मूवमेंट-21 ने राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में मनाया माता सावित्रीबाई फुले का जन्मदिन, शिक्षकों को किया सम्मानित, नाटिका एवं गीतों से दिया शिक्षा का संदेश

बालाघाट. मूवमेंट-21 संगठन बालाघाट ने सावित्री बाई फूले की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रुप में मनाया. कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय काली पुतली चौक समीप स्थित गार्डन में किया गया. इस कार्यक्रम में बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ महिलाओं को जागृत करने का कार्य करने वाले जिले के 5 शिक्षकों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में शिक्षा के महत्व को नाटिका एवं गीतों के माध्यम से समझाने के साथ ही माता सावित्री बाई के संघर्षों एवं शिक्षा के लिए किए गए कार्यों को याद किया गया. कार्यक्रम में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनोरम प्रस्तुति दी. इस अवसर पर गीत, नाटक, प्रश्नोत्तरी गतिविधियों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान शिक्षक रमा तेकाम, फिरोजा खान, हेमलता लिल्हारे, मनोज मेश्राम और पालन सिंह परते को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के अंत में मूवमेंट-21 की टीम ने कार्यक्रम स्थल पर सामूहिक रुप से श्रमदान कर साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया.  

संघ पदाधिकारियों ने बताया कि सावित्री बाई फुले ने वर्ष 1848 में महिलाओं और वंचित समुदायों के बच्चों के लिए भारत की पहली पाठशाला प्रारंभ की थी. वे भारत की पहली महिला शिक्षक बनी. उन्होंने देश की सभी महिलाओं और बहुसंख्यक वंचित लोगों के लिए शिक्षा के द्वार खोले, जिनके लिए शिक्षा हजारों वर्षों से प्रतिबंधित थी. शिक्षा के क्षेत्र में उनके इस अतुलनीय योगदान के लिए उनके जन्म दिन 3 जनवरी को मूवमेंट-21 संगठन राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रुप में मनाता है. उन्होंने बताया कि सावित्री बाई फुले स्वयं शिक्षित हुई. फिर उन्होंने अपने पति ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर महिलाओं और वंचितों के लिए अनेक शालाएं खोली. इसके लिए उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा. असमानता पर आधारित समाज से उन्हें अनेक प्रताडनाएं और अपमान सहना पड़ा. बावजूद इसके उन्होंने शिक्षा के कार्य को निरंतर जारी रखा. इस अवसर पर मूवमेंट-21 टीम के सभी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे.


Web Title : MOVEMENT 21 CELEBRATES BIRTHDAY OF MATA SAVITRIBAI PHULE AS NATIONAL TEACHERS DAY, HONORS TEACHERS, GIVES MESSAGE OF EDUCATION THROUGH DRAMA AND SONGS