लालबर्रा. शासन प्रशासन द्वारा ग्रामीण मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिये अनेक योजनायें चलाई जा रही है, लेकिन जनता द्वारा चुने गये जनप्रतिनिधियों के
द्वारा योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं किये जाने से मजदूरों को रोजगार से हाथ धोना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत लालबर्रा क्षेत्र की ग्राम पंचायत धारावासी का प्रकाश में आया है. जहां सरपंच पर पंचों एवं ग्रामीणों ने जेसीबी मशीन से कार्य करवाकर ग्रामीण मजदूरों से काम छिने जाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ग्रामीण मजदूरों को रोजगार मुहैया करवाने की बजाये जेसीबी से कार्य कराया गया.
ग्राम पंचायत पंचों एवं ग्रामीणों ने बताया कि धारावासी पंचायत में ग्राम मौसमी से केवाटोला पहुंच मार्ग का सुदूर ग्रामीण सड़क के तहत मुरमीकरण करवाया जा रहा है. जिसे सरपंच द्वारा पंचों की बगैर सहमति के ठेकेदार को ठेका दे दिया गया है और रातोंरात जेसीबी मशीन के माध्यम से मुरूम का समतलीकरण किया गया. यदि पंचायत द्वारा मजदूरों के माध्यम से कार्य करवाया जाता तो ग्रामीण मजदूरों को रोजगार मुहैया हो पाता, लेकिन सरपंच द्वारा अपनी मनमानी करते हुए ग्रामीण मजदूरों से रोजगार छीन लिया गया. पंचों ने बताया कि सड़क में मुरूम भी बिलई हुड़की से अवैध तरीके से उत्खनन कर डाली गई. जिससे हुड़की में खतरनाक गड्डे हो गये है. जिसमें भविष्य में कोई बड़ी घटना होती है तो उसके लिये पंचायत जिम्मेदार होगी. पंचों एवं ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच कहता है कि कार्य को ठेके में नहीं दिया गया है पंचायत द्वारा ही करवाया जा रहा है लेकिन जब ग्राम के ट्रेक्टर मालिकों द्वारा मुरूम परिवहन के लिये ट्रेक्टर लगाई गई तो वहां पंचायत के कोई कर्मचारी नहीं थे. तब उन्हें पता चला कि कार्य ठेकेदार को दिया गया है. इस तरह से सरपंच द्वारा उन्हें बरगलाने की कोशिश की गई और जहां मुरूम समतलीकरण कार्य मजदूरों से करवाना था, वहां जेसीबी मशीन से समतल कर दिया गया. जिस पर पंचों एवं ग्रामीणों ने आक्रोश जताया है. पंचायत पंचों भोजराम पारधी, पीतम मर्सकोले, संजय नगपुरे, आनंद गजभिये, राजेन्द्र भोयर, रविशंकर पटले सहित अन्य ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से मांग की है नियमानुसार कार्य किया जाये और मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जाये. मांग करने वालों में पंच शामिल है.
इनका कहना है
मौसमी से केवाटोला सुदूर ग्रामीण सड़क का निर्माण किया जा रहा है जिसमें ग्राम सरपंच के द्वारा मनमानी करते हुए पंचों की बगैर सहमति के कार्य ठेकेदार को दे दिया गया है और रातोंरात जेसीबी मशीन से मुरूम का समलीकरण किया गया. जिसकी वजह से ग्रामीण मजदूर रोजगार से वंचित हो गये. हमारी मांग है कि मजदूरों को रोजगार दिया जाये.
भोजराम पारधी, पंच
मौसमी-केवाटोला ग्रामीण सुदूर सड़क कार्य अनियमितता बरती जा रही है. इस कार्य का ठेका सरपंच द्वारा ठेकेदार को दे दिया गया लेकिन पंचों को इसकी जानकारी नहीं है, जब उनके द्वारा सरपंच से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि पंचायत द्वारा कार्य करवाया जा रहा है लेकिन जब उन्होंने देखा तो ठेकेदार के द्वारा कार्य करवाया जा था. पंचायत के कर्मचारी नहीं थे. हमारी मांग है कि कार्य व्यवस्थित तरीके से कराया जाये और मजदूरों को कार्य में लगाया जाये.
संजय नगपुरे, पंच
सड़क का निर्माण कार्य में अवैध तरीके से किया जा रहा है और पंचों की बगैर सहमति एवं प्रस्ताव के कार्य को ठेके में दे दिया गया है, पंचों को कार्य के संबंध में कोई जानकारी नहीं है, मुरूम के लिये उत्खनन का कार्य उनके खेत के पास बहुत ही मनमाने ढंग से किया गया है. जिससे खाई बन गई है. यदि भविष्य में किसी प्रकार की दुर्घटना होती है, इसकी जवाबदारी पंचायत की होगी. हमारी मांग है कि नियमानुसार कार्य किया जाना चाहिये और मजदूरों को रोजगार मुहैया करवाना अतिआवश्यक है.
पीतम मर्सकोले, पंच
सुदूर ग्रामीण सड़क निर्माण कार्य के संबंध में उन्हें यह जानकारी लगी कि कार्य के संबंध में पंचों से राय नहीं ली गई और ठेकेदार को कार्य दिया गया है. मुरूम परिवहन के लिये ट्रेक्टर लगाये जाने के संबंध में उनसे कहा गया कि आपको नगद भुगतान किया जायेगा तो उन्होंने अपनी टेªक्टर को कार्य में लगवाया तो उन्हें पता चला कि वहां पंचायत के कर्मचारी नहीं बल्कि ठेकेदार के कर्मचारी थे. सड़क का निर्माण कितनी लागत हो रहा है इसकी जानकारी जब पंचों को नहीं है तो आमजनों को क्या जानकारी होगी.
राजेन्द्र भोयर, ट्रेक्टर मालिक