मॉयलकर्मी की बेटी ने यूपीएससी परीक्षा में हासिल की 913 वीं रैंक, स्कूल के सेमीनार में आईएएस को देखकर पायल को मिली थी प्रेरणा, उत्कृृष्ट विद्यालय परिवार ने किया सम्मान

बालाघाट. जिस तरह जिला वन और खनिज संपदाओं से परिपूर्ण है, उसी तरह जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. देश में लिंगानुपात मंे अव्वल बालाघाट जिले के मॉयल नगरी तिरोड़ी के मॉयल कर्मी मानेश्वर ग्वालवंशी की बेटी ने 2023 की यूपीएससी परीक्षा में 913 वीं रैंक हासिल की है. यूपीएससी परीक्षा क्रेक करने वाली पायल ग्वालवंशी, वर्तमान में कृषि विस्तार अधिकारी के पद पर कार्यरत है. यूपीएससी परीक्षा को क्रेक करने वाली बालाघाट की बेटी पायल ग्वालवंशी की प्रेरणास्त्रोत आईएएस शीतल पटले है, जिसे देखकर ही पायल के मन में यूपीएससी परीक्षा को क्रेक करने का जुनुन लेकर वह दिल्ली में परीक्षा की तैयारी करती रही. लेकिन इसी दौरान कोरोना के कारण उसे घर लौटना पड़ा, लेकिन घर पर रहकर भी वह ऑनलाईन तैयारी करती रही. 2022 में कोरोना की समाप्ति के बाद पायल फिर दिल्ली लौटी और यहां उन्होंने अपनी यूपीएससी की तैयारी शुरू की. 2023 में यूपीएससी की परीक्षा देने के बाद उसे विश्वास था कि उसे अच्छी रैंक मिलेगी. इस परीक्षा में 913 वीं रैंक हासिल करने वाली पायल मानती है कि उसकी  अपेक्षानुरूप रैंक नहीं है, जिससे वह एक बार और यूपीएससी की परीक्षा देना चाहती है, ताकि उसकी रैकिंग में सुधार हो सके.

पायल की प्रारंभिक शिक्षा से लेकर यूपीएससी परीक्षा पास करने तक के सफर पर बकौल पायल बताती है कि प्राथमिकी और माध्यमिक शिक्षा, तिरोड़ी में हासिल की. जिसके बाद 9 से 12 वीं तक की शिक्षा, मुख्यालय के उत्कृष्ट विद्यालय में लेने के बाद उसने जबलपुर के जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय से कृषि इंजीनियरिंग में बीटेक किया.  स्कूली शिक्षा के दौरान विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूल में कराए जाने वाले सेमीनार के दौरान वर्ष 2015 में उत्कृष्ट विद्यालय में विद्यार्थियो के लिए एक सेमीनार का आयोजन किया गया था. जहां पायल ने, आईएएस शीतला पटले को सुना था. यही से पायल के मन में यूपीएससी परीक्षा को लेकर मानस बना. जिसके यूपीएससी के सपने को पूरा करने, पिता मानेश्वर ग्वालवंशी, मां मीरा ग्वालवंशी, रेलवे में इंजीनियर भाई अंकित ग्वालवंशी और एयरफोर्स में इंजीनियर भाभी नंदिनी ग्वालवंशी ने उसका साथ दिया. दिल्ली में तैयारी के दौरान तीन बार प्रयास के बावजूद, पायल, जब चयनित नहीं हो सकी तो आम तौर पर माता-पिता ने उन्हें भविष्य के लिए यूपीएससी को छोड़कर अन्यत्र जॉब की तैयारी करने कहा, लेकिन भाई अंकित, हमेशा की तरह बहन के यूपीएससी के सपने को पूरा करने हर समय उसके साथ खड़ा रहा. जिससे मिले हौंसले के बाद पायल ने फिर मुड़कर नहीं देखा, माता-पिता की भविष्य के लिए नौकरी की बात को भी पायल ने कृषि विस्तार अधिकारी बनकर पूरा किया और भाई के सहयोग से 2023 की यूपीएससी परीक्षा में भी सफलता हासिल कर अपने सपने को भी पूरा किया.  

कभी स्कूल में हाईस्कूल से हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई कर चुकी पायल ग्वालवंशी के यूपीएससी परीक्षा में चयनित होने पर 26 अप्रैल को उत्कृष्ट विद्यालय परिवार द्वारा उसका अभिनंदन समारोह आयोजित किया. जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय, उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य राजलक्ष्मी नायडु, शा. हाईस्कूल खुरसोड़ी प्राचार्य रत्नदीप परिहार और परिजनों की मौजूदगी में पायल का उत्कृष्ट विद्यालय परिवार द्वारा स्वागत किया गया.  पायल ने आईएएस शीतला पटले को अपनी प्रेरणास्त्रोत बताते हुए कहा कि स्कूल के सेमीनार में उन्हें देखने के बाद ही उसने यूपीएससी परीक्षा को पास करने का मानस बनाया था. जिसमें अभी उन्हंे 913 वीं रैंक मिली है, लेकिन वह अपनी रैंक को सुधारने एक और प्रयास करना चाहती है. उन्होंने, भविष्य को लेकर युवाओं से कहा कि बड़े लक्ष्य तय करें और अपने सपने के लक्ष्य को पाने निरंतर प्रयास करते रहे. निश्चित ही अपनी काबिलियत और लगन से आप अपने सपने के लक्ष्य को पूरा कर सकते है. भविष्य के बारे में ठानकर उसे पूरा करने में जुटे रहे, सफलता निश्चित मिलेगी.


Web Title : MOIL EMPLOYEES DAUGHTER SECURED 913TH RANK IN UPSC EXAM, PAYAL WAS INSPIRED BY SEEING IAS IN SCHOOL SEMINAR, EXCELLENT SCHOOL FAMILY HONORED