्यूजन में कांग्रेस पोस्टल बैलेट की छटनी को समझ बैठी गिनती, कांग्रेस प्रत्याशी और कांग्रेसियों को एसडीएम ने समझाई प्रक्रिया

बालाघाट. पोस्टल बैलेट के लिए बालाघाट तहसील कार्यालय में बनाए गए अस्थायी स्ट्रांग रूम में पेटी से निकाले गए बैलेट पेपर को लेकर बवाल मच गया और देखते ही देखते इसका वीडियो कई शीर्षकों के साथ सोशल मीडिया में वायरल होने लगा. हालांकि बाद में कांग्रेस ने इसी प्रक्रिया पर संतुष्टी जताई. दूसरी ओर भोपाल में कांग्रेस ने इस मामले को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है.

प्रदेश में परिवर्तन की लहर को जीत मान बैठी कांग्रेस में लगता है कि कन्फ्यूजन जैसी स्थिति हो गई है. जिसकी बानगी सोमवार 27 नवंबर को बालाघाट तहसील कार्यालय में पोस्टल बैलेट की विधानसभा छटनी और इटीबीपीएस को जमा करने की प्रक्रिया को संगठन के जिम्मेदार कांग्रेसियों ने बैलेट पेपर की गिनती समझ ली. हालांकि बाद में बालाघाट आरओ एवं एसडीएम गोपाल सोनी, द्वारा निर्वाचन आयोग की निर्देशानुसार की जा रही प्रक्रिया के बारे में समझाया गया, तब कहीं जाकर कांग्रेस संगठन मंत्री शफकत खान और नेता प्रतिपक्ष योगराज कारो लिल्हारे संतुष्ट नजर आए. तब तक कांग्रेस प्रत्याशी अनुभा मुंजारे भी अस्थायी बैलेट पेपर स्ट्रांग रूम पहंुच चुकी थी, लेकिन तब तक अस्थायी स्ट्रांग रूम का 2 मिनट 13 सेकंड का एक वीडियो कांग्रेससियों ने कवर कर उसे वायरल कर दिया था. जिससे जिले में इस वीडियो को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दिखाई दी. हालांकि बाद में कांग्रेस पदाधिकारियों की संतुष्टी और प्रशासनिक अधिकारी की वस्तुस्थिति को लेकर रखी गई बात से यह वीडियो फेक साबित हो गया.

इस मामले में प्रशासन ने एक समाचार भी जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि विधानसभा निर्वाचन अंतर्गत स्थानीय तहसील कार्यालय बालाघाट में डाक मत पत्रों का अस्थायी स्ट्रांग रूम बनाया गया है. इसकी सूचना निर्वाचन आयोग को भी दी गई है. इस बीच एक वीडियो वायरल कर यह  बताने के प्रयास किये जा रहे है कि डाक मत पत्रों का स्ट्रांग रूम खोलकर मतों की गणना की जा रही है. रिटर्निग अधिकारी श्री गोपाल सोनी ने वायरल वीडियो के सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि ऐसा कोई कार्य स्ट्रांग रूम खोलकर नही किया जा रहा है. निर्वाचन की प्रक्रिया अनुसार प्रतिदिन प्राप्त होने वाले इटीबीपीएस को दोपहर 3 बजे स्ट्रांग रूम खोलकर रखा जाता है. जो अभ्यर्थी एवं राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया. सोमवार को जब अस्थायी स्ट्रांग रूम खोला गया तब राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों की प्रतिनिधियों की उपस्थिति में पूर्व से सुविधा केंद्र से प्राप्त डाक मत पत्रों को विधान सभा वार छंटाई की गई. इस कार्य करते समय किसी के द्वारा वीडियो बनाकर भ्रम फैलाने की कोशिश की गई. यदि ऐसा कृत्य किया जाता है तो धारा-188 के तहत कार्यवाही की जाएगी.

इस मामले में कांग्रेस संगठन मंत्री शफकत खान ने कहा कि 03 बजे जब स्ट्रांग रूम खोलकर पोस्टल बैलेट के बंडल बनाए जा रहे थे तो हमारे कार्यालय को गिनती की खबर मिली. हालांकि पार्टी का एक आदमी यहां था. निर्वाचन आयोग के निर्देश पर 50-50 बैलेट पेपर के बंडल बनाए जा रहे है. हमारे बंडल और गिनती के कन्फ्यूजन को यहां मौजूद जिम्मेदार क्लियर नहीं कर रहे थे. जिसके बाद हमने कलेक्टर साहब और एसडीएम साहब से चर्चा की. जिन्होंने जो जवाब दिया, उससे हम संतुष्ट हैं.

आरओ एवं एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि तहसील कार्यालय के कक्ष क्रमांक 08 को पोस्टल बैलेट का अस्थायी स्ट्रांग रूम बनाया गया है. जहां पोस्टल बैलेट को छांटकर उसके विधानसभावार बंडल बनाए जाने के लिए हम पार्टी प्रत्याशी और प्रतिनिधि का सूचना देते है. सुरक्षा की दृष्टि से यहां एक चार की गार्ड और अंदर एवं बाहर सीसीटीव्ही कैमरे लगे है, पूरा काम पारदर्शितापूर्ण और आयोग के निर्देशानुसार किया जा रहा है.


Web Title : CONGRESS SLAMS CONGRESS FOR SORTING POSTAL BALLOTS, SDM EXPLAINS PROCESS TO CONGRESS CANDIDATES AND CONGRESS WORKERS