फिर सुर्खियो में जिला अस्पताल: बिजली गुल होने से घंटो तक सीटी स्कैन कराने पहुंचे मरीज के साथ परेशान होते रहे परिजन, अस्पताल की बिजली व्यवस्था पर सवाल

बालाघाट. जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं, सुधरने के बजाए, बिगड़ती जा रही है, जिसका खामियाजा मरीज और उनके परिजनों को भोगना पड़ता है. फिर वह चाहे उपचार की समस्या हो, प्रसूव में रूपए लेने की बात हो या फिर उपलब्ध सुविधाओं को मरीजों को देने की बात हो. लाख कोशिशो के बावजूद भी जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने का नाम नहीं ले रही है. 05 दिसंबर मंगलवार को फिर एक घटना ने जिला अस्पताल को सुर्खियां में ला दिया. सीटी स्कैन नहीं होने से मरीजांे और उनके परिजनों को परेशान होना पड़ा. जिला अस्पताल की बिजली गुल होने से शाम तक सीटी स्कैन नहीं होने से सुबह से सीटी स्कैन कराने पहुंचे मरीज और परिजन, परेशान होते रहे. उनकी यह परेशानी यही नहीं थमी, जब बिजली आई तो मशीन में टेक्निकल फाल्ट आ गया. जिसके कारण सीटी स्कैन में मंगलवार को मरीजों और परिजनों के लिए परेशानी वाला दिन रहा.  

बताया जाता है दोपहर 12 बजे के बाद लाइट गुल होने के चलते सीटी स्कैन करने पहुंचे मरीजों को देर शाम तक लाईट आने का इंतजार करना पड़ा. जहां सब्र का बांध टूटते ही मरीज और उनके परिजनों ने जमकर हंगामा मचाते हुए व्यवस्थाओं में सुधार किए जाने की मांग की. बताया जा रहा है कि दोपहर 12 बजे लाइट गुल होने के बाद जब शाम 4 बजे लाइट आई तो वहां से टेक्नीशियन गायब हो गया और जब टेक्नीशियन वापस आया तो अचानक सीटी स्कैन मशीन में ही फाल्ट आ गया. जिसके चलते मरीज और उनके परिजनों सहित स्टाफ को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. जहां मशीन का फाल्ट दूर होने के बाद शाम 5 बजे के बाद मरीज को सीटी स्कैन की सुविधा मिल सकी. इस दौरान कई मरीजों को निजी अस्पताल जाना पड़ा तो कई मरीज बिना इलाज कराए ही बैरंग घर लौट गए.

बताया जा रहा है कि सुबह पर्ची काटने के बाद चिकित्सक से उपचार करने के लिए उन्हें घंटो लाइन लगाकर खड़ा रहना पड़ा, तो वहीं चिकित्सक से सलाह लेने मैं करीब 2 घंटे बीत गए. चिकित्सक की सलाह पर जो मरीज सीटी स्कैन कराने सीटी स्कैन कक्ष पहुंचे तो वहां लाइट गुल होने के चलते देर शाम तक सीटी स्कैन नहीं कर सका. जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में दोपहर 12 से लेकर शाम 4 बजे तक लाइट गुल रही. जहां दोपहर 12 बजे के पहले तो कुछ मरीजों ने सीटी स्कैन करा दिया लेकिन 12 बजे लाइट गोल होने के बाद सीटी स्कैन करने पहुंचे मरीजों को सीटी स्कैन करने के लिए देर शाम तक का इंतजार करना पड़ा. इस दौरान कई मरीज और उनके परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया.  

सीटी स्कैन का काम देख रहे शेख इकबाल की मानें तो प्रतिदिन 30 सीटी स्कैन होते है, दोपहर से लाईट गुल होने और लाईट आने के बाद मशीन में फाल्ट के कारण सीटी स्कैन में देरी हुई है. यदि मरीज ठहरे तो हम रात में भी सीटी स्कैन करेंगे. उन्होंने कहा कि 40 किलोवाट की मशीन होने के कारण इसे बिना इलेक्ट्रिसिटी के वैकल्पिक स्त्रोत से चलाना संभव नहीं है. वहीं मरीज और मरीज के साथ आए बोदा निवासी राजेश नगपुरे, लालबर्रा निवासी डेलेन्द्र राहंगडाले और खैरलांजी निवासी ओमेश्वरी बनोटे की माने तो लाईट गुल होने के कारण सीटी स्कैन नहीं होने की बात कही जा रही है, वह यहां काफी समय से आए है और लाईट आने एवं सीटी स्कैन होने का इंतजार कर रहे है.


Web Title : DISTRICT HOSPITAL IN THE HEADLINES AGAIN: FAMILY MEMBERS WERE UPSET WITH THE PATIENT WHO CAME FOR CT SCAN FOR HOURS DUE TO POWER FAILURE, QUESTIONS ON THE HOSPITALS POWER SYSTEM