गौरीभाऊ की इस उम्र में याददाश्त कमजोर हो गई-सम्राटसिंह, राणा हनुमानसिंह प्रवेश द्धार तोड़े जाने के नपा पीआईसी प्रस्ताव पर भड़के अध्यक्ष, अधिकारी डरते है कि गौरीभाऊ को पता ना चले जाये

बालाघाट. जिले के दानवीर दीवान बहादुर मुलना जी से प्रेरणा लेकर जिले का कृषि विज्ञान केन्द्र के लिए जगह और मकान सहित अन्य संस्थाओं को दान देने वाले राणा हनुमानसिंह के प्रवेश द्धार को नपा परिषद की बैठक के पूर्व पीआईसी में प्रस्ताव लिये जाने की सुगबुगाहट पर जिला पंचायत अध्यक्ष आयोग अध्यक्ष और विधायक गौरीशंकर बिसेन पर भड़क गये. उन्होंने कहा जिस राणा हनुमानसिंह प्रवेश द्धार के भूमिपूजन मंे उन्होंने कुदाली चलाकर उनकी शान में कसीदे गड़े थे, वहीं अब उनके प्रवेश द्धार को नगरपालिका के माध्यम से तुड़वाना चाह रहे है, शायद उम्र ज्यादा होने के कारण उनकी याददाश्त कमजोर हो गई है.  

निज निवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राटसिंह सरस्वार, कभी जिस जिला पंचायत सीईओ को लेकर भड़ास निकालते नहीं थक रहे थे, आज उन्हीं के तारीफो के पुल बांधते नहीं थक रहे थे. अध्यक्ष सरस्वार ने तो यहां तक कह दिया कि बालाघाट जिले को कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ जैसे प्रशासनिक अधिकारी नहीं मिल सकते. हालांकि उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी डरते है कि कहीं गौरीभाऊ को यह ना पता चल जाये कि सम्राटसिंह सरस्वार के कहने पर पंचायतो में विकास कार्य हो रहे है.

उन्होंने कहा कि जिला पंचायत सीईओ मेरे द्वारा बताये गये कार्यो को गंभीरता से लेते है. मेरे कहने पर ही सदस्यो को सीईओ द्वारा काम दिये गये है. बस वह इतना चाहते है कि गौरीभाऊ को इसका पता ना चले. यदि उन्हें पता चल गया तो वह रोकने का काम करेंगे. यह बहुत तेज दिमाग के होते है जो सबको मैनेज करके चल रहे है. वे नहीं चाहते कि उनकी सीआर खराब हो. उन्होंने कहा कि भूमिपूजन में मेरा नाम हो या ना हो, मैं केवल विकास चाहता हॅु.  

अध्यक्ष सरस्वार ने कहा कि यदि प्रवेश द्धार तोड़ा जाता है तो वह कानूनी प्रक्रिया के बाध्य होंगे. जो जो तोड़ने की सोच रहे है, उनकी मानसिकता गंदी है, जिस पर रोक लगनी चाहिये. मुझे पता चला है कि आयोग अध्यक्ष बिसेन, कृषि विज्ञान केन्द्र का नाम भी परिवर्तित कराना चाहते है. जो जिले का दुर्भाग्य है. प्रवेश द्धार को तोड़े जाने की चर्चा के बीच हमारी सभी समाज के लोगो से चर्चा हो रही है, जिनके साथ आंदोलन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रवेश द्धार तोड़े जाने का दुर्विचार रखने वाले एक नाम तो सर्वविदित है आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन, जो कई बार मंच से कह चुके है, वहीं दूसरा नाम का पता किया जा रहा है. उन्होने कहा कि जब से नपा मंे सुरजीतसिंह ठाकुर की भाभी बैठी है तब से गेट बनाने मंे रोक लगाई है.

 प्रेसवार्ता में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील पॉलीवाल ने प्रवेश द्धार से ना तो रास्ता जाम हो रहा है और ना ही किसी प्रकार की दुर्घटना का खतरा है. भूमिपूजन के दौरान पूर्व विधायक अशोकसिंह सरस्वार जी ने दलगत भावना से उठाकर सभी को एक मंच पर लाया और कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद प्रवेश द्धार का भूमिपूजन किया गया. जब शहर के अहिंसा द्धार और सहस्त्रबाहु द्वारा को लेकर आपत्ति नहीं है तो दानवीर राणा हनुमानसिंह के प्रवेश द्धार को लेकर आपत्ति लिया जाने से बाद में कोई दानवीर दान के लिए आगे नहीं आयेगा. अगर इसमें भी राजनीति हो रही तो यह अच्छा नहीं है.

नपा नेता प्रतिपक्ष कारो लिल्हारे ने बताया कि पीआईसी की बैठक में प्रवेश द्धार को तोड़े जाने का प्रस्ताव आया है. जबकि यह पीआईसी का मामला नहीं है. जब यह बीती कार्यकाल की परिषद में पास किया गया था तो इसे परिषद में लाया जाना चाहिये था. जिसमें चर्चा होती और परिषद निर्णय लेती. किंतु परिषद की 25 जनवरी को होने वाली बैठक का जो एजेंडा मिला है, उसमें यह उल्लेख नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रवेश द्धार के लिए नपा द्वारा विधिवत अनुमति दी गई और नपा द्वारा लाखो रूपये खर्च कर इस स्थान से एक्सटेंशन लाईन को अलग किया है. जिसे हम परिषद की बैठक में उठायेंगे और सर्वमान्य नेता से भी अपील करते है कि वह बड़ा दिल रखकर इस बारे में पुर्नविचार करें.


Web Title : GAURIBHAUS MEMORY HAS BECOME WEAK AT THIS AGE SAMRAT SINGH, RANA HANUMAN SINGH, PRESIDENT ANGRY OVER THE PIC PROPOSAL TO BREAK THE ENTRANCE, OFFICIALS ARE AFRAID THAT GAURIBHAU MAY NOT KNOW