सेवाभावी डॉ. रमेश सेवलानी ने स्वास्थ्य शिविर का बनाया रिकॉर्ड, 200 स्वास्थ्य शिविरो से जरूरतमंदो को पहुंचाया लाभ

बालाघाट. मानव सेवा ही माधव सेवा मानकर सेवाभावी डॉ. रमेश सेवलानी ने वर्ष 1998 से सेवा के रूप में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का सिलसिला प्रारंभ किया गया था. जो आज भी अनवरत रूप से जारी है और आगे भी जारी रहेगा. लेकिन इस बीच उनके स्वास्थ्य शिविरो ने एक रिकॉर्ड बनाया है, जो किसी भी स्वयं के रूप में किये गये सेवाभावी कार्य से कहीं ज्यादा है, डॉ. रमेश सेवलानी ने गत दिवस अपने सेवा कार्यो से सफलतम 200 स्वास्थ्य शिविरों का एक नया रिकॉर्ड बनाया है.  

राष्ट्रीय प्रेरणा अवार्ड और ग्लोबल शांति पुरूस्कार से सम्मानित सेवाभावी बालाघाट के आयुर्वेद चिकित्सक रमेश सेवलानी ने आदिवासी अंचलों में अपने 200 स्वास्थ्य शिविर पूरे कर चुके हैं. इन शिविरों के माध्यम से डॉ. सेवलानी ने हजारों बैगा और गोंड आदिवासियों का ना केवल निःशुल्क उपचार किया, बल्कि मरीजों की जरूरत के अनुसार उन्हे दवाईयां भी उपलब्ध कराई. परसवाड़ा क्षेत्र के गौनाझोला में 20 दिसंबर को 200 वां शिविर पूरा किया.   

गौरतलब हो कि डॉ. रमेश सेवलानी वर्ष 1998 से लगातार अपने निजी क्लिीनिक का संचालन करने के साथ, समय निकालकर आदिवासी अंचलों में निःशुल्क शिविर लगाकर पीड़ित मानवता की सेवा कर रहे हैं. प्रारंभिक चरण में उन्हांेने बालाघाट मुख्यालय के नजदीकी ग्राम अमेड़ा में अपना क्लिनिक खोला था, जो कि उन्हे प्राकृतिक आपदा के चलते बंद करना पड़ा. इसके बाद उन्होने उनगरीय क्षेत्र सरेखा से लगे कोसमी में क्लीनिक शुरू किया. जहां पर आज भी वे दूर दराज से आने वाले मरीजों का इलाज कर रहे हैं.

डॉ. रमेश सेवलानी की माने तो उन्होने चचानमेटा निवासी बारक्या बाबा से आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को करीब से समझा था. उन दिनों वो बारक्या बाबा के साथ जंगल में जाकर जड़ी बुटी भी लाया करते थे और उसकी दवाईयां और काढ़ा बनाकर लोगों की सेवा करते थे. आज भी वे मरीजों की आवश्कता के अनुसार अपने पुराने नुस्खे पर काम करते हैं. साथ में मरीजों को आयुर्वेद मेडिसीन भी प्रदान करते हैं.

डॉ. रमेश सेवलानी को अब तक के इस सफर में प्रबुध्द तथागत फाउंडेशन, महावीर इंटरनेशनल और आरोग्य भारती जैसी संस्थाओं का भी सहयोग मिला हैं. इन संस्थाओं के बैनर तले भी उन्होने दूरस्थ आदिवासी अंचलों में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर की सेवाएं प्रदान की हैं.  डॉ. रमेश सेवलानी जहां कहीं भी अपना स्वास्थ्य शिविर लगाते है, वहां पर उनके साथ समाजसेवी बच्चूमल वाधवानी भी बराबर अपना सहयोग प्रदान करते हैं. इसके अलावा समाज के अन्य लोग भी गरीबों की मदद के तौर पर कभी कंबल तो कभी अन्य उपयोगी और खाद्य सामग्री प्रदान करते हैं. जिससे उनका यह स्वास्थ्य शिविर ना केवल लोगों के उपचार तक सीमित रहता है बल्कि कुछ हद तक लोगों की जरूरतों को भी पूरा करने में सफल हो जाता हैं. इस संबंध में बच्चूमल वाधवानी बताते हैं कि आगे भी वे इसी तरह से सेवा कार्य करते रहेंगे. जिससे कि दूरस्थ अंचल के गरीब आदिवासियों को इसका लाभ मिल सकें.


Web Title : DR. RAMESH SEWLANI SETS A RECORD OF HEALTH CAMP, BENEFITS NEEDY THROUGH 200 HEALTH CAMPS