दिव्यांग और बुजुगों को सहारे से जनसुनवाई में ले रहे परिजन, कलेक्टर कार्यालय में व्हीलचेयर का नहीं मिल पा रहा लाभ

बालाघाट. प्रति मंगलवार कलेक्ट्रेट मंे होने वाली जनसुनवाई में कई आवेदक, अपनी-अपनी समस्याओं का आवेदन लेकर पहुंचे थे. इस दौरान यह भी देखने में आया कि दिव्यांग और बुजुर्ग आवेदक, परिजनों के सहारे, जनसुनवाई कक्ष में जा रहे थे. जबकि इनके लिए बकायदा व्हील चेयर की व्यवस्था होनी चाहिए.   दरअसल, मंगलवार 30 जुलाई को  भरवेली के हीरापुर निवासी दिव्यांग देवेंद्र पिता स्व. सुखचंद हरने, कलेक्ट्रेट कार्यालय मंे आयोजित जनसुनवाई में इलेक्ट्रिक ट्रायसिकल की मांग को लेकर पहुंचा था. जिसका कहना है कि कई बार वह आवेदन लगा चुके है, लेकिन उन्हें इलेक्ट्रिक ट्रायसिकल नहीं दी जा रही है. जिन्हें कलेक्ट्रेट कार्यालय के भीतर जनसुनवाई कक्ष में जाने के लिए कोई व्हीलचेयर नहीं होने से दिव्यांग देवेन्द्र के साथ आए, उसके पड़ोसी, उसे सहारा देकर लेकर गए.

बताया जाता है कि कलेक्टर कार्यालय में व्हीलचेयर तो है लेकिन वह कहां है, यह किसी को पता नहीं है. हालांकि दिव्यांग को सहारे से जनसुनवाई कक्ष में लाने की जानकारी के बाद जनसुनवाई में बैठे एसडीएम गोपाल सोनी ने तत्काल व्हीलचेयर की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए.  एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय में व्हीलचेयर हैं. जिसका लाभ बुजुर्गों और  दिव्यांगों को मिलता है, लेकिन वर्तमान समय में दिव्यांग को व्हीलचेयर नही मिल पाई. इसके लिए तुरंत व्यवस्था बनाई जा रही है. वहीं दिव्यांग देवेंद्र को ट्रायसिकल प्रदान करने, प्रकरण समाजिक न्याय विभाग को भेजा गया है.


Web Title : FAMILY MEMBERS TAKING DISABLED AND ELDERLY TO PUBLIC HEARING WITH SUPPORT, NOT GETTING WHEELCHAIR BENEFIT IN COLLECTORS OFFICE