रामपायली में आरएसएस के प्रथम सरसंघचालक डॉ हेडगेवार संग्रहालय के निर्माण से समाज एवं युवाओं को मिलेगी प्रेरणा-मंत्री कावरे

बालाघाट. राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने जिले के रामपायली में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रथम सर संघचालक परम पूज्य डॉ. केशव बलीराम हेडगेवार जी की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए बजट में संग्रहालय को स्वीकृति प्रदान किए जाने को ऐतिहासिक कदम बताया है.  मंत्री कावरे ने कहा कि डॉ. हेडगेवार संग्रहालय के निर्माण से समाज एवं युवाओं को मिलेगी. रामपायली डा. हेडगेवार की कर्मभूमि रही है. वे कलकत्ता से एमबीबीएस करने के बाद और आरएसएस की स्थापना के पूर्व एक लंबे कालखंड में यहां रहकर अंग्रेजों के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की विभिन्न् गतिविधियों को संचालित करते रहे. रामपायली भगवान श्रीराम के वनवास से भी जुड़ा है. डॉ. हेडगेवार का रामपायली से नाता बाल्यावस्था से रहा है और यह ग्राम उनकी कर्मभूमि रही हैं. रामपायली में ही उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ उग्र आंदोलन कर अंग्रेजों को भागने पर मजबूर कर दिया था.

स्वतंत्रता संग्राम के दौरान डॉ. हेडगेवार ने रामपायली में रहकर ही जंगल सत्याग्रह सहित अनेक क्रांतिकारी गतिविधियों का संचालन किया. रामपायली में डा. हेडगेवार का बाल्यावस्था में जीवन गुजरा है. कहा कि डॉ. हेडगेवार ने अनेक क्रांतिकारी गतिविधियां यहां से संचालित की. उनके काका श्रद्धेय आबाजी हेडगेवार यहां रहा करते थे. यहीं अंग्रेजी राज्य को उखाड़ फेंकने के लिए उन्होंने पुलिस चौकी पर बम फेंका था. यहीं क्रांति की ज्वाला धधकाने के लिए दशहरा मैदान में उन्होंने प्रसिद्ध भाषण दिया था, जिसके कारण अंग्रेजों की नजर उनकी तरफ गई और उनका भाषण देना प्रतिबंधित कर दिया गया. उनका पुराना घर और पूजन स्थल विठ्ठल रुकमई का मंदिर है.


Web Title : CONSTRUCTION OF DR HEDGEWAR MUSEUM, THE FIRST SARSANGHCHALAK OF RSS IN RAMPAILI, WILL INSPIRE THE SOCIETY AND YOUTH: MINISTER KAVRE