जनता की अनदेखी करोंगे तो अर्श से फर्श में आने देर नहीं लगेगी-राजेश पाठक. वारासिवनी क्षेत्र के ग्रामो की मंडई मंे दुश्मनो पर बोला हमला, धमकी से डरने की जरूरत नहीं

बालाघाट. वारासिवनी-खैरलांजी क्षेत्र के ग्राम-ग्राम में दीपावली के बाद मंडई का जोर ठंड भरी रात में गर्मी पैदा कर रहा है. मंडई कार्यक्रम के मंच से लगातार समाजसेवी राजेश पाठक अपने दुश्मनों पर बड़ा हमला बोल रहे है, साथ ही क्षेत्रवासियों को आश्वस्त कर रहे है कि वह किसी की धमकी से डरे नहीं. आधी रात में आपका यह भाई आपके साथ खड़ा नजर आयेगा.

गत दिवस वारासिवनी-विधानसभा क्षेत्र के आरंभा, खैरलांजी, चुटिया, दीनी, डोंगरिया और नवेगांव में आयोजित मंडई में बतौर मुख्य अतिथि समाजसेवी राजेश पाठक, पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल, सामाजिक नेता अजाब शास्त्री, जिला पंचायत पूर्व सदस्य रामकुमार नगपुरे, अजय मिश्रा, अनुज तिवारी, अनिल गुरनानी सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.

यहां मंडई कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वाेपरी होती है, जिस दिन कोई जनप्रतिनिधि जनता की अनदेखी करने लगता है, उसे अर्श से फर्श में आने में देर नहीं लगती है. उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया का जमाना है, इसलिए इन्हें गुमराह नहीं किया जा सकता और अहंकारी व्यक्ति किसी को पसंद नहीं होता है. इसलिए अहंकार को छोड़कर जनता की सेवा में लग जाये.  

श्री पाठक ने कहा कि तुम खेलो तो होली और हम खेले तो हुडदंग, जो दो बजे के बाद होश में नहीं रहते है पता नहीं क्या पीते है, ऐसे लोगों को मातारानी सद्बुद्धि दे. उन्होंने कहा कि यदि हमें मजबूर किया तो एक दो नहीं बल्कि पचास और एक लाख जनता के बीच बीच हम जवाब देंगे. यहां उन्होंने एक शेर ‘‘चेहरा वही घिसा हुआ, बदली नकाब है, जनता के पास सबका जवाब है! फुर्सत मिले तो पढ़ लिजियेगा कभी, क्योकि वारासिवनी-खैरलांजी की जनता एक मुश्किल किताब है!!‘‘ के साथ अपने दुश्मनों को चेताने का काम किया. उन्होंने कहा कि वारासिवनी-खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र की जनता इशारो से समझने वाली जनता है. उन्होंने कहा कि आयोजन को लेकर धमकी दी जा रही है लेकिन वह किसी धमकी से डरने वाले नहीं है वह डरते है तो केवल भगवान से. साथ ही उन्होंने क्षेत्रवासियों को भी आश्वस्त किया कि वह किसी की धमकी से ना डरे. मैं आश्वस्त करता हूॅं कि ना किसी का काम रूकेगा, ना किसी का सिर झुकेगा. उन्होंने आश्वस्त किया कि इस वर्ष मंडई आयोजन में जो भी कमी रह गई है, उसे आगामी वर्ष में पूरा करने के साथ ही जनता की मांग पर कार्यक्रमो का आयोजन किया जायेगा.

पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल ने भी मंडई कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमने जीवन में सुचिता की राजनीति की है, कभी कूटनीति और छलकपट नहीं किया है. यह जिला शांतिप्रिय जिला है. विदेशो तक में जाने पर और कुछ समय रहने के बाद ग्रीनकार्ड मिल जाता है तो हमारे देश में तो नियम है कि यदि कोई किसी स्थान में 6 महिने रहता है तो वह अन्य जगह से अपना नाम कटवाकर यहां का निवासी बन सकता है, तो फिर कौन कैसा बाहरी. उन्होंने कहा कि झगड़े की तीन वजह है, जर, जोरू और जमीन, यदि इससे मोह कम होगा तो झगड़े नहीं होंगे और झगड़े वहीं होते है, जहां स्वार्थ होता है, परमार्थ में प्रेम और स्नेह बढ़ता है.  

कार्यक्रम को कांग्रेस नेता अजय मिश्रा ने भी संबोधित करते हुए कहा कि बालाघाट जिले की पहचान सामाजिक समरसता, सद्भाव और मुलाकात की रही है, कभी नेता राजनीतिक मंच पर भले ही अलग होते थे लेकिन उनमें सहद्रयता, स्नेहा और आत्मीयता होती थी, लेकिन आज वह वातावरण खत्म हो गया हैं. कटुता का भाव आ गया है. जो जिले के लिए अच्छा नहीं है.


Web Title : IF YOU IGNORE THE PUBLIC, IT WILL NOT TAKE LONG TO COME TO THE FLOOR FROM ARSH RAJESH PATHAK. ATTACK ON ENEMIES IN VILLAGES OF VARASEONI AREA, THERE IS NO NEED TO FEAR THREAT