सेवानिवृत्ति पर आईटीआई प्राचार्य मोहसीन हबीब खान को दी गई भावभीनी विदाई

बालाघाट. उम्र के एक पड़ाव में नौकरी से व्यक्ति को रिटायरमेंट लेना पड़ता है, यह पल खुशी के साथ ही दुःख भरा भी होता है, जिस संस्थान में कई सालों से सेवायें देते रहे, आज उस संस्था को सेवा के लिए अलविदा कहना पड़ता है, लेकिन खुशनसीब होते है वह लोग, जो शासकीय नौकरी के पूरे कार्यकाल के दौरान बेदाग होते है, कुछ ऐसी ही कहानी आईटीआई से प्राचार्य पद से रिटायर हुए मोहसीन हबीब खान की. जो 31 जुलाई को आईटीआई के प्राचार्य पद से रिटायर हो गये. जिनके रिटायरमेंट पर आईटीआई परिवार द्वारा विदाई समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें आईटीआई प्रभारी प्राचार्य आर. एन. सिंह, सिवनी प्राचार्य सुशील कुमार कोरी, रिटायर प्रशिक्षण अधीक्षक जी. के. त्रिपाठी, बैहर के पूर्व प्राचार्य एस. पी. जोशी, मलाजखंड आईटीआई प्राचार्य ईश्वरदयाल खोब्रागढ़े सहित आईटीआई परिवार, भूतपूर्व छात्र सहित धर्मपत्नी आयोग मित्र श्रीमती फिरोजा खान, पुत्र माजीद खान सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

प्राचार्य पद से मोहसीन हबीब की सेवानिवृत्ति के बाद उनके विदाई समारोह में फूलमालाओं से उनका आईटीआई परिवार द्वारा स्वागत किया गया और उनके आईटीआई में दिये गये योगदान को याद किया गया.  

इस दौरान सिवनी आईटीआई प्राचार्य सुशील कुमार कोरी ने बताया कि वर्ष 1985 मंे हम एक साथ आईटीआई में पदस्थ हुए थे. हालांकि अलग-अलग जगह कार्यक्षेत्र होने के बावजूद उनका हमेशा से मोहसीन हबीब से जुड़ाव रहा. नौकरी के दौरान मुलाकाते होती रही और आज मित्रता हमारी ऐसी की, उनके विदाई समारोह में मुझे बालाघाट आना पड़ा.  

गौरतलब हो कि जनवरी 1985 में मोहसीन हबीब खान की आईटीआई सतना में पदस्थापना हुई थी. जिसके बाद वह सीटीआई कलकत्ता, बालाघाट, पालडोंगरी और बालाघाट में कार्यरत रहे. 30 सालों तक जहां उन्होने प्रशिक्षण प्रदान किया, वहीं विगत 7 सालों से वह आईटीआई के प्राचार्य पद पर अपनी सेवायें दे रहे थे. जिस भार से वह सेवानिवृत्त हो गये है.  

एक चर्चा में सेवानिवृत्त प्राचार्य मोहसीन हबीब खान ने बताया कि आईटीआई मंे नौकरी का सफर लंबा और उतार-चढ़ाव भरा रहा लेकिन वह चुनौतियों से कभी पीछे नहीं हटे और चुनौतियों को पार कर आज वह एक बेदाग छवि के साथ सेवानिवृत्त हो रहे है, यही उनकी पूंजी है.  सेवानिवृत्ति कार्यक्रम के दौरान आईटीआई परिवार की ओर से रिटायर प्राचार्य मोहसीन हबीब को भेंट प्रदान की गई. वहीं आईटीआई के पूर्व छात्र संतोष ठाकरे और अनिल राहंगडाले द्वारा उन्हें अभिनंदन पत्र भेंट किया गया.


Web Title : ITI PRINCIPAL MOHSIN HABIB KHANS EMOTIONAL FAREWELL ON RETIREMENT