आदिवासी गोवारी समाज ने दी समाज के 114 शहीद सामाजिक लोगों को श्रद्वाजंलि

बालाघाट. 29 नवंबर 1994 को महाराष्ट्र के नागपुर में न्याय की मांग को लेकर गोवारी समाज ने एक बड़ा मोर्चा निकाला था. जिसमें बड़ी संख्या में गोवारी समाज के लोग मौजूद थे. मोर्चा के दौरान सामाजिक लोगों और पुलिस के बीच हुए संघर्ष में अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे गोवारी समाज के 114 सामाजिक बंधु शहीद हो गए थे. जिस घटना के बाद से प्रतिवर्ष 23 नवंबर को गोवारी समाज के शहीदांे को सामाजिक बंधु याद करते हुए उन्हें श्रद्वाजंलि देते है.  23 नवंबर को मुख्यालय के बस स्टैंड में देवस्थल खिलिया मुठिया के समक्ष, 23 नवंबर 1994 में शहीद हुए सामाजिक बंधुओं को श्रद्वाजंलि दी गई. इस श्रद्वाजंलि कार्यक्रम में आदिवासी गोवारी समाज जिलाध्यक्ष कन्हैया राऊत और समाज के युवा साथियों ने कैंडल श्रद्वाजंलि दी.  

जिलाध्यक्ष कन्हैया राऊत ने कहा कि तत्कालीन महाराष्ट्र सरकार के कार्यकाल में न्याय की मांग कर रहे सामाजिक लोगों पर गोलियां चलाई गई. जिसमें शहीद 114 सामाजिक बंधुओं को प्रतिवर्ष समाज याद करता है और आगामी समय में खिलिया मुठिया देवस्थल पर गाय और बछड़े की प्रतिमा स्थापना और श्रद्वाजंलि कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है. जिसमें प्रदेश सहित जिले के लोग मौजूद होंगे. इस दौरान युवा साथी प्रदेश सदस्य राजेश चामलाटे, राजेश राउत, शुभम, प्रकाश मंगल एवं युवा साथी उपस्थित थे.  


Web Title : TRIBAL GOWARI SAMAJ PAYS HOMAGE TO 114 MARTYRS