ग्रीन बालाघाट-क्लीन बालाघाट के संकल्प के साथ किया पौधारोपण,मकान बनाने की अनुमति के लिये पौधे लगाना होगा जरूरी

बालाघाट. नगर को ग्रीन बालाघाट-क्लीन बालाघाट बनाने के संकल्प के साथ नगर पालिका परिषद द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर स्थानीय नवीन कन्या शाला बूढ़ी स्थित परिसर में पीपल, बरगद, जामुन एवं बादाम के पौधों का पौधारोपण किया गया. इस अभियान की शुरूआत पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन, कलेक्टर एवं प्रशासक दीपक आर्य, समाजसेवी किरण भाई त्रिवेदी, मौसम हरिनखेरे, सत्यनारायण अग्रवाल, सुरजीत सिंह, पूर्व पार्षद राजेश लिल्हारे, पार्षद सिद्धार्थ शेंडे, सीएमओ सतीश मटसेनिया एवं स्कूल शिक्षकों की उपस्थिति में पौधारोपण के साथ की गई. जिसमें आगामी दिनों में प्रकृति को स्वच्छ एवं प्रदूषण रहित बनाने का संदेश देने के साथ ही शहर को ग्रीन एवं क्लीन बनाने के लिए नगर पालिका परिषद द्वारा जनसहयोग एवं सभी समाजिक, धार्मिक व स्वयंसेवी संगठनों को जोड़कर आगामी दिनों में वृहद स्तर पर नगर में पौधारोपण किया जायेगा.

विधायक गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि प्रकृति, एक मां की तरह बिना कुछ मांगे ही, हमारी सभी जरूरतों का पूरा ख्याल रखती है. हमारा पालन-पोषण करती है. एक तरीके से प्रकृति हमारी जीवनदायनी है. जो न सिर्फ हमें अपने आंचल में समेटकर, हमें भोजन, पानी, शुद्ध हवा, देती है, बल्कि मुफ्त में ढेर सारे संसाधन उपलब्ध करवाती है. मनुष्य का जीवन पूरी तरह प्रकृति पर ही निर्भर है. पर्यावरण असंतुलन आज विश्व की सबसे गंभीर समस्या है. पर्यावरण का संरक्षण और संवर्धन हम सभी की प्राथमिकता भी होनी चाहिये और कर्तव्य भी. इसीलिये हम पेड़-पौधे लगाने और अपनी धरती को हरी-भरी रखने संरक्षण करने के साथ ही, बिजली की बचत करने, जल संरक्षण करने, भोजन की बर्बादी रोकने, वाहनों के प्रयोग में कमी एवं गति को कम रखकर वाहन चलाने का संकल्प करें. जिससे कार्बन डाईआक्साईड गैस का उत्सर्जन कम होगा और पर्यावरण दूषित होने से बचेगा, हवा शुध्द होगी. इसीलिये पेड़ लगाना, प्रदूषण को नियंत्रित करना एवं पर्यावरण का संरक्षण करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है. साथ ही हम पौधा रोपण कर उसके पालन-पोषण की जिम्मेदारी स्वमेव लें यह पुनित कार्य सभी को करना चाहिये.

कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि शासन द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर वृहद पौधारोपण अभियान ‘अंकुर’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है. जिस कार्यक्रम के अंतर्गत पौधरोपण कर हम सिर्फ पेड़ नहीं लगा रहे, ऑक्सीजन प्लांट लगा रहे हैं. हमें अपने लिए, अपनों के लिए और इस धरती के लिए पेड़ लगाना चाहिये. पौधारोपण अभियान जनभागिदारी से ही सफल होता है जिसके लिये हम आगामी दिनों में बालाघाट जिले एवं नगर में वृहद पौधारोपण अभियान सभी आमजनों, स्वयंसेवी, समाजसेवी एवं धार्मिक संगठनों के साथ मिलकर चलायेंगे. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने निवेदन किया है कि मकान बनाना है तो पेड़ लगाओ, मकान के अगल-बगल लगाओ, अगर जगह नहीं है, तो नगर पालिका, नगर पंचायत के पार्क में, पंचायत या स्कूल भवन में पेड़ लगाओ. यह नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में तो होगा ही, हम पंचायतों को भी कहेंगे कि गांव में मकान बनाने हैं तो एक पेड़ अनिवार्य है. प्रधानमंत्री आवास योजना का मकान जो बनाए, उसमें भी अनिवार्य है. बिल्डिंग परमीशन में यह शर्त कानूनन अनिवार्य कर दी जायेगी.

समाजसेवी किरण भाई त्रिवेदी ने प्रेरित होकर पर्यावरण दिवस पर एक हजार पौधारोपण करने का संकल्प लिया. जिन पौधों की सुरक्षा पालन-पोषण की सम्पूर्ण जिम्मेदारी एपी त्रिवेदी एण्ड सन्स ने ली है. पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण 

प्रकाश डालते हुए समाजसेवी आर्ट ऑफ लिविंग योग प्रशिक्षक सुरजीत सिंह ने अपने अनुभव के आधार पर कहा कि पौधो को विधिवत् तरीके से रोपण करने की जानकारी हमें होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि प्रायः देखने में आता है कि जानकारी के अभाव में हम पौधा तो लगा लेते हैं, लेकिन कुछ दिनो बाद वह पौधा मर जाता है. हम पौधो को लगाते समय इन बातो का विशेष ध्यान रखे कि जिस गढ्ढे में पौधा लगा रहे, उसका आकार डेढ़ बाई डेढ़ फीट (चौड़ाई, लम्बाई और गहराई) होनी चाहिए. अभी चल रहे गर्म मौसम में गढ्ढा करना चाहिये जिसके बाद 25 जून से 08 जुलाई के बीच में पौधारोपण करने का सबसे उचित समय होता है.  


Web Title : GREEN BALAGHAT CLEAN BALAGHAT RESOLVES TO PLANT SAPLINGS TO ALLOW CONSTRUCTION OF HOUSES