आत्मा के साथ जुड़ने का पर्व है पर्यूषण महापर्व, भक्तिभाव से दिगंबर जैन धर्मावलंबी मना रहा महापर्व

बालाघाट/लामटा. दिगंबर जैन धर्मावलंबीयो का पर्वाधिराज पर्यूषण दसलक्षण पर्व 19 सितंबर से प्रारंभ होकर 28 सितम्बर तक मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में जिले के लामटा नगर में शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर लामटा और दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर जयपुर से भैय्या आदित्य जैन निवाड़ी वाले के सानिध्य में आत्मशुद्धि आत्मचिंतन के दसलक्षण पर्व में सुबह से श्री जी का प्रक्षाल अभिषेक देव शास्त्र गुरु, पंचमेरु, सोलहकरण, दसलक्षण धर्म पूजा के माध्यम से जिनेन्द्र देव कि विनय पूर्वक स्तुति की जा रही है, दोपहर में विधान, रात्रि में भैय्या आदित्य जैन के प्रवचन सांस्कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक प्रतियोगिता, भजन संध्या, महाआरती का आयोजन प्रतिदिन किया जा रहा हैं.

भैय्या जी ने प्रवचन में बताया कि जैन शास्त्रों के अनुसार आत्मा के साथ जुड़ने के लिए ही पर्यूषण महापर्व होता है. त्याग से संतोष शांति का भाव मिलता है. उसी का जीवन सार्थक होता है, जो संयम धारण करता है. भैयाजी ने बताया कि दसलक्षण पर्व कि महत्वत्ता को जानकार हमें अपनी आत्मा को निर्मल बनाने का अवश्य प्रयत्न करना चाहिए. इसी कड़ी में कल 28 सितंबर गुरुवार को अनंत चतुर्देशी पर विविध धार्मिक आयोजन किया जायेंगे.  

दिगंबर जैन धर्मावलंबियो का पर्वाधिराज पर्यूषण दसलक्षण पर्व पर सभी धर्म प्रेमी बन्धु धर्मनिष्ठता के साथ जैन धर्म सिद्धांतो का पालन करते कपूरचंद्र, अशोक कुमार, राकेश कुमार, राजेश कुमार, अशोक कुमार, प्रवीण कुमार, प्रदीप कुमार, आकाश, अर्पित कुमार सहित महिलाएं युवा वर्ग, बच्चे भक्ति भाव से धर्म लाभ अर्जित कर रहे हैं.


Web Title : PARYUSHAN MAHAPARVA IS A FESTIVAL OF CONNECTING WITH THE SOUL, DIGAMBAR JAIN RELIGION IS CELEBRATING MAHAPARVA WITH DEVOTION.