अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए डाककर्मी

बालघाट. सात सूत्रीय मांगों के समर्थन में 12 दिसंबर मंगलवार से ऑल इंडिया ग्रामीण डाक सेवक यूनियन और नेशनल यूनियन ऑफ ग्रामीण डाक सेवक के आव्हान पर संपूर्ण जिले के 1200 डाककर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है. इससे डाक सेवाओं पर खासा असर पड़ा है. कर्मचारी डाक सेवकों से आठ घंटे काम लिए जाने की मांग कर रहे है. हड़ताली डाककर्मियों का कहना है कि अखिल भारतीय डाक ग्रामीण डाक सेवक संघ लंबे समय से अपनी सात सूत्रीय मांगो केा पूरी करने की गुहार लगाता आ रहा है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिसके कारण 12 दिसंबर से उन्हंे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा. हड़ताल का असर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में देखा गया. जिसमें बालाघाट जिले के 454 तथा सिवनी जिले के 240 शाखा कार्यालयों में संचालित आधार सेंटर का काम बंद रहा. जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ी. बालाघाट डिविजन के संभागीय सचिव इशुलाल बड़पात्रे ने बताया कि मंगलवार से देशभर के तीन लाख से अधिक ग्रामीण डाक सेवक हड़ताल पर हैं और जब तक सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करती, हड़ताल जारी रहेगी. उन्होने कहा कि अपनी लंबित मांगों को लेकर पांच अक्टूबर को सांकेतिक हड़ताल की गई थी. यह हड़ताल संभागीय और शाखा स्तर पर की गई थी. इस दिन ‘वादा निभाओ दिवस’ मनाते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन भी किया गया था, बावजूद इसके कोई ध्यान नहीं दिया गया.

संभागीय सचिव बड़पात्रे ने बताया कि आज से मजबूरीवश अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में डाकघर से मिलने वाली सेवाएं या शासन की योजनाओं का डाकघरों के माध्यम से मिलने वाली सेवाएं प्रभावित हुई हैं.   12 दिसंबर मंगलवार को ग्रामीण डाक सेवक जिला मुख्यालय स्थित डाकघर के सामने हड़ताल पर बैठे रहे और जहां नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को लेकर दोबारा आवाज उठाई है.  विदित हो कि बालाघाट में डाकघर का बालाघाट एवं सिवनी का संभागीय कार्यालय है, जिसके कारण यहां बालाघाट के अलावा सिवनी के भी ग्रामीण डाक सेवक हड़ताल में पहुंचे हैं. धूमा, सिवनी से आए संभागीय अध्यक्ष चंद्रभान सिंह पटेल, खामी बरघाट से आए कार्यकारिणी कोषाध्यक्ष लिखीराम नरगिरे ने बताया कि लंबे समय से काम ज्यादा और वेतन कम मिलने से आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वेतन में इस विसंगति से कई वरिष्ठ कर्मचारियों का वेतन 30-35 साल की नौकरी के बाद भी 20 हजार रुपये से अधिक नहीं बढ़ सका है.

यह है मांगे

डाककर्मियों ने समान वेतनमान, पेंशन, ग्रेच्युटी में वृद्धि, ग्रामीण डाक सेवकों एवं उनके स्वजनों को चिकित्सकीय सुविधाएं देने जैसी अन्य सात मांगे रखी है, जिसके वह निराकरण की मांग कर रहे है. इस दौरान हड़ताली डाकर्मियों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की.


Web Title : POSTAL WORKERS GO ON INDEFINITE STRIKE