तु मुझे कबूल..मैं तुझे कबूल..,12 जोड़ो की कराई गई इज्तेमाई शादी

बालाघाट. प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर मुस्लिम एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसायटी बालाघाट की जानिब से इज्तेमाई शादी का इंतजाम किया गया. रविवार को अंजुमन शादी हॉल में आयोजित इस इज्तेमाई शादी में सोसाइटी की जानिब से 12 मुस्लिम जोड़ों का निकाह इस्लामी रस्मो रिवाज के साथ तहत कराया गया. साथ ही निकाह कुबूल करने वाले तमाम मुस्लिम जोड़ों को सोसाइटी की जानिब से उपहार स्वरूप घर-गृहस्थी की सामग्रियों का वितरण कर, निकाह में मौजूद तमाम लोगों को लंगर ए मोहम्मदी तक्सीम किया गया. इस दौरान मुस्लिम एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसायटी के अध्यक्ष एम. एस. एजाज, उपाध्यक्ष मो. रियाज गनी, सचिव आसिफ शेख, सह सचिव समी अहमद, प्रवक्ता मो. इमरान कुरैशी, रहीम खान, सदस्य डॉ. शकील खान, आसिफ राईन, मो. यानिस मदार, मो. अमीन शेख सहित अन्य पदाधिकारी, सदस्य सहित मुस्लिम समाज के हजारों की तादाद में लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे. जिन्होंने इस यादगार पल को अपने जेहन में कैद किया.  

गौरतलब हो कि विवाह में होने वाले फिजूलखर्ची पर रोक लगाने एवं सामाजिक स्तर पर शादी के लिए पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम करने के लिए हर साल ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर मुस्लिम एजुकेशनल एण्ड कल्चरल सोसायटी की जानिब से इज्तेमाई शादी का इंतेजाम किया जाता है जिसमें सोसायटी की जानिब से शादी के पूर्व होने वाली मिलाद, बारात रवानगी सहित अन्य आयोजन कर मुस्लिम रस्मो रिवाज के अनुसार  आवेदन करने वाले मुस्लिम युवक युवतियों का निकाह कराया जाता है. सोसायटी की जानिब से पिछले 12 वर्षो से यहां आयोजन किया जा रहा है. जिसमे अब तक 242 निकाह कराए जा चुके हैं. वही सोसायटी द्वारा आगामी समय मे इस आयोजन को भव्य रूप प्रदान करने की बात कही गई है.

सेहरा गाते निकाली गई बारात

अंजुमन शादी हॉल में आयोजित इस इज्तेमाई शादी की शुरुवात बारात रवांगी के साथ अंजुमन शादी हॉल से की गई. यहां से बारात अंजुमन शादी हॉल से बैहर चौकी, देवी तालाब रोड से मेन मार्केट होते हुए काली पुतली चौक, आंबेडकर चौक से जय स्तंभ चौक, वहां से बूढी अस्पताल मार्ग से बस स्टैंड, रानी अवंती बाई चौक होते हुए रजा चौक, जामा मस्जिद से वापस अंजुमन शादी हाल पहुंची. जहां सोसाइटी की जानिब से मुस्लिम युवक युवतियों का निकाह कराया गया.

नही ली जाती शासकीय मदद, आवाम की इम्दाद से होता है आयोजन

आज के दौर में भव्य रूप से आयोजित होने वाले कोई भी सामाजिक कार्य बिना शासकीय मदद के होना, लगभग असंभव सा हो गया है लेकिन मुस्लिम एजुकेशनल एण्ड कल्चरल सोसायटी की जानिब से हर साल ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर आयोजित होने वाली इस इज्तेमाई शादी में किसी भी प्रकार की शासकीय मदद नही ली जाती और यहां तमाम आयोजन सिर्फ मुस्लिम आवाम की मदद और इम्दाद से कराया जाता है. जिसमें मुस्लिम समाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते है और इस आयोजन को सफल बनाने में अपना भरपूर सहयोग प्रदान करते है.

इन 12 जोड़ों ने कहा निकाह कुबूल है.

 मुस्लिम एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसायटी बालाघाट की जानिब से इस साल  आयोजित इस इज्तेमाई शादी में इस साल 12 जोड़ों का निकाह कराया गया. जिसमें मेंहक राईन हमराह अहफाज राईन, रूखसाना शेख हमराह शफीक खान, रुकैय्या अंजुम हमराह सलमान खान, गुलफ्सा नाज हमराह तौसिफ खान, शीरीन बानो हमराह  अयफाज अली, हसनूर अंजुम हमराह परवेज कुरैशी, गुलअफसा खान हमराह आकिब हुसैन, फरीदा खान हमराह शब्बीर खान, फिरोजा खान हमराह एजाज खान, शमीना अली हमराह समीर शेख और परवीन खान हमराह मो. फारूक शेख ने इज्तेमाई शादी में निकाह कुबूल किया.

कैमरे में कैद कर इस पल को बनाया यादगार

इज्तेमाई शादी के दौरान होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हजारों लोगों ने इस सुनहरे पल को यादगार बनाने के लिए अंजुमन शादी हाल में आयोजित विभिन्न कार्यक्रम को अपने कैमरे में कैद किय  ही लोगो ने इज्तेमाई शादी और इस दौरान हुए विभिन्न कार्यक्रमों की जमकर सरहाना की वही देर रात तक लोग लंगर-ए-मोहम्मदी का लुत्फ उठाया.  

समाज की इम्दाद से होते है विभिन्न कार्यक्रम-सोहेल एजाज

 अंजुमन शादी हाल में आयोजित इस इज्तेमाई शादी के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान मुस्लिम एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसायटी बालाघाट के अध्यक्ष सोहेल ऐजाज ने बताया कि मुस्लिम एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसायटी की जानिब से हर साल ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर इज्तेमाई शादी का आयोजन किया जाता है. जो पिछले 12 वर्षों से चल रहा है. इस साल सोसायटी की जानिब से ईद मिलादुन्नबी के मौके पर आज 12 मुस्लिम जोड़ों का निकाह इस्लामी रस्मो रिवाज के अनुसार संपन्न कराया गया हैं. जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर सभी मुस्लिम जोड़ों को घर गृहस्ती का सामान दिया गया है. साथ ही इस यादगार पल में शामिल हजारों लोगों को लंगर ए मोहम्मदी तक्सीम किया गया है. उन्होंने आगे बताया कि मुस्लिम एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसाइटी की जानिब से समय समय पर मुस्लिम समाज के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किए जाते हैं. इसके पूर्व सोसायटी द्वारा एजुकेशन के क्षेत्र में प्रतिभावान बच्चों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था. इस सम्मान समारोह में कक्षा 10वीं व कक्षा 12वीं की परीक्षाओं में ज्यादा प्रतिशत लाने वाले बच्चों को शील्ड, प्रमाण पत्र एवं नगद पुरस्कारों का वितरण किया गया था. सोसाइटी की जानिब से समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किए जाते हैं और यह सभी कार्यक्रम समाज के सहयोग से आयोजित होते हैं. इसमे किसी भी प्रकार की शासकीय मदद नही ली जाती.  


Web Title : YOU ACCEPT ME.. I CONFESS TO YOU..,12 COUPLES GOT MARRIED