एक सप्ताह में किसानों को भुगतान नहीं तो कलेक्टर कार्यालय का होगा घेराव, कांग्रेस ने दी चेतावनी, भुगतान नहीं मिलने से किसान हो परेशान-कांग्रेस, बढ़ाई जायें धान खरीदी की तिथि

बालाघाट. 29 नवंबर से सरकार ने प्रदेश के किसानों के धान का एक-एक दाना खरीदने के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ की है. जो आगामी 15 जनवरी तक जारी रहेगी. सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर एक महिने से ज्यादा का समय होने को आ रहा है और दर्ज किसानांे की संख्या के अनुपात में किसानों को भुगतान नहीं होने से परेशान किसानों की समस्या को लेकर कांग्रेस ने आयोजित प्रेसवार्ता के माध्यम से चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर किसानों को उनकी उपज का भुगतान को लेकर कोई सकारात्मक प्रयास नहीं होते है और फिर किसानों से यह समस्या सुनने को मिलती है तो किसानों को साथ कांग्रेस कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करेगी.  

सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में कांग्रेस कमेटी कोषाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उम्मेद लिल्हारे और किसान कांग्रेस महामंत्री ने किसानो की उपज के भुगतान को लेकर प्रेस से चर्चा की. इस दौरान जिला पंचायत सदस्य डाली कावरे, युवा नेता गुड्डु नगपुरे, असीम चौहान, जयकृष्ण डिंगरू, किसान कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष नरेश आजाद, पप्पु शुक्ला सहित अन्य कांग्रेसी उपस्थित थे.  

जिला कांग्रेस कमेटी कोषाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले ने कहा कि किसानों को अपनी उपज बेचे महिने होने को आ रहा है, लेकिन किसानों को अपनी उपज का भुगतान नहीं हो रहा है, जिससे किसान चितिंत और परेशान है, एक ओर आगामी समय में रबी का मौसम है, ऐसे में किसानों को खेती के लिए कई जरूरतों को सामना करना पड़ता है लेकिन उपज का भुगतान नहीं होने से वह रबी की तैयारी नहीं कर पा रहा है. जिससे सरकार की किसानों को लेकर कथनी और करनी में अंतर नजर आता है, आखिर सरकार को किसानों के साथ ही क्यों दिक्कत है, यह समझ नहीं आ रहा है, जबकि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल मंे भी भी समर्थन मूल्य पर किसानों की धान खरीदी गई थी, उस समय किसानों को किसी प्रकार के भुगतान की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा और किसानों को समय पर भुगतान मिल गया है. उन्होंने कहा कि सोचनीय और चिंतनीय यह है कि एक ओर सरकार, धान परिवहन का काम ऑफलाईन कर रही है, तो दूसरी ओर किसानों का भुगतान ऑनलाईन किया जा रहा है, जिससे यह समझ से परे है कि सरकार किसानों को फायदा पहुंचा रही है कि परिवहनकर्ताओं को.  

किसान कांग्रेस महासचिव सुकदेवमुनी कुतराहे ने कहा कि 29 नवंबर से 15 जनवरी तक चलने वाली धान खरीदी में सरकार ने एक सप्ताह में किसानों को भुगतान का भरोसा दिलाया था लेकिन पखवाड़ा और महिने बीतते आ रहा है, लेकिन भुगतान नहीं हो रहा है. उन्होंने छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की तरह रबी की धान को 25 सौ रूपये में समर्थन मूल्य मे खरीदने की मांग सरकार से की है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उम्मेद लिल्हारे ने कहा कि प्रदेश सहित जिले का किसान, खरीफ में कमाई गई अपनी फसल को इसलिए सरकार को समर्थन मूल्य में बेचता है, ताकि उससे मिलने वाली राशि से वह अपने परिवार में बच्चों की शादी, मकान की मरम्मत और रबी की फसल की तैयारियां कर सके लेकिन जिस तरह से सरकार किसानों को भुगतान देने में देरी कर रही है, उससे किसान बच्चों की शादी और घर की मरम्मत, बाजार से कर्ज लेकर कर रहा है वहीं रबी की तैयारियों को लेकर भी भुगतान नहीं मिलने से उसे देरी हो रही है. जिससे किसान परेशान और हताश है. उन्होंने कहा कि न केवल खरीफ की फसल खरीदी कर रही सरकार किसानों को आगामी एक सप्ताह में उसकी उपज का भुगतान करें, अन्यथा इसके खिलाफ किसानों के साथ कांग्रेस कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव कर सरकार की किसानों के साथ किये जा रहे भेदभाव की नीति को किसानों के सामने उजागर करेगी.

कांग्रेस ने समर्थन मूल्य में किसानों की धान खरीदी की अवधि के दौरान मौसम खराब होने से किसानों को हुई समस्या को देखते हुए धान खरीदी की तिथि को आगामी 30 जनवरी तक बढ़ाये जाने और रबी फसल को देखते हुए सहकारी समिति में डीएपी और यूरिया का भंडारण अतिशीघ्र कराये जाने की मांग को लेकर महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा.   


Web Title : IF FARMERS ARE NOT PAID IN A WEEK, COLLECTORS OFFICE TO BE CORDONED OFF, CONGRESS WARNS FARMERS TO BE UPSET OVER NON PAYMENT CONGRESS, DATE OF PADDY PROCUREMENT TO BE EXTENDED