कभी क्षेत्र से जनपद सदस्य रही 66 वर्षीय श्रीमती रविकांता ने क्षेत्रवासियों को किया राहत सामग्री का वितरण

बालाघाट. वैश्विक महामारी कोविड-19 ने मानव जाति को भयाक्रांत कर दिया है, लाईलाज इस बीमारी से निपटने शासन, प्रशासन अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए शासन के निर्देश पर हर ओर लॉक डाउन के हालत है. जिससे बालाघाट भी अछूता नहीं है. पूरे जिले में लॉक डाउन के दौरान प्रभावित गरीबों तक प्रशासन राशन तो पहुंचा रहा है लेकिन काम धंधे बंद होने से राशन के अलावा अन्य जरूरत के सामानों के लिए गरीब परेशान है, ऐसे में सामाजिक सेवा से जुड़े लोग उनकी मदद के लिए आगे आ रहे है. कभी कोसमी और नवेगांव क्षेत्र से जनपद सदस्य रही तत्कालीन जनपद सदस्य श्रीमती रविकांता मेश्राम, आज भी अपने क्षेत्रीय लोगों को नही भुली है, आपदा के इस दौर में क्षेत्र के गरीब लोगों को जरूरत की सामग्री के लिए परेशान होने की जानकारी के बाद 66 वर्षीय तत्कालीन जनपद सदस्य श्रीमती रविकांता मेश्राम ने अपने पुत्र और सहयोगियों के साथ कोसमी और नवेगांव क्षेत्र के उन जरूरतमंद गरीब लोगों को जरूरत की सामग्री का वितरण किया, जिनके पास राशन के अलावा अब तक कोई और मदद नहीं पहुंच सकी थी.  

मिली जानकारी के अनुसार तत्कालीन जनपद सदस्य श्रीमती रविकांता मेश्राम ने अपने क्षेत्र कोसमी और नवेगांव में लगभग 500 गरीब और जरूरमंद परिवारों को जरूरत की सामग्री की एक किट प्रदान की. जिसमें दाल, तेल, शक्कर, चायपत्ती, मिर्ची, हल्दी, सोयाबिन की बड़ी, बिस्कुट, मॉचिस और बेसन का पैकेट सहित अन्य जरूरत की सामग्री शामिल थी. आज 26 अप्रैल को कोसमी क्षेत्र के बंदरझिरिया में निवासरत गरीब परिवारों को उन्होंने अपने हाथो से जरूरत की सामग्री का थैला प्रदान किया. जिससे गरीब और जरूरतमंद लोगांे के चेहरे पर खुशी दिखाई दी.  

इस दौरान उन्होंने कहा कि कभी इन्हीं क्षेत्रवासियों के दम पर उन्हें जनपद क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला था. उस दौरान तो उन्होंने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के नाते जो संभव हो सका, वह क्षेत्रीय विकास के लिए कार्य किया था, किन्तु आज आपदा के इस दौर में भी वह अपने क्षेत्रवासियों को नहीं भुली है, उन्हें जानकारी मिली थी कि उनके क्षेत्र के अधिकांश गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राशन तो मिला है किन्तु राशन के साथ अन्य जरूरत की सामग्री के लिए वह परेशान है, जिसके चलते अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राहत सामग्री का वितरण किया है, जिससे उन्हें आत्मिक खुशी मिली है. जब तक मुझसे हो सकेगा, वह लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयासरत रहेगी.  

66 वर्ष की आयु में सेवा के जज्बे के साथ गरीब परिवारों तक राहत सामग्री पहुंचाने में जुटी तत्कालीन जनपद सदस्य श्रीमती रविकांता मेश्राम के साथ ही उनके सहयोगी समाजसेवी रमेश मेश्राम, भारतीय बौद्ध महासभा कार्यकारी जिलाध्यक्ष बी. डी. हिरकने, इंजी. पंकज कामले, पुत्र प्रवीण मेश्राम, निखिलेश मेश्राम सहित अन्य लोग मौजूद थे.


Web Title : THE 66 YEAR OLD SMT. RAVIKANTA, WHO HAS BEEN A JANPAD MEMBER FROM THE AREA, DISTRIBUTED RELIEF MATERIAL TO THE RESIDENTS.