कथित नक्सली मुठभेड़ में मारे गये झामसिंह की मौत मामले में परिजनों और परिषद ने दर्ज कराये बयान

बालाघाट. 6 सितंबर को बालाघाट जिला पुलिस बल हॉक फोर्स और नक्सलियों के बीच हुई कथित मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ निवासी झामसिंह की मौत मामले में जांच पर आज 27 सितंबर को झामसिंह के परिजन और आदिवासी विकास परिषद के सदस्यों द्वारा इस मामले में बयान दर्ज कराये. एसपी कार्यालय में दिए गए बयान में जहां छत्तीसगढ़ से मृतक झामसिंह धुर्वे के परिजनों ने झामसिंह को बेकसूर बताते हुए पुलिस द्वारा उसकी हत्या किए जाने की बात कही. साथ ही झामसिंह के परिजनों को इंसाफ दिए जाने और दोषियों पर कार्यवाही किए जाने की मांग करते हुए कहा कि यदि मांग पूरी नहीं की जाती है तो झामसिंह की मौत में न्याय की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे.

कथित नक्सली मुठभेड़ में मारे गये झामसिंह की मौत के बाद से ही यह मामला सुर्खियां बटोर रहा है जिसको लेकर जहां जिला प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर इस पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है, वहीं राज्य शासन द्वारा सीआईडी के माध्यम से भी जांच करवाई जा रही है. जबकि परिजन और आदिवासी विकास परिषद के सदस्य और झामसिंह के परिजन इस मामले उचित न्यायिक जांच की मांग बात कह रहे है. वे कहते हैं कि जैसा पुलिस यह मान चुकी है कि झामसिंह नक्सली नहीं था किसी दलम से उसका कोई संबंध नहीं था. वह एक ग्रामीण था अब, तो पुलिस भी मान लें कि झामसिंह की मौत उसी की गोली से हुई है ना कि नक्सलियों की.  

जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा हम लड़ते रहेंगे-कुशुलाल मेरावी

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपने बयान दर्ज करने छत्तीसगढ़ से पहुंचे मृतक झामसिंह के परिजन कुशुलाल मेरावी ने बताया कि झामसिह को फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया है. हमारी मांग है कि झामसिह को न्याय मिले और दोषियों पर कार्यवाही की जायें. 6 सितंबर को पुलिस द्वारा कथित मुठभेड़ में झामसिह की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके विरोध में बीते 15 सितंबर को आदिवासी संगठनों के नेतृत्व में किये गये आंदोलन के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया था. उस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है आज हमने अपने बयान दर्ज करा दिये है, जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा, हम लड़ते रहेंगे.


Web Title : FAMILY AND COUNCIL FILE STATEMENTS IN CASE OF DEATH OF JHAMSINGH KILLED IN ALLEGED NAXAL ENCOUNTER