डबल मनी में हवाला ऐंगल, ईडी ने दर्ज किया अपराध, निवेशक और एजेंट पुलिस की करें मदद-एसपी

बालाघाट. जिले का बहुचर्चित डबल मनी मामले की जैसे-जैसे विवेचना आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नई परत खुलते जा रही है. जहां इस मामले मंे पुलिस अनियमित जमा योजना अधिनियम सहित धोखाधड़ी से जांच कर रही है, वहीं अब यह मामले में बीते दिनों ईडी के प्रवेश से मामला और सनसनीखेज हो गया है.   पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ की माने तो चूंकि यह मामला 15 सौ करोड़ रूपये से अधिक का मामला है. जो व्हाईट मनी तो नहीं था. पैसे कहां से आ रहा था और कहां जा रहा था. चूंकि इतना पैसा तो बैंक में जमा नहीं था. कहीं इसका क्राईम में तो उपयोग नहीं हो रहा था. जिससे लगता है कि इस मामले के तार हवाला से भी जुड़े है, जिसको लेकर ईडी जांच कर रही है और इस मामले में गत दिनों ईडी के दो सदस्यीय टीम में असिस्टेंट डायरेक्टर सहित आये अन्य सदस्य ने नोटिस भी जारी किये है और ईडी ने मामला भी दर्ज कर लिया है. उन्होंने बताया कि ईडी मामले को गंभीरता से ले रही है, जिसके द्वारा हमसे मांगी गई जानकारियों को हमने शेयर किया है. चूंकि ईडी का कार्यक्षेत्र पूरा भारत होता है, जिससे वह आरोपियों भारत के अन्य स्थानों की संपत्ति की जानकारी मिलने पर उसकी जांच करेगी. इस तरह की कुछ जानकारी भी हमारे द्वारा साझा की गई है.  

उन्होंने बताया कि अब तक इस मामले में 30-35 से ज्यादा अपराध दर्ज किये गये है. इसके अलावा डाक के माध्मय से भी निवेशको की शिकायतंे रोजाना आ रही है. एसपी श्री सौरभ की मानंे तो डबल मनी मामले के मुख्य आरोपियों ने निवेशकों और ऐजंेटो से छल किया है. इसलिए निवेशक और एजेंट सामने आकर हमें बताये कि किस तरह से उनसे पैसे किसने लिये और मामले की जांच मंे पुलिस की मदद करें.

उन्हांेने कहा कि निवेशकों और एजेंटो का झांसा और कमीशन देकर फंसाया गया. अब वह फरार चल रहे हैं और एजेंट फंस गये है. एसपी श्री सौरभ ने बताया कि यह पूरी कार्यवाही साक्षें पर आधारित रही है और जैसे-जैसे विवेचना में जो भी जानकारी आयेगी, उसमें नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी. उन्होंने कहा कि निवेशकों और एजेंटो को समझने की जरूरत है कि आरेापी बता रहे है कि उनकी संपत्ति अटैच हो गई है. जब लगभग पूरा मामला 15 सौ करोड़ से ऊपर है और जो संपत्ति अटैच की गई है वह 30 से 35 करोड़ की है तो शेष राशि कहां है. यह साफ है कि आरोपियों के माध्यम से निवेशकों और एजेंटो को पैसा मिलने का विश्वास नहीं है. जिस पर हमारा अनावश्यक विश्वास गलत होगा. यदि आज वे सामने नहीं आते है तो आगामी समय में कोर्ट से राशि दिलावाने में वह पीछे रह सकते है.  

एक सवाल के जवाब में एसपी समीर सौरभ ने बताया कि चूंकि लांजी क्षेत्र नक्सल प्रभावित है. यदि इतनी बड़ी राशि क्षेत्र में सर्कुलेट हो रही है तो निश्चित ही संभावना लगती है कि नक्सलियों ने वसुली का प्रयास किया होगा, क्योंकि नक्सली तेंदुपत्ता और रेत ठेकेदारों से वसुली तो करते ही है. उन्होंने बताया कि विगत 5-6 महिने में डबल मनी मामले में बालाघाट पुलिस ने अच्छी कार्यवाही की है और जांच में जो भी सामने तथ्य आयेंगे, उस आधार पर कार्यवाही की जायेगी. भले ही जल्दी न हो लेकिन 2-4 महिने में कार्यवाही के दौरान जो भी शामिल होगा, उस पर कार्यवाही निश्चित होगी.

Web Title : ED REGISTERS CASE AGAINST DOUBLE MONEY, INVESTORS, AGENTS SHOULD HELP POLICE: SP