चोरी के शक में मैराथन धावक के साथ पुलिस ने की बेरहमी से पिटाई, लालबर्रा थाने के उपनिरीक्षक के खिलाफ युवक ने की एसपी को शिकायत, मारपीट करने वाले उपनिरीक्षक पर कार्यवाही हो-गौरव श्रीवास्तव

बालाघाट. कई ऐसे अनसुलझे मामले है, जिसका पुलिस अब तक पता नहीं लगा सकी लेकिन चोरी के एक मामले में सीसीटीव्ही के फुटेज में महज बालों के आधार पर एक मैराथन धावक के साथ पुलिस ने थाने में बेरहमी से मारपीट की. युवा धावक प्रमोद बोपचे की मानें तो थाने में उसके हाथ में बेल्ट और पैरो में डंडे से उपनिरीक्षक संदीप मंगोलिया द्वारा बेरहमी से मारपीट की गई. जिससे धावक के पैरो में पुलिस लाठी से की गई पिटाई के कारण चोटें आने से वर्तमान में न केवल दौड़ने में असमर्थ है बल्कि विभिन्न स्थानो में मैराथन दौड़ो में शामिल होकर पारितोषिक के रूप में मिलने वाली राशि से खर्च चलाने वाले युवा धावक के सामने परिवार के जीविकोपार्जन की समस्या भी खड़ी हो गई है. वहीं वह पुलिसवालों की उस मांग को लेकर आशंकित है, जिसमें उसे पुलिसवालों ने रूपये की मांग पूर्ण नहीं होने पर झूठे मामले में फंसाकर भविष्य खराब देने की बात कही है.  

पीड़ित मैराथन धावक प्रीतम बोपचे ने इस मामले को लेकर 26 अगस्त को पुलिस अधीक्षक के नाम एक लिखित शिकायत देकर उसके साथ थाने में बेरहमी से मारपीट करने वाले उपनिरीक्षक मंगोलिया के खिलाफ कार्यवाही किये जाने और उसे न्याय दिलाये जाने की मांग की है.

गौरतलब हो कि लालबर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम खामघाट में गंगाटोला निवासी प्रीतम बोपचे, एक मैराथन धावक है. जो बालाघाट सहित अन्य स्थानो में आयोजित अनेक मैराथन दौड़ में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दे चुका है, प्रतिवर्ष युवा मोर्चा द्वारा आयोजित की जाने वाली मैराथन दौड़ में युवक हिस्सा लेते आ रहा है, मैराथन दौड़ में मिले मेडल और प्रमाण, इसके गवाह है कि वह एक जिले का उभरता मैराथन धावक है. मैराथन धावक के साथ पुलिस द्वारा महज चोरी के शक में की गई बेरहमी से पिटाई को लेकर भाजपा नेता और सामाजिक कार्यकर्ता गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि यह मानवाधिकार का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि भाजयुमो की मैराथन दौड़ में प्रीतम बोपचे, धावक के रूप में शामिल होता रहा है और उनका प्रदर्शन हमेशा अच्छा रहा है. जहां तक मुझे जानकारी है, प्रीतम बोपचे एक गरीब परिवार का युवक है, जो मैराथन दौड़ के आयोजनों में शामिल होकर उससे मिलने वाली पारितोषिक राशि से ही परिवार का जीविकोपार्जन करता है, जिसे चोरी के मामले में केवल बाल को लेकर शक के आधार पर उठाकर बेरहमी से पुलिस थाने में पिटाई किया जाना न्यायोचित नहीं है, पीड़ित के अनुसार जिस तरह से उसके साथ मारपीट की गई है, अब वह वर्तमान में दौड़ने के काबिल भी नहीं रहा है, हमारी मांग है कि इस मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, युवा धावक के साथ मारपीट करने वाले उपनिरीक्षक मंगोलिया के खिलाफ कार्यवाही करें और पीड़ित को न्याय दिलाये.  

पीड़ित धावक प्रीतम बोपचे ने बताया कि बीते रविवार 23 अगस्त को दोपहर लगभग एक बजे लालबर्रा पुलिस, घर से लेकर थाने पहुंची. जहां बताया गया कि बांदी कोटवार के गुम एटीएम से 29500 रूपये निकाले जाने पर एटीएम सेंटर से मिले सीसीटीव्ही फुटेज में बाल के आधार पर शक पर लाया गया है, जिसके बाद पुलिस ने उसके पहने कपड़े उतारकर उसके साथ बेल्ट और लाठी से अधमरा करते तक पिटाई की और रात लगभग 9 बजे मेरे पिता को बुलाकर मुझे जुर्म कबूलने की बात पुलिसवालों द्वारा कही गई. पीड़ित प्रीतम बोपचे ने बताया कि उसका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है. वह केवल धावक है और इसी काम से वह अपना और परिवार का जीवनयापन कर रहा है. युवक ने लालबर्रा पुलिस पर 50 हजार रूपये मांगने और नहीं देने पर झूठे मामले में फंसा देने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे और पिता को पुलिसकर्मियों ने गंदी गालियां देते हुए कोरे कागज पर हस्ताक्षर ले लिये है. जिससे वह और उसका पूरा परिवार डर और सदमे के साये में जी रहा है. पीड़ित युवक ने आज 26 अगस्त को पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपकर लालबर्रा उपनिरीक्षक मंगोलिया पर थाने में केवल शक के आधार पर बेरहमी से मारपीट करने के मामले में कार्यवाही करने और न्याय देने की मांग की है.

इनका कहना है

एक व्यक्ति के गुम एटीएम कार्ड से 30 हजार रूपये निकाले जाने की शिकायत थाने में हुई थी. प्रकरण जांच में है. एटीएम से मिले सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर बोपचे से पूछताछ के पहले दो और संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई. जिसके बाद बोपचे का पता चला था. जिसे भी थाने बुलाकर पूछताछ की गई. उसके साथ मारपीट किये जाने जैसी कोई घटना नहीं हुई है. थाने में सीसीटीव्ही लगे है, उसमें मारपीट यदि हुई होगी तो फुटेज दिखाई देंगे. फुटेज के आधार पर ही पूछताछ की गई है.  

रघुनाथ खातरकर, थाना प्रभारी, लालबर्रा


Web Title : POLICE BRUTALLY THRASHED BY MARATHON RUNNER IN SUSPICION OF THEFT, YOUNG MAN COMPLAINS TO SP AGAINST SUB INSPECTOR OF LALBARRA POLICE STATION, ACTION ON BEATING SUB INSPECTOR GAURAV SRIVASTAVA