बेटे ने पिता के खाते से उड़ा दिये एक लाख 70 हजार, मामला खुला तो पुलिस भी हैरान, बच्चो को मोबाईल से दूर रखे अभिभावक

बालाघाट. बढ़ते मोबाईल प्रचलन फायदेमंद है तो नुकसानदायक भी. खासकर बच्चों के हाथो में मोबाईल होने से बच्चे खेलने से धीरे-धीरे पिछड़ते जा रहे है, जबकि खेल से ही उसका शारीरिक और मानसिक विकास संभव है, लेकिन बच्चों को आजकल मोबाईल में गेम खेलने की लत ऐसी लग गई है कि वह मोबाईल को छोड़ना नहीं चाहते है लेकिन एक मासुम 10 वर्षीय बालक ने मोबाईल गेम की लत में कुछ ऐसा कर गया. जिसे सुनने के बाद न केवल अभिभावक के होश उड़ गये बल्कि पुलिस भी भौचक्की रह गई.  

मिली जानकारी अनुसार पुलिस को सायबर फ्राड को लेकर एक अभिभावक ने शिकायत की थी कि उसके ऑनलाईन वॉलेट से एक लाख 70 हजार रूपये निकाल लिये गये है. 22 फरवरी को मिली नगर के सुरभी नगर निवासी किशोर कुमार से मिली इस शिकायत की जब सायबर से जांच की गई तो पुलिस के सामने पूरा मामला आईने की तरह साफ हो गया. पुलिस को जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता के फोन-पे, गूगल-पे और एटीएम वॉलेट से उसके 10 वर्षीय पुत्र ने ही ऑनलाईन गेम में आईडी बनाने और फ्री फायर इक्विपमेंट खरीदने के लिए बालक ने ही एक लाख 70 हजार रूपये उड़ा दिये है. हालांकि शिकायत के बाद पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए 64 हजार रूपये वापस कराये है, लेकिन बच्चे के मोबाईल खेलने पर ध्यान नहीं देने का खामियाजा एक पिता को एक लाख 6 हजार रूपये के नुकसान के रूप में उठाना पड़ा.  

पुलिस जानकारी में यह भी बात सामने आई कि बालक पिता के ई-वॉलेट से लगातार दो सालों से पैसे निकाल रहा था, जिसकी भनक तक परिजनों को नहीं लगी. पुलिस की मानें तो इकलौता बेटा होने के कारण वह परिवार का लाडला था और यही लाडला बेटा, पिता के खाते से लगातार रकम ऑनलाईन गेम की लत के कारण निकालते रहा. लाडले बेटे ने पिता के खाते से कभी 5, कभी 10 तो कभी 20 हजार रूपये निकाले और इससे वह फ्री फायर ऑनलाईन गेम की आईडी अपने ही परिचित बड़े उम्र के उन लड़कों से खरीदी, जो यह गेम खेलते थे. हालांकि यह पहला मामला नहीं है लेकिन ऑनलाईन गेम के लिए इतनी बड़ी राशि पहली बार है.  

पुलिस की मानें तो यू-ट्यूब से बालक ने यूपीआई पिन तक जनरेट करने सीख लिया था और इसी से उसने राशि निकाली. जिससे जानकार अभिभावक और पुलिस भी हैरत में आ गई. खास बात यह थी कि जिस मोबाईल पर बालक ऑनलाईन गेम खेलता था, उसी मोबाईल फोन से पिता ई-वॉलेट चलाते थे. फिलहाल पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मामले का खुलासा करने के बाद बालक को समझाईश के बाद छोड़ दिया है. कोतवाली थाना प्रभारी ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए अभिभावकों से अपील की है कि वह बच्चों को ज्यादा मोबाईल न दे और मोबाईल पर की जा रही उनकी गतिविधियों पर ध्यान रखे. उन्हें खेलने मैदान में भेजे, ताकि बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य और मजबूत हो सके. बच्चे भी सोशल मीडिया और ऑनलाईन गेम्स से दूर रहे.


Web Title : ONE LAKH 70 THOUSAND WAS BLOWN AWAY FROM THE FATHERS ACCOUNT BY THE SON, THE POLICE WERE ALSO SURPRISED WHEN THE CASE WAS OPENED, THE PARENTS KEPT THE CHILDREN AWAY FROM THE MOBILE PHONE.