बालाघाट. बालाघाट नगरपालिका के करोड़ो रूपए के राजस्व वसुली को लेकर प्रभारी सीएमओ दिशा डेहरिया, सख्त दिखाई दे रही है, विगत दिनों ही उन्होंने नगरपालिका के बड़े बकायादारों को लेकर दो टूक शब्दो में फरमान जारी किया था कि बड़े बकायादार, यदि नगरपालिका का बकाया कर जमा नहीं करते है तो उनके नाम शहर के प्रमुख चौक-चौराहो पर लगने वाले होर्डिंग्स के माध्यम से सार्वजनिक किए जाएंगे लेकिन ई-नगरपालिका पोर्टल के तकनीकि कारणों के कारण, ऑनलाईन टैक्स जमा नहीं हो सके थे, जिससे थोड़ी राहत नगरपालिका के बड़े बकायादारांे को मिली थी लेकिन अब यह राहत खत्म हो गई है, ऐसा इसलिए कि नगरपालिका सीएमओ ने राजस्व वसुली को लेकर ऑफलाईन कर जमा करवाने को लेकर ना केवल निर्देश जारी किए है बल्कि मंगलवार 26 दिसंबर को नगरपालिका राजस्व प्रभारी को सख्त निर्देश भी जारी किए गए है कि वह तत्काल रसीदों के माध्यम से ऑफलाईन राशि जमा करवाने पर जोर दे.
गौरतलब हो कि नगरपालिका का बीते कई वर्षाे सहित वर्तमान वर्ष का करोड़ो रूपए की राशि नगरपालिका के विभिन्न करो की नागरिकों पर बकाया है, जिसमें छोटे बकायादारों को छोड़ दिया जाए तो बड़े बकायादारों पर लाखों रूपए की राशि बकाया है, ऐसे में यदि राजस्व वसुली की यह राशि मिल जाती है तो आर्थिक रूप से कमजोर चल रही नगरपालिका को संबल मिल सकेगा और वह नगरपालिका के कर्मचारियों के वेतन के अलावा अन्य वित्तिय खर्च को पूरा कर सकेगी.
गौरतलब हो कि वर्तमान में नगरपालिका आर्थिक रूप से कमजोर है, जिसके चलते नगरपालिका के पास कर्मचारियों को तनखा देने और आवश्यक खर्च के लिए धनराशि नहीं है. नगरपालिका के पास शासन से मिलने वाली राशि को छोड़कर, एकमात्र करो की वसुली ही ऐसा माध्यम है, जिससे नगरपालिका के कार्यो का संचालन होता है, लेकिन विगत कई अरसो से नगरपालिका के राजस्व वसुली को लेकर गंभीरता नहीं दिखाए जाने के कारण आज करो की बकाया राशि करोड़ो में है.