01 अगस्त से विश्व स्तनपान सप्ताह प्रारंभ

बालाघाट. आधु‍निक होते समाज में ‍महिलायें शिशु को स्तनपान कराना मुनासिब नहीं समझती हैं और शिशु को उसके अधिकार से वंचित कर देती है. जबकि जन्म के बाद सबसे पहले मां का दूध पिलाना बहुत जरूरी होता है. शिशु के लिए मां का दूध अमृत समान होता है और उसे कई बीमारियों से बचाता है. माताओं को स्तनपान के प्रति जागरूक बनाने के लिए प्रतिवर्ष 01 अगस्त से विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है. बालाघाट जिले में भी स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इस सप्ताह के अंतर्गत 01 अगस्त से जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन प्रारंभ कर दिया गया है.

मुख्‍य  चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि एक नवजात शिशु के लिए माँ का दूध अमृत समान है जो उसे आम बाल्यकालीन बीमारियां जैसे दस्त रोग व कुपोषण से बचाता है. शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष अगस्त माह के प्रथम सप्ताह को पूरे विश्व में स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है. वर्तमान कोविड-19 संक्रमण काल में स्तनपान की महत्वता और अधिक हो जाती है क्योंकि यह नवजात शिशु का सुरक्षा कवच है. प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी स्तनपान संबंधी व्यवहारों पर जन जागरूकता लाने में जनसहयोग सहयोग अपेक्षित है. आज विश्व स्तनपान सपताह के शुभारंभ दिवस पर “एक स्वस्थ संसार के लिए स्तनपान का समर्थन’’ थीम पर मैदानी अमलों द्वारा समुदाय की सभी गर्भवती व धात्री माताओं को शिशु जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान कराने के लिए प्रोत्साहित करें.


Web Title : WORLD BREASTFEEDING WEEK BEGINS FROM AUGUST 01