किसानों के समर्थन में स्वस्फूर्त रहा मुख्यालय बंद, जिले में भी रहा बंद का असर, भाजपा कार्यालय के सामने पहुंच गए किसान, कहा यहां से किया गया था वादा, चार तहसीलो में खरीदी शून्य

बालाघाट. सरकार से चुनावी वादे के अनुसार जिले में किसान 31 सौ रूपए समर्थन मूल्य की डिमांड कर रहे है, इसी को लेकर किसानो के, किसान गर्जना संगठन ने 10 दिसंबर को बंद बुलाया था. जिसको लेकर मुख्यालय में स्वस्फूर्त बंद रहा. वहीं जिले के लालबर्रा और अन्य तहसीलो में भी बंद असरदार रहा. बंद से व्यापारिक प्रतिष्ठान और परिवहन सेवाएं बंद रही. जिससे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए परेशान होना पड़ा. हालांकि किसानों के बंद आंदोलन का सब्जी मंडी में असर फीका रहा. सुबह से ही प्रतिदिन की तरह सब्जी बाजार खुला रहा. किसानों के बंद आंदोलन के मद्देनजर, मुख्यालय के सभी प्रमुख चौराहो सहित पाईंट स्थलो पर पुलिस बल तैनात किया गया है. इसके साथ ही पुलिस के वज्र वाहन और मोबाईल पार्टी शहर में गश्त कर रही है.

छिंदवाड़ा से सुबह-सुबह बालाघाट पहंुची महिला कल्पना कुसरे, अपने घर बैहर जाने बस स्टैंड पहुंची तो उन्हें पता चला कि किसान आंदोलन के कारण, बसे बंद है. बनिस्मत ऐसी ही स्थिति गढ़ी निवासी मनोहर ग्वाले के साथ है, जो बीते 15 दिनों से अस्पताल में ईलाज कराने भर्ती थे. सुबह उनकी अस्पताल से छुट्टी हुई तो वह अपनी पत्नी के साथ बस स्टैंड, पहुंचे, तब उन्हें पता चला कि बसें बंद है.  10 दिसंबर, मंगलवार को किसान आंदोलन के दौरान रैली तक किसानों का आंदोलन, शांतिपूर्ण चल रहा था. इसी दौरान किसान दोपहर 04 बजे रैली के माध्यम से शहर का चक्कर लगाते हुए निर्धारित आंबेडकर चौक में ज्ञापन देने की बजाए, भाजपा कार्यालय के सामने पहुंच गए. जिसके चलते पुलिस और प्रशासन के सामने असहज स्थिति बन गई. जबकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम, आंबेडकर चौक में प्रदर्शनकारी किसानो का ज्ञापन लेने तैयार थे.  

यह तो अच्छा रहा कि कोई अप्रिय स्थिति घटित नहीं हुई है, अन्यथा कोई भी अप्रिय स्थिति होने पर शांति बिगड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता. निर्धारित आंबेडकर चौक में ज्ञापन ना देकर भाजपा कार्यालय के सामने किसानो का हुजुम को खड़ा कर ज्ञापन दिए जाने के मामले में किसान आंदोलन की अगुवाही कर रहे किसान गर्जना संगठन जिलाध्यक्ष अरविंद चौधरी ने बताया कि भाजपा कार्यालय से ही किसानों को 31 सौ रूपए समर्थन मूल्य देने का वादा किया गया था. जिसे साक्षी मानकर, हमने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है, अब भी किसानों की मांग पर सरकार ध्यान नहीं देती है तो किसान, आगामी 16 दिसंबर से शुरू होने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में किसानों की आवाज उठाने के लिए भाजपा विधायकों के घर के सामने किसान धरना देंगे. इस मामले में एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि किसानों का आंबेडकर चौक में ज्ञापन देना निर्धारित था. उन्हें अनुमति आंबेडकर चौक तक दी गई थी. उनके भाजपा कार्यालय के सामने पहुंचकर ज्ञापन देने के मामले में परीक्षण कर रहे है. जिसको लेकर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी.  

चार तहसीलो में सुने पड़े धान खरीदी केन्द्र, किसानों ने नहीं बेची धान

जिले में 31 सौ रूपए के समर्थन मूल्य की डिमांड कर रहे किसान, धान खरीदी केन्द्रो के सामने हड़ताल पर बैठे है. आलम यह है कि 31 सौ रूपए समर्थन मूल्य की मांग कर रहे किसानों ने चार तहसील में धान का एक दाना तक नहीं बेचा है. आज 10 दिसंबर तक कटंगी 55 केन्द्रो में धान खरीदी शून्य है.  


Web Title : THE HEADQUARTERS WAS CLOSED SPONTANEOUSLY IN SUPPORT OF THE FARMERS, THE IMPACT OF THE BANDH WAS ALSO IN THE DISTRICT, THE FARMERS REACHED IN FRONT OF THE BJP OFFICE