जिले में मनाई गई प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की 193 वीं जयंती, विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

बालाघाट. जिला मरारमाली समाज महिला प्रकोष्ठ एवं फुले विचार मंच के तत्वावधान में 3 जनवरी को प्रथम शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले की जन्मजयंती मनाई गई. कार्यक्रम के दौरान प्रातः 11 बजे नगर में एक रैली निकाली गई. जिसमें मरार समाज की महिलायें एवं पुरूष शामिल होकर बाजे-गाजे के साथ नगर में भ्रमण किये. तत्पश्चात रैली स्थानीय माता सावित्री फुले कन्या छात्रावास पहुंची. जहां मंचीय कार्यक्रम दो सत्रो में आयोजित किया गया. प्रथम सत्र में महिलाओं ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और अपने-अपने विचार रखे. इस दौरान महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती पंचेश्वर सहित अन्य महिलाओं ने अपने विचार रखते हुये समाज के उत्थान के लिये माता सावित्री बाई फुले एवं महात्मा फुले द्वारा किये गये कार्यो की विस्तार से जानकारी दी. महिला वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं को पुरूषों के बराबर अधिकार दिलाने की शुरूआत माता सावित्री फुले ने की. उन्होने महिला शिक्षा की शुरूआत की और आज हम अगर शिक्षित होकर समाज में अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है तो इसका श्रेण् माता सावित्री फुले को जाता है. प्रथम सत्र के बाद द्वितीय सत्र में पुरूषों ने कार्यक्रम का प्रभार संभाला. कार्यक्रम में पूर्व मंत्री रामकिशोर कावरे भी शामिल हुये. वहीं राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले की जयंती कोसमी फूले चौक में मनाई गई. जहां भीम आर्मी एकता मिशन के तत्वाधान में आयोजित इस जयंती समारोह में सर्वप्रथम उपस्थित जनों ने माता सावित्रीबाई फुले, ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, तो वहीं प्रतिमा के चरणों मे पुष्प अर्पित कर ज्योति प्रज्जवलित किया और  माता सावित्री बाई फुले की जीवनी पर आधारित पुस्तकों का विरतण किया गया. वहीं राष्ट्रमाता फुले का महिलाओं के लिए समाज में दिए गए योगदान विषय पर प्रमुख वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए.  



Web Title : DISTRICT CELEBRATES 193RD BIRTH ANNIVERSARY OF FIRST TEACHER SAVITRIBAI PHULE