मुझे अध्यक्ष बनने से रोकने सदस्यों को खरीदने गये थे गौरीशंकर बिसेन-सरस्वार,आयोग अध्यक्ष पर लगाये गंभीर आरोप, करूंगा मानहानि का दावा

बालाघाट. लगातार अपने बयानो से सुर्खियां हासिल कर रहे आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन अब घिरते नजर आ रहे है. जहां गत दिवस निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने आयोग अयक्ष बिसेन पर बड़ा जुबानी हमला बोला था. वहीं आयोग अध्यक्ष पर जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राटसिंह सरस्वार ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन पर मानहानि का दावा करेंगे. भले ही सम्राटसिंह सरस्वार जिला पंचायत अध्यक्ष हो, लेकिन वह अब तक डमी अध्यक्ष के रूप में ही नजर आये है, हां यह जरूर है कि निज निवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में जितनी दबंगता वह दिखाते आ रहे है, उतनी दबंगता कार्यकाल के दौरान उनके जिला पंचायत में नहीं दिखाई दी है और हर बार अपने काम नहीं कर पाने का ठीकरा उन्होंने आयोग अध्यक्ष पर यह कहकर फोड़ा है कि वह उन्हें काम नहीं करने देना चाहते है.  

फिलहाल 6 फरवरी को निज निवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने आयोग अध्यक्ष पर सिलसिलेवार जुबानी बयानबाजी करते हुए हमला बोला कि मुझे अध्यक्ष बनने से रोकने के लिए आयोग अध्यक्ष, पप्पू गौतम के साथ वह सदस्यों के घर नोटो की थैली लेकर गये थे. जिसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग मेरे पास है, और मुझ पर आरोप लगाते है कि मैने पैसे बांटे, मैने बांटे तो तुमने क्या बांटा, रिश्वत के पैसे.  उन्होने कहा कि वह वह ज्ञानी मानते है लेकिन उम्र का तकाजा और चुनाव को लेकर उनकी असुरक्षा के कारण वह इन दिनो अपनी मनमानी कर अधिकारियों को उनकी सीआर खराब होने की धमकी देकर दबाव बनाने का प्रयास करते है. जिस गंदे और नीच दर्जे की राजनीति वह कर रहे है. उससे वह ना केवल अपना स्वयं बल्कि अपनी पार्टी का नुकसान कर रहे है और यह हमारे लिए अच्छा ही है. वह हमेशा यही सोचते रहते है कि सम्राटसिंह सरस्वार को कैसे कमजोर करूं.

अध्यक्ष सरस्वार ने कहा कि दानवीर राणा हनुमानसिंहजी के बारे में जो उन्होंने उटपटांग और पागलपन वाली बाते कहीं है, उसके खिलाफ वह मानहानि का दावा करेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक मैं अध्यक्ष नहीं था, वह हर मंच से दानवीर राणा हनुमानसिंह की तारीफ करते थे लेकिन मेरे अध्यक्ष बनने के बाद क्या उनकी याददाश्त कमजोर हो गई हैं.  उन्होंने कहा कि उनकी हरकतांे ने एक राजनीतिक व्यक्ति को हंसी का पात्र बनाकर रख दिया है, महिलाओं की मौजूदगी में गाना गाते है कि हम तुम एक कमरे में बंद हो और चॉबी खो जाये, तो कभी कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है. एक राजनीतिक व्यक्ति द्वारा ऐसा करना फुहड़ता और अश्लीलता के प्रदर्शित करता है.  

उन्होने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर वह हरसंभव कोशिश कर रहे है कि मुझे काम करने से रोके लेकिन वह यह भुल गये कि जितने भी काम हो रहे है वह मेरे माध्यम से हो रहे है, यह और बात है कि वे भूमिपूजन के पत्थर में अपना नाम छपवा रहे है. उन्होंने कहा कि दानवीर राणा हनुमानसिंह के नाम से बन रहे प्रवेश द्धार को लेकर बकायदा शासन, नगरपालिका और जिला प्रशासन से अनुमति ली है. जिसके भूमिपूजन की कुदाली स्वयं गौरीशंकर बिसेन ने चलाई थी और कहा था कि प्रवेश द्धार निर्माण में किसी भी प्रकार की रूकावट को दूर करने के लिए गौरीशंकर बिसेन स्वयं खड़ा है.

उन्होंने कहा कि लालबर्रा और बालाघाट क्षेत्र में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन अतिक्रमण हटावा रहे है और प्रशासन उनके साथ खड़ा दिखाई दे रहा है. पहले उन लोगों की व्यवस्था कर दो फिर अतिक्रमण हटाना और यदि अतिक्रमण हटाना ही है तो कलेक्टर बंगले के सामने आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन द्वारा किये गये पौन एकड़ से एक एकड़ में किये गये अतिक्रमण को प्रशासन हटाये.

उन्होंने भाजपा सरकार की विकास यात्रा पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि शासन की विकास यात्रा के लिए जिले में 66 लाख रूपये आये है. जो पीएचई के माध्यम से कलेक्टर को दिये गये है. समझ नहीं आता है कि विकास यात्रा में अधिकारियों के विकास की बात हो रही है या फिर भाजपा के लोगों के विकास की.

प्रदेश में आज शिक्षित बेरोजगार सड़क पर घूम रहा है, गरीबों को गंेहू नहीं मिल रहा है, जिसे बांटने की अपेक्षा उसे गोदामो में रखकर सड़ाया जा रहा है. विकास कार्यो के लिए आने वाली राशि में बंदरबांट हो रही है. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर भी आरोप लगाया कि कोई नई योजना आती है तो उन्हें नहीं बताया जाता है कि जब क्रियान्वयन हो जाता है और राशि का बंदरबांट हो जाता है तब उन्हें पता चलता है.   उन्होंने कहा कि भाजपा की विकास यात्रा में केवल और केवल भाजपाई और प्रशासनिक अधिकारी है, जनता नहीं. जनता से निर्वाचित त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि अपनी मांगो को लेकर विकास यात्रा का विरोध कर रहे है.


Web Title : GAURISHANKAR BISEN SARSWAR FILES DEFAMATION CASE AGAINST EC CHAIRMAN FOR BUYING MEMBERS