मलाजखंड ताम्र परियोजना के प्लांट में मजदूर की मौत

बालाघाट. 1 अगस्त की रात्रि लगभग 11. 30 बजे मलाजखंड ताम्र परियोजना के प्लांट में कार्य कर रहे युवा मजदूर हरिशंकर उर्फ रविशंकर की मौत हो गई. बताया जाता है कि मजदूर ठेकेदारी के अंतर्गत कार्य कर रहा था. जो बीती रात प्लांट के बेल्ट फीडर नंबर 2 में काम कर रहा था, इस दौरान ही कनवेटर बेल्ट में पत्थर आ जाने पर बिना मशीन बंद किये वह उसे निकल रहा था, तभी वह मशीन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई.  

हरिशंकर की मौत के बाद आज सुबह परिजनों ने तब तक उसका पीएम करवाने से इंकार कर दिया, जब तक परियोजना प्रबंधन आश्रित परिवार के मुआवजे और नौकरी को लेकर कोई ठोस आश्वासन परिजनों को नहीं दे सके. घटना की जानकारी के बाद देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई. जानकारी मिलने के बाद बैहर विधायक संजय उईके भी वहां पहुंचे. जिसके बाद हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड की मलाजखंड ताम्र परियोजना के मानव संसाधन विभाग के प्रबंधक अर्जुन लहरा के लिखित तत्काल सहायता राशि, मजदूर की पत्नी को रोजगार और एम्लाइज डेथ कम्पनशेशन एक्ट 1923 के तहत कम्पनशेशन भुगतान के आश्वासन दिये जाने के बाद परिजन शव के पीएम के लिए तैयार हुए, जिसके बाद मलाजखंड पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया.

सूत्रों की मानें तो जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त मजदूर युवक हरिशंकर अकेला था, जबकि उसके साथ अन्य किसी को काम पर साथ होना चाहिये था, वही सेफ्टी इंस्पेक्टर के भी मौजूद नहीं होने की बात सामने आ रही है. जिससे यह पूरी घटना प्रबंधन की लापरवाही के कारण घटित होना बताई जा रही है, हालांकि प्रबंधन ने इस मामले में अब तक कोई बयान जारी नहीं किया है. वहीं दूसरी ओर मलाजखंड पुलिस का कहना है कि मामले में मर्ग कायम कर लिया गया है, जांच के बाद ही साफ हो पायेगा कि मजदूर युवक की मौत लापरवाही से हुई है या फिर यह एक दुर्घटना है.  

बहरहाल इस मामले में हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड मलाजखंड ताम्र परियोजना का एक लेटरपेड सामने आया है जिसमें मानव संसाधन विभाग के प्रबंधक की ओर से मृतक मजदूर के आश्रित परिवार को मृत्यु सहायता के रूप में तत्काल 50 हजार रूपये की राशि देने, मृतक की पत्नी को तुरंत ठेकेदार मजदूर के रूप में रोजगार दिये जाने, एम्लाईज डेथ कम्पनशेशन एक्ट 1923 के अंतर्गत कम्पनशेशन कमिश्नर बालाघाट द्वारा जो भी देय रािश भुगतान के आदेश पारित किये जाने पर 7 दिन में कम्पनशेशन कमिश्नर बालाघाट ऑफिस में जमा कराये जाने और मृतक के पीएफ का पैसा मृत्यु प्रमाण पत्र प्रस्तुत किये जाने के 10 दिन में भुगतान किये जाने का लिखित भरोसा दिलाया गया है.  

बताया जाता है कि मलाजखंड ताम्र परियोजना में मजदूर युवा की मौत का यह कोई पहला मामला भी नहीं है, इससे पूर्व भी मजदूरों की मौत की घटनायें सामने आते रही है, जिससे प्रबंधन की कार्य के दौरान मजदूरों की सुरक्षा को लेकर सवाल भी खड़े होने लगे है. बहरहाल अब देखना है कि पुलिस जांच के बाद यह मामला सुरक्षा में चूक के रूप में सामने आता है या फिर दुर्घटना का.


इनका कनहा है

मामले में युवक का शव बरामद कर उसका पीएम करवाकर शव परिजनो को सौंप दिया गया है. घटना बीती रात परियोजना के प्लांट की है, जिसमें युवक की मौत में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है.

श्री मीणा, थाना प्रभारी, मलाजखंड थाना


Web Title : WORKER KILLED AT MALAJKHAND COPPER PROJECT PLANT