महिला आरक्षण बिल पर जुमलेबाजी छोड़कर इसे तत्काल लागु करें सरकार-रिकाब मिश्रा, कांग्रेस के एजेंडा को अपना बताकर गुमराह कर रही मोदी सरकार-आरोप

बालाघाट. संसद के विशेष सत्र में मोदी सरकार ने महिला आरक्षण बिल तो पेश कर दिया लेकिन इसके लागु होने पर लगने वाले समय के साथ ही अब भाजपा सरकार की नियति और निति पर सवाल खड़े होने लगे हैं. जिस बिल को मोदी सरकार का भाजपा मास्टर स्ट्रोक बता रही थी, उस बिल के लागु करने को लेकर अब वह सवालांे के घेरे में है. कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल इस बिल को तत्काल लागु करने की मांग कर रहे है. कांग्रेस प्रवक्ता रिकाब मिश्रा ने कहा कि मोदी सरकार का महिला आरक्षण विधेयक मास्टर स्ट्रोक नहीं बल्कि कांग्रेस का एजंेडा है, जिसे उन्होंने लागु किया है. वर्ष 2014 में कांग्रेस की चेयपर्सन रहते हुए कांग्रेस नेत्री श्रीमती सोनिया गांधीजी ने इसे राज्यसभा में पास करा लिया था लेकिन लोकसभा में विघ्नसंतोषियों के कारण यह पास नही हो सका. अब भाजपा सरकार इसे अपना मास्टर स्ट्रोक बताकर झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है और उसे लागु करेन के लिए जनगणना और परिसिमन का आड़ लेकर लंबा खींचने पर तुली है. जिससे साफ है कि महिलाओं को लेकर भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है.  

कांग्रेस प्रवक्ता रिकाब मिश्रा ने सवाल खड़े करते हुए कहाकि जब मोदी सरकार जब एक दिन में नोटबंदी, लॉकडाउन और जीएसटी जैसे जनविरोधी निर्णय ले सकती है तो फिर महिला आरक्षण को 2019 तक खींचकर क्या एक बार फिर इस मामले में देश की महिलाओ को गुमराह कर सत्ता हासिल करना चाहती है? कांग्रेस मांग करती है कि यदि सही में मोदी सरकार और भाजपा, महिला हितैषी है तो इसे आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व लागु करें अन्यथा अब देश की जनता ही नहीं बल्कि महिलायें भी मोदी सरकार के जुमलेबाजी को नहीं आने वाली है.  

प्रवक्ता श्री मिश्रा ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक को मास्टर स्ट्रोक बताने वाली मोदी सरकार के राज में ही सार्वजनिक रूप से मेघालय में महिला के निर्वस्त्र घुमाने की घटना, देश की महिला पहलवानों के शारीरिक शोषण की घटना, देश की जनता देख चुकी है, बावजूद आज तक इस मामले में मोदी सरकार ने कभी चर्चा करना तक उचित नहीं समझा. भाजपा शासित मध्यप्रदेश में तो महिलाओं के अत्याचार को लेकर स्थिति सबसे खराब है, प्रदेश महिला अत्याचार में अव्वल है तो फिर कैसे माना जाये कि भाजपा, महिला हितैषी है.  

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से महज कुछ महिने पहले मोदी सरकार देश को महिला आरक्षण का जुमला ना बताये. भाजपा इसे तत्काल लागु करें, जबकि इस मामले में कांग्रेस भी इस बिल के समर्थन में है. चूंकि कांग्रेस का ही संकल्प था कि महिलाओ को 33 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिये और इस संकल्प को कांग्रेस नेता स्व. राजीव गांधी, श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी कई बार दोहरा चुके है. कांग्रेस महिला आरक्षण बिल का समर्थन करते हुए मांग करती है कि इस बिल को इसी लोकसभा चुनाव से पहले लागु करें.


Web Title : GOVT SHOULD IMMEDIATELY IMPLEMENT WOMENS RESERVATION BILL: RIKAB MISHRA