जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों तक राशन पहुंचा रही आरएसएस, परिवार को राहत सामग्री मिलने पर कन्याकुमारी से सदस्य ने जताया आभार, मदद के लिए आ रहे लगातार फोन कॉल

बालाघाट. त्याग, समर्पण और सेवा के भाव से डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार स्मृति न्यास, कोविड-19 से निपटने किये गये लॉक डाउन के इस संकट काल मंे जरूरतमंद और अति सूक्ष्म परिवारों के लिए एक बड़ा सहारा बनी है. बिना किसी स्वार्थ के न्यास से जुड़े स्वयंसेवक अंतिम छोर के अंतिम व्यक्ति तक राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे है. एक जानकारी के अनुसार डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार स्मृति न्यास से जुड़े स्वयंसेवकों ने अब तक जिला मुख्यालय सहित जिले के समीपवर्ती क्षेत्रो में 700 से अधिक ऐसे जरूरतमंद और अति सूक्ष्म गरीब परिवारों तक राहत सामग्री पहुंचाई है, जिनके पास अब तक शासन, प्रशासन और समाजसेवियों की मदद नहीं पहुंच सकी है.  

कोविड-19 से निपटने किये गये लॉक डाउन के दौरान यदि कोई सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है तो वह गरीब परिवार. जो इस वक्त दो जून की रोटी के लिए तरस आ रहा है, स्थिति यह है कि कोई बच्चों को मिलने वाले दलिया खाकर अपनी भुख मिटा रहा है तो कोई चांवल का पानी पीकर भुख शांत कर रहा है. जिले में ऐसे भी कई परिवार है जहां तक प्रशासन और समाजसेवियों की मदद नहीं पहुंच पा रही है ऐसे जरूरतमंद और अति सूक्ष्म गरीब परिवारों तक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार स्मृति न्यास पहुंचकर उन्हें राहत सामग्री उपलब्ध करवाकर उन्हें दो वक्त की रोटी मुहैया करवा रहा है. निस्वार्थ भाव से स्वयंसेवक अप्रैल की चिलचिलाती धूप में सुबह से लेकर दोपहर तक हाथ में राहत सामग्री का थैला उठाये लोगांे की मदद कर रहे है.  

खास बात यह है कि अब तक न्यास द्वारा जिन 700 परिवारों तक राहत सामग्री पहुंचाई है, उसमें कई मुस्लिम परिवारो के अलावा बाहर से शहर में रह रहे छात्र और मजदूर भी शामिल है. जिनके पास इस वक्त खाने के लिए अनाज का एक दाना तक नहीं था. जिनकी जानकारी मिलने के बाद स्वयंसेवकों ने इनके घरों तक राहत सामग्री पहुंचाकर उन्हें राहत देने का काम किया है.

न्यास सचिव अभय कोचर ने बताया कि डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार स्मृति न्यास द्वारा अध्यक्ष विभाग संघचालक रविन्द्र श्रीवास्तव और सदस्य रमेश रंगलानी के मार्गदर्शन में अब तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता 700 से अधिक अति सूक्ष्म गरीब परिवारों तक राशन कीट पहुंचा चुके है और लगातार न्यास पदाधिकारियों को राहत सामग्री के लिए फोन आ रहे है. न्यास पदाधिकारियों के मार्गदर्शन में स्वयंसेवक जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों तक भी राहत सामग्री पहुंचा रहे है. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन जिला मुख्यालय सहित समीपवर्ती क्षेत्रो के अलावा दूरस्थ अंचलों तक स्वयंसेवक रोजाना 8 से 10 घंटे जरूरतमंद और अति सूक्ष्म परिवारों को राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य कर रहे है.  

श्री कोचर ने बताया कि उनकी प्राथमिकता में दिव्यांग, विधवा, वृद्ध, मजदूर, भिक्षावृत्ति में लगे व्यक्ति, रिक्शा-ठेला चालक, बाहर मजदूरी करने गए व्यक्तियो के परिवार, घरेलु कार्य करने वाली महिलायें प्राथमिकता में है, जो जरूरतमंद भी है. जिसके लिए पहले आरएसएस के कार्यकर्ता द्वारा बनाई गई सूची का सत्यापन किया जाता है और उसके बाद अति जरूरतमंद और गरीब परिवारों तक राहत सामग्री का वितरण किया जाता है.  

उन्होंने बताया कि अब तक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार स्मृति न्यास के स्वयंसेवकों द्वारा सरेखा, कोसमी, बालाघाट नगर, भरवेली, कटिंगटोला, गोंडीटोला, मंगल बस्ती, आँवलाझरी, कन्हार टोला, बूढ़ी, भटेरा चौकी, सागौन वन, ढीमर टोला, एकोडी का रेलटोला, नवेगांव, रहवासी टोला, आवास टोला, गायखुरी सहित घूमक्कड़ जाति के लोगो द्वारा बनाये गये आश्रय स्थल पर राहत सामग्री पहुंचाई जा चुकी है और यह क्रम निरंतर जारी है.

लगातार आ रहे फोन कॉल्स

डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार स्मृति न्यास के स्वयंसेवको द्वारा राहत सामग्री प्रदाय किये जाने के बाद लगातार उन्हें फोन कॉल्स आ रहे है, जिसमें जरूरतमंद और गरीब परिवार अपनी आपबीती न्यास पदाधिकारियों से साझा कर उन्हें अपनी स्थिति से अवगत करा रहा है. खासकर ऐसे गरीबों के फोन ज्यादा आ रहे है, जिनके पास वर्तमान में अब तक कोई सहायता नहीं पहुंची है. जिसकी मदद के लिए स्वयंसेवक भी हरपल नजर आ रहे है, फोन कॉल्स के माध्यम से अब तक न्यास दर्जनों परिवारों तक राहत सामग्री पहुंचा चुका है.  

परिवार को राहत मिलने पर कन्याकुमारी में फंसे मजदूर ने स्वयंसेवकों के प्रति जताया आभार

बालाघाट जिले में निवासरत मजदूर परिवार का सदस्य कोविड-19 से निपटने किये गये लॉक डाउन के दौरान कन्याकुमारी में फंस गया. जिसके बाद तो जैसे परिवार पर आफत ही आ गई. परिवार की रोजी रोटी चलाने वाले मजदूर का यह परिवार संकट की इस घड़ी में दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज था. जिसकी जानकारी मिलने के बाद न्यास के स्वयंसेवकों ने उस परिवार तक राहत सामग्री पहुंचाकर उनकी मदद की. जब इसकी जानकारी कन्याकुमारी में फंसे मजदूर को पता चली तो उसने वहां से फोन कर परिवार को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए न्यास के स्वयंसेवकों का आभार जताते हुए कहा कि पत्नी और बच्चे घर में अकेले थे. फोन से जानकारी मिली थी कि राशन खत्म हो गया है, उसे कुछ सूझ नहीं रहा था, ऐसे में उन्हें आपकी मिली मदद ने जो राहत पहुंचाई है, उससे परिवार को अब भोजन के लिए कोई समस्या नहीं होगी.  

भरी धूप मंे राहत सामग्री पहंुचाने में जुटे स्वयंसेवक

डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार स्मृति न्यास अध्यक्ष विभाग संघचालक रविन्द्र श्रीवास्तव एवं सदस्य रमेश रंगलानी के मार्गदर्शन में अप्रैल की कड़कड़ाती धूप में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार स्मृति न्यास के सचिव अभय कोचर, सह कार्यवाह विक्रांत साकरे, सेवा प्रमुख रितेश अग्रवाल, सेवा भारती सचिव सुनील खोटोले, मकरंद अंधारे, हेमंत अंधारे, उषा धुवारे, रिंकू गिजवानी, नीलू साँवरे, सोनू खेमानी, विजय विधानी, नीलेश जैन, संजू शेन्डे, शुभम यादव, दीपक ऊके, राज वैध जरूरतमंद और अति सूक्ष्म परिवारों तक राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर कर रहे है.


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