भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा कासवे पुलिया और स्टॉपडेम, बिरनपुर में सरपंच पति और जीआरएस का कारनामा

लांजी. शासन प्रशासन भ्रष्टाचार रोकने के लिये चाहे कितने भी प्रयास कर लें परंतु जनपद क्षेत्र लांजी अंतर्गत विभिन्न ग्राम पंचायतों में सरपंच पति और पंचायतों में पदस्थ सचिव और जीआरएस शासन की योजनाओं की राशि डकारने में जरा भी देर नहीं लगाते. चूंकि वह स्वयं ही निर्माण कार्यों की एजेंसी होते है, इसलिये उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं होता जिसका खामियाजा शासन के साथ-साथ गरीब ग्रामीणों को भी होता है. वहीं शासन से मिलने वाली भारी भरकम राशि से होने वाले निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते है. ताजा उदाहरण जनपद क्षेत्र लांजी अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बिरनपुर का है, जहां वर्ष 2023-24 में बिरनपुर बोरडी सरहद के पास के नाले मे कासवे पुलिया और स्टॉपडेम कार्य स्वीकृत हुआ था. जिसकी लागत 14. 82 लाख है. जिसकी तकनीकि स्वीकृति कमांक 1845/3 दिनांक 30. 09. 2023 तथा प्रशासकिय तकनिकी कमांक 1845/3 दिनांक 30. 09. 2023 तथा वर्ककोड 9/30187 है. उक्त निर्माण कार्य सरपंच मीना राजेश्वर लिल्हारे एवं रोजगार सहायक सचिव खेमराज उमरे के द्वारा पुलिया निर्माण किया गया और घोर अनियमितता बरतते हुए शासकीय राशि को डकारने का कार्य किया गया है. वहीं इस मामले में शिकायतकर्ता रामप्रसाद लिल्हारे बिरनपुर निवासी ने पुलिया निर्माण एवं सामुदायिक स्वच्छता परिसर की घोर अनियमितता किये जाने की जांच कर बालाघाट जिले के अधिकारियो से ना कराकर अन्यत्र अधिकारियों से कराकर दोषियों पर दण्डात्मक कार्यवाही करने की मांग की है.

शिकायतकर्ता रामप्रसाद लिल्हारे बिरनपुर निवासी ने बताया की ग्राम पंचायत बिरनपुर मे वर्ष 2024-25 में पुलिया निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ जिसकी लागत 14. 82 लाख थी किन्तु लागत के अनुपात में पुलिया निर्माण कार्य न कर महज 1 लाख से 2 लाख रूपये मे ही पुलिया का निर्माण कर लिया गया तथा उक्त पुलिया के निर्माण में जिस रेती का उपयोग किया गया वह रेती नहीं बल्कि निर्माणाधीन पुलिया के पास बनने वाली नाले की मिटटी मिली हुई भसवा है. तथा गिटटी की जगह निर्माणाधीन पुलिया के पास खेतो में गिरे पड़े सफेद पत्थर को चुनकर कांकेट में उपयोग किया गया. जिससे पुलिया घटिया कांक्रीट का उपयोग कर पुलिया को कमजोर बनाया गया. जिसके कारण निर्माण के 8 दिन बाद ही पुलिया क्षतिग्रस्त हो गया. पुलिया से दस जगह दरार पड़ गई और उस दरार को छिपाने के लिए सीमेंट का घोल बनाकर दरार के उपर लेप लगाया गया. पुलिया में सरिया का उपयोग नाम मात्र के लिए किया गया. जिसके कारण पुलिया 8-10 दिन में ही दब गई जो कभी भारी वाहन के गुुजरने से टूट सकती है या आने वाली बारिश मे बह जाना निश्चित है.

शिकायकर्ता रामप्रसाद ने कहा कि बिरनपुर पंचायत का सहायक सचिव खेमराज उमरे, पूर्व में भी अनियमितता मामले में सवालो के घेरे में रहा हैं.   जिस पर शासन द्वारा जुर्माना भी लगाया जा चुका है तथा रोजगार सहायक खेमराज उमरे द्वारा उक्त पुलिया का ठेका लिया गया था. जिसके लिए उसने सरपंच को भारी कमीशन दिया गया. रोजगार सहायक सचिव के द्वारा पूर्व मे 2022 में ग्राम पंचायत बिरनपुर के 5 नग 100एमएम की पाईप की चोरी रातो-रात की गई थी और चोरी कर ग्राम पंचायत ओटेकसा में बिक्री कर दी गई थी. जिसका प्रकरण जनपद पंचायत लांजी के मुख्यकार्यपालन अधिकारी के कार्यालय में चला और दोषी पाया गया. वहीं ग्राम बिरनपुर में पुलिया निर्माण के लिए उच्च गुणवत्तता वाले रेती एवं गिटटी क्रय कर निर्माण कार्य में लगाया जाना था किन्तु राशि बचाने और शासन की आंखो में धूल झोंकने की नियत से रोजगार सहायक खेमराज उमरे तथा सरपंच पति राजेश्वर लिल्हारे द्वारा कचरे में पड़े रेती और मिटटी तथा सीमेंट की कम मात्रा मे उपयोग किया गया. जिससे पुलिया क्षतिग्रस्त हो चुका है.

शिकायतकर्ता रामप्रसाद लिल्हारे ने कहा सामुदायिक स्वच्छता परिसर ग्राम पंचायत बिरनपुर में 2020-21 मे स्वीकृत किया गया किन्तु बड़े स्तर पर उक्त सामुदायिक स्वच्छता परिसर की राशि का बंदरबाट कर पशु के कोठे से भी बदतर स्थिति में बनाया गया. जिसका शौचालय आज भी अधूरा है. कूड़ेदान में ठीक काम नहीं किया गया. जिसके कारण कुड़ादान की दीवारे हर जगह से क्रेक हो रही है. पैसे बचाने के चक्कर में कुड़ादान का प्लास्टर भी नहीं किया गया तथा वर्तमान मे शिकायत होने की स्थिति में लीपापोती कर आज 23 मई से सहायक सचिव खेमराज उमरे एवं सरपंच पति राजेश्वर लिल्हारे के द्वारा शासन की आंखों में धूल झोंकने की नियत से किया जा रहा है. जो उक्त सहायक सचिव की गलत कार्यों का प्रमाण है.

इनका कहना है

हमारे द्वारा शिकायकर्ता की शिकायत प्राप्त होने पर ग्राम पंचायत बिरनपुर में होने वाले निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया है तथा कार्यो को तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए गए है तथा शौचालय निर्माण एवं कचरा शेड निर्माण करने वाले तथा निरीक्षण करने वाले अधिकारी पर भी दोष सिद्ध होने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी.

शफी मो. कुरैशी, सीईओ, जनपद पंचायत लांजी

Web Title : CORRUPTION PLAGUED BY KASVE CULVERT AND STOPDEM, BIRNAPURS EXPLOITS OF SARPANCH HUSBAND AND GRS