बालाघाट. माध्यमिक शिक्षक से उच्च शिक्षक पदोन्नति प्रक्रिया के तहत जारी सूची पर बवाल मच गया है. 25 सितंबर सोमवार को माध्यमिक शिक्षकों की अंतरिम वरिष्ठता सूची में संशोधन की मांग को लेकर आजाद अध्यापक संघ ने आवाज उठाई. कलेक्टर डॉ. मिश्रा और डीईओ अश्विनी उपाध्याय के नाम से सौंपे गये ज्ञापन में आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा है कि इसमें विसंगति को दूर कर सूची को संशोधित कर जारी किया जाये और उसके बाद ही पदभार की प्रक्रिया पूरी की जाये.
संघ पदाधिकारी अरविंद पारधी ने बताया कि गत दिवस माध्यमिक शिक्षकों की जारी की गई अंतरिम वरिष्ठता सूची में कई विसंगतियां है. इस सूची में वरिष्ठ को कनिष्ठ और कनिष्ठ को वरिष्ठ बताया गया है, जो सबसे बड़ी विसंगति है, वहीं वरिष्ठता का पालन सूची में नहीं किया गया है. जिससे इस सूची को संशोधित कर जारी किया जाये. जिसके बाद ही माध्यमिक शिक्षकों को उच्च पद का प्रभार की कार्यवाही की जाये.
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ का खुला आरोप है कि जारी अंतरिम वरिष्ठता सूची में 2011, 12 में पदोन्नत होकर बने माध्यमिक शिक्षक बने लोकसेवकों के नाम 1998 में नियुक्त लोकसेवकों के नामों से पहले आ गये है. दूसरी बार अधिकांश माध्यमिक शिक्षकों के स्नातकोत्तर के विषय उनके सर्विस बुक और ई-सर्विस बुक में अंकित है लेकिन जारी सूची में उनके स्नातकोत्तर के विषय ही दर्शित नहीं हो रहे है. ऐसी स्थिति में कैसे उसे उच्चपद पर प्रभार दे दिया जायेगा, जो असंभव है.
जारी सूची में इसे बड़ी विसंगति बताते हुए अरविंद पारधी ने कहा कि हमारी मांग है कि इस सूची को संशोधित किया जायेगा. इस मामले मंे जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय ने संघ के ज्ञापन पर कहा कि यह मामला संज्ञान में है और जल्द ही सूची को भेजा जा रहा है. सूची में संशोधन चल रहा है, यह प्रक्रिया में है.