अपराधियों के खिलाफ एक्शन की तैयारी में पुलिस, थाने को मिला 10 अपराधियों को चिन्हित करने का टारगेट जिले में कानून व्यवस्था और बेहतर बनाने रखने पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों की हुई बैठक

बालाघाट. जिले में कानून व्यवस्था को पहले की तुलना में और बेहतर बनाने एवं सभी तरह के अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण रखने के लिए आज 07 जुलाई को पुलिस लाईन बालाघाट के सभागार में पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी. बालाघाट जोन के पुलिस महानिरीक्षक के. पी. व्यंकटेश्वर राव की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक उप महानिरीक्षक अनुराग शर्मा, कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर, शिवगोविंद मरकाम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सभी एसडीएम, सभी एसडीओपी, सभी तहसीलदार एवं सभी थाना प्रभारी उपस्थित थे.

बालाघाट जोन के पुलिस महानिरीक्षक के. पी. व्यंकटेश्वर राव ने बैठक में सभी अधिकारियों से कहा कि शासन ने हमें अधिकार दिया है कि हम कानून का सही तरीके से पालन करायें और लोगों के साथ अन्याय न होने दें. हमें अपने कार्यों से जन सामान्य को न्याय दिलाना है. हम सबका दायित्व है कि समाज में अपराध न हो और किसी के साथ अन्याय न हो. अपने कार्यों की हम सतत समीक्षा करते रहें और पहले की तुलना में हमेशा बेहतर करने का प्रयास करें. कोरोना संकट के दौरान सभी अधिकारियों ने बहुत अच्छा कार्य किया है और अपने तरीके से प्रवासी मजदूरों की मदद कर मानवीय संवेदनाओं का परिचय भी दिया है. अब लाकडाउन को खोला जा रहा है तो जिले में अपराधों के बढ़ने की संभावना है. अतः हमें और सर्तक होकर कार्य करने की जरूरत है. सभी अधिकारी सुरक्षात्मक उपायों पर अधिक ध्यान दें और प्रोएक्टीव होकर काम करें. इससे बड़े बड़े अपराधों को घटित होने से रोका जा सकता है. कोई भी घटना हो तो पुलिस को घटना स्थल पर त्वरित पहुंचना चाहिए और कानून सम्मत कार्यवाही करना चाहिए.

पुलिस महानिरीक्षक श्री राव ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र का सतत भ्रमण करें और जनता से सीधा संवाद बनाये रखें. अपने क्षेत्र जुआ, सट्टा, चोरी, अवैध खनन, अतिक्रमण, गौकशी, धार्मिक विवाद, महिला अपराध न होने दें. आपराधिक तत्वों पर एनएसए एवं जिला बदर की कार्यवाही करें. इसी प्रकार चिटफंड कंपनियों एवं आनलाईन व एटीएम में ठगी करने वालों पर कार्यवाही करें. अधिकारी रात्री गश्त भी करें. राजस्व एवं पुलिस अधिकारी आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें.

चिटफंड कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारी धोखाधड़ी में शामिल माने जायेंगें

बैठक में पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों से कहा गया कि वे प्रत्येक थाना क्षेत्र में 10-10 अपराधियों को चिन्हित करें. ऐसे अपराधी या तो जेल में रहेंगें या उन पर जिला बदर की कार्यवाही की जायेगी. अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रतिबंधात्मक धारा 107, 116 के तहत कार्यवाही करें. वाहन दुर्घटना होने पर चालक के लायसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही करें. सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि वहां पर कोई भी चिटफंड कंपनी न चल रही हो. यदि ऐसी कोई कंपनी पायी जाये जो कम समय में राशि दोगुनी करने का लालच देकर लोगों से राशि जमा करा रही हो तो उस कंपनी के विरूद्ध कार्यवाही करें. ऐसी कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को आम जन से धोखाधड़ी करने में शामिल माना जायेगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी. सभी थाना प्रभारियों एवं क्षेत्र के राजस्व अधिकारियों को इस आशय का प्रमाण पत्र देना होगा कि उनके क्षेत्र में कोई चिटफंड कंपनी काम नहीं कर रही है.

अवैध खनन पर कड़ी कार्यवाही करें

बैठक में अधिकारियों से कहा गया कि वे जिले में अवैध रेत एवं मैंगनीज के खनन को रोकने के लिए कड़ी कार्यवाही करें. रेत ठेकेदारों को वैध खदानों से ही खनन करने दें. अधिकारी जब भी रेत घाट जायें तो पर्याप्त सुरक्षा बलों के साथ जायें. जिले में अमानक खाद्य एवं बीज विक्रय करने वालों पर एफआईआर दर्ज करायें. सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में महापुरूषों की मूर्तियों के साथ तोड़-फोड़ या अन्य कोई अप्रिय घटना न होने दें. थाना प्रभारी अपने क्षेत्र के एटीएम का भी सतत निरीक्षण करते रहें और देखें कि वहां की मशीन में कहीं कार्ड की क्लोनिंग डिवाईस तो नहीं लगी है. इसी प्रकार व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, बैंक आदि के सीसीटीव्ही चालू है या नहीं इस पर भी नजर रखें.   

एटीएम में किसी अनजान व्यक्ति की मदद न लें

बैठक में भारतीय स्टेट बैंक की ओर से आनलाईन फ्राड एवं एटीएम फ्राड करने संबंधी जानकारी देने के लिए दो अधिकारी आये थे. उनके द्वारा बताया गया कि नियमों के अनुसार एटीएम से राशि निकालते समय केबिन में राशि निकालने वाले के अतिरिक्त कोई व्यक्ति नहीं होना चाहिए. इसका सभी लोगों को कड़ाई से पालन करना चाहिए. एटीएम में कार्ड डालने से पहले जांच कर लें कि उसमें किसी ने क्लोनिंग डिवाईस तो नहीं लगाया है. एटीएम फ्राड करने वाले लोग मशीन में कार्ड डालने के स्थान पर क्लोनिंग डिवाईस लगा देते है. यह डिवाईस हाथ से खिचने पर निकल जाती है. एटीएम केबिन में राशि निकालते समय किसी भी अनजान व्यक्ति से मदद न लें. आजकल एटीएम फ्राड करने वाले क्लोनिंग डिवाईस अपने हाथ में लेकर आते है और किसी बहाने से एटीएम कार्ड लेकर उसका क्लोन तैयार कर लेते है. एटीएम का क्लोन तैयार करने के बाद ठगी करने वाला व्यक्ति रात्री 10 बजे के बाद खाते से राशि निकालता है. क्योंकि रात्री में व्यक्ति नींद में होने के कारण मोबाईल में आये राशि निकलने वाले मैसेज नहीं देख पाता है.  

बैंक के अधिकारियों ने बताया कि ऑनलाईन ठगी का शिकार होने से बचने के लिए अपने मोबाईल पर आया ओटीपी किसी को भी नहीं बताना है. उन्होंने बताया कि गूगल-पे के माध्यम से ट्रांसेक्शन फेल होने पर लोग टोल फ्री नंबर पर काल करते है. यह टोल फ्री नंबर फर्जी होता है और इस नंबर पर काल करने पर वे लोग बातों बातों में मोबाईल में आया ओटीपी नंबर पता कर लेते है.

पुलिस उप महानिरीक्षक अनुराग शर्मा ने बैठक में सभी थाना प्रभारियों से कहा कि वे नियमित अंतराल पर अपने थाने में बलवा ड्रील करके देखें कि उनका सभी सिस्टम ठीक से काम कर रहा है या नहीं. कलेक्टर दीपक आर्य ने सभी एसडीएम से कहा कि वे जनपद सीईओ, थाना प्रभारी के साथ क्षेत्र के सरपंचों की बैठक लेकर क्षेत्र में बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी प्राप्त करने के लिए सूचना तंत्र विकसित करें. सभी अधिकारी अपने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित होने वाले क्षेत्रों का संयुक्त भ्रमण कर लें. पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने जिले के सभी थानों में घटित विभिन्न अपराधों एवं कार्यवाही की जानकारी प्रोजेक्टर पर प्रदर्शित की और थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपराध नियंत्रण में अपने थाने का रिकार्ड पहले से बेहतर बनाने के लिए कार्य करें.


Web Title : POLICE AND REVENUE OFFICIALS MEET TO IDENTIFY 10 CRIMINALS IN THE TARGET DISTRICT TO IMPROVE LAW AND ORDER IN PREPARATION FOR ACTION AGAINST CRIMINALS