मां गंगा और मां नर्मदा आरती की तर्ज पर होगी मां वैनगंगा की महाआरती, 18 दिसंबर पूर्णिमा पर गोधूली बेला पर आयोजन, जिला तैराकी संघ की नई पहल

बालाघाट. मां गंगा और मां नर्मदा आरती की तर्ज पर आगामी 18 दिसंबर पूर्णिमा पर जिला तैराकी संघ द्वारा जिले मंे एक नई पहल करते हुए मां वैनगंगा की महाआरती की जायेगी. जो इस पूर्णिमा से प्रारंभ प्रत्येक माह की पूर्णिमा पर की जायेगी. उक्ताशय की जानकारी जिला तैराकी संघ अध्यक्ष संजीव भाऊ अग्रवाल और सचिव महेन्द्र सुराना ने दी.

सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष संजीव भाऊ अग्रवाल बताया कि नवगठित जिला तैराकी संघ की प्रथम बैठक में मां गंगा और मां नर्मदा की तर्ज पर जिले की जीवनदायिनी मां वैनगंगा के महाआरती के प्रस्ताव को तैराकी संघ ने सहमति देकर इसके आयोजन का निर्णय 18 दिसंबर को आने वाली पूर्णिमा से करने का निर्णय लिया. जिसकी तैयारियां लगभग पूरी हो गई है और पूर्णिमा के दिन सायंकाल गोधूली बेला पर मां वैनगंगा की महाआरती की जायेगी. धर्म जागरण और विलुप्त होती नदियों के संरक्षण के उद्देश्य से मां वैनगंगा की महाआरती का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नदी होगी तो जल होगा और जल होगा तो जीवन होगा, लेकिन जिस तरह बिना जल के मछली की जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, उसी तरह बिना रेत के नदियो में पानी की कल्पना नहीं की जा सकती है, जिसके चलते नदियों का सीना छलनी कर हो रही रेत निकासी को रोककर नदियों को बचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिये, अन्यथा आने वाले समय में जिले की पवित्र वैनगंगा में जल को ढंूढने की स्थिति पैदा हो जायेगी. जिसके संरक्षण को लेकर हमारा यह प्रयास है और हमें पूरा विश्वास है कि जिले की जनता इसमें सहभागिता दर्ज करेगी.

तैराकी संघ सचिव महेन्द्र सुरान ने बताया कि विगत 40 वर्षो से बजरंग घाट में तैराकी संघ अपनी गतिविधियों को निरंतर जारी रखे हुए है, जिला तैराकी संघ द्वारा मां वैनगंगा के पावन जल में प्रारंभ की गई तैराकी का परिणाम है कि आज जिले के युवा तैराकी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम गौरान्वित कर रहे है. वैनगंगा नदी में तैराकी संघ की तैराकी गतिविधियों से हमारा और मां वैनगंगा का एक अंतरंग संबंध है. मां वैनगंगा निर्मल, स्वच्छ और जीवनदायिनी के रूप में हम पर हमेशा अपना आशीर्वाद बनाये रखे, इस पुणित भाव के साथ जिला तैराकी संघ ने नई पहल करते हुए मां वैनगंगा की महाआरती का आयोजन दिसंबर माह की पूर्णिमा से प्रारंभ करने जा रहा है. उन्होंने कहा कि जहां मां और मां नर्मदा के तट पर नदियों को संरक्षित करने और कटाव को रोकने के लिए तटों का निर्माण किया गया है, लेकिन चिंतनीय है कि इस दिशा में आज तक बालाघाट में कोई प्रयास नहीं किये गये. जबकि हम सभी का नैतिक दायित्व का है कि हम जीवनदायिनी मां वैनगंगा के तटो के कटाव और उसके निर्मल और स्वच्छता के प्रति गंभीरता से सोचे. आज मां वैनगंगा जिले में जीवनदायिनी के रूप में न केवल आम लोगों के कंठो की प्यास बुझा रही है बल्कि खेतो को भी पानी दे रही है. जिसके संरक्षण और उसके महत्ता को बनाये रखने तैराकी संघ ने मां वैनगंगा की महाआरती करने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरूआत 18 दिसंबर को मुख्य यजमान और ब्राम्हणो द्वारा किये जाने वाले विधिविधान से की जायेगी. उन्होंने लोगों से अपील की कि ज्यादा से ज्यादा लोग महाआरती में शामिल होकर पुण्यलाभ अर्जित करें और महाआरती के लिए अपने साथ एक-एक दीप जरूर लाये.

शरद पूर्णिमा पर होगा वैनगंगा महोत्सव का आयोजन

जिला तैराकी संघ सचिव महेन्द्र सुराना ने बताया कि दिसंबर माह की पूर्णिमा से मां वैनगंगा महाआरती का आयोजन प्रत्येक माह की पूर्णिमा को किया जायेगा और आगामी शरद पूर्णिमा पर वैनगंगा महोत्सव का आयोजन बजरंग घाट परिसर में किया जायेगा. इस दौरान उपाध्यक्ष राजेश वर्मा, शिव मुवनेश्वर, कोषाध्यक्ष कृष्णकांत अग्रवाल, नितिन श्रीवास्तव, सुभाष गुप्ता, सुरेश रंगलानी, सुमित चौरे, पार्थ चौरसिया, दुर्गा सहारे, महेन्द्र रामटेक्कर, प्रवक्ता चीनु जैन सहित अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद थे.


Web Title : MAHAAARTI OF MAA VANGANGA TO BE HELD ON THE LINES OF MOTHER GANGA AND MOTHER NARMADA AARTI, 18TH DECEMBER ON FULL MOON ON GODHULI BELA, NEW INITIATIVE OF DISTRICT SWIMMING ASSOCIATION