बालाघाट. गौरव पथ पर एचपी गैस एजंेसी के सामने आज सुबह एक तेज रफ्तार वाहन चालक सड़क किनारे से जा रही गाय को टक्कर मारकर फरार हो गया. जिससे गाय चोटिल होकर जमीन पर गिर पड़ी. जिसे देखने के बाद तत्काल वार्ड सुपरवाईजर निर्मल डहरवाल ने गौसेवकों को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद रविन्द्र कावसे सहित अन्य एवं नपा के अमले की मदद से घायल हालत में मूच्छित पड़ी गाय को उठाया और इसकी सूचना पशु चिकित्सक को दी. चिकित्सक के पहुंचने तक गौसेवक, गाय की देखभाल करते रहे और आसपास एवं घाव पर मक्खियां न लगे, इसके लिए उनके द्वारा फिनाईल का छिड़काव किया गया. जिसके बाद पहुंचे पशु चिकित्सक ने गाय का उपचार कर उसे इंजेक्शन लगाया. जिससे गाय की हालत में सुधार देखा गया.
गौसेवक एवं गौपालक रविन्द्र कटरे (कावसे) ने बताया कि एक तेज रफ्तार वाहन चालक ने गाय को टक्कर मार दी. जिससे गाय घायल होकर मूर्च्छित हो गई थी. जिसकी सूचना वार्ड सुपरवाईजर निर्मल डहरवाल से मिलने के बाद वहां पुत्र के साथ, यहां पहुंचे और नपा अमले की मदद से गाय को उठाकर सीधा किया गया. वाहन की टक्कर से गाय के घायल होने पर पशु चिकित्सक को इसकी सूचना दी गई. जिसके बाद पशु चिकित्सक ने पहुंचकर घायल गाय का उपचार किया और इंजेक्शन लगाया. जिससे घायल गाय के हालत में सुधार है. एक सवाल के जवाब में गौसेवक एवं गौपालक रविन्द्र कटरे ने बताया कि गौपालक, आखिर गाय को घूमने तो छोड़ेगा ही, पूरे समय वह घर पर गाय को बांधकर नहीं रख सकता है, लेकिन हर बार गौवंश के कारण ही दुर्घटना होती हो, ऐसा नहीं है, अक्सर ऐसे मामले में देखा जाता है कि वाहन चालक की तेज रफ्तार, गौवंश को चोटिल कर जाती है, जिससे वाहन चालकों को गौवंश नजर आने पर वाहन को नियंत्रित स्थिति में चलाना चाहिये, आखिर वह भी एक पूज्यनीय जीव है. हां यह सही नहीं है कि यदि रात में कोई गौपालक, अपने गौवंश को घर पर नहीं रखता है तो वह आवारा मवेशी है, गौवंश की रक्षा के लिए वाहन चालकों को सड़क पर गौवंश नजर आने पर वाहन को धीमी रफ्तार में चलाना चाहिये, ताकि वह भी सुरक्षित रहे और गौवंश भी.
गौरतलब हो कि नगर मे इन दिनों सड़को पर बेजा, गौवंश नजर आ रहे है, जो ना केवल स्वयं चोटिल हो रहे है बल्कि यातायात में भी बाधक बने है, जबकि नपा द्वारा सड़कों से गौवंश को हटाने के लिए हाका गैंग गठित की गई है, लेकिन यह गैंग भी, ईद की चांद की तरह नजर आती है और मर्जी से काम करने पर विश्वास करती है.