कटंगी में कांग्रेसी केशर बिसेन ने दिखाई ताकत, कांग्रेसियों के निशाने पर रहे हीना और बोधसिंह, स्थानीय प्रत्याशी की मांग पर बुलंद हुई आवाज

बालाघाट. शुक्रवार को बायपास रोड़ पर मिश्रा लॉन में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कटंगी, तिरोड़ी और भौरगढ़ का संयुक्त कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें स्थानीय व्यक्ति को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने की मांग पुरजोर तरीके से उठी. जिसका कार्यकर्ताओं ने समर्थन किया. सम्मेलन में केशर बिसेन के गूंजते नारे ने साफ कर दिया कि क्षेत्रीय कांग्रेसी, कांग्रेस से तीन बार की जिला पंचायत सदस्य श्रीमती केशर बिसेन को प्रत्याशी बनाने की मांग कर रहे है, चूंकि वह स्थानीय होने के साथ ही लंबे समय से क्षेत्र में कांग्रेस के झंडे को बुलंद कर रही है.  चूंकि हाल ही में भाजपा के पूर्व सांसद बोधसिंह भगत की कांग्रेस में प्रवेश से क्षेत्र और राजनीतिक हल्को मंे यह खबर तेजी से वायरल हो रही है कि नवागत कांग्रेसी बोधसिंह भगत, टिकिट के आश्वासन पर ही कांग्रेस में प्रवेश किये है. हालांकि इसको बोधसिंह भगत, नकारते रहे है.  

जिनके कांग्रेस में प्रवेश की खबर के बाद से ही क्षेत्र के कांग्रेसियो में विरोध देखा जा रहा है और इसी विरोध के चलते बड़ी संख्या में क्षेत्रीय कांग्रेसी तीनो ही ब्लॉको से बड़ी संख्य में जुटे थे. वहीं तीनों ही ब्लॉक अध्यक्षों का साफ कहना है कि वह बोधसिंह भगत का कांग्रेस में स्वागत है लेकिन पहले उन्हें कांग्रेस की रीति-नीति से अवगत होने दीजिए. कांग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहले बोधसिंह भगत को समझ ले और बोधसिंह भगत कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से रूबरू हो जाए, इसके बाद ही पार्टी कोई फैसला ले. अन्यथा कांग्रेस को इसके परिणाम विधानसभा चुनाव में भुगतने पड़ सकते है. कार्यकर्ता सम्मेलन में करीब 3 हजार कार्यकर्ता और पदाधिकारी ने अपनी मौजूदगी से अपनी ताकत का एहसास करा दिया.

सर्वे के आधार पर पार्टी दे टिकिट-श्रीमती केशर बिसेन

कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य केसर बिसेन ने कहा कि मैंने कांग्रेस पार्टी के लिए 15 सालों से समर्पित होकर तन-मन-धन से काम किया. मैं आज केवल अपनी मेहनत का पार्टी से फल मांग रही हूं. 2010 से तीन बार जिला पंचायत क्षेत्र की जनता ने मुझे आशीर्वाद दिया. मुझे जनता से मिले आशीर्वाद को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुझे जिला पंचायत बालाघाट के अध्यक्ष के लिए मनोनित किया. जिसके बाद जो हालत बने, वह सभी जानते है, बावजूद इसके मुझ पर गद्दारी के आरोप लगे. जिस दर्द को भी हमने सहन किया और कांग्रेस के साथ कदम से कदम मिलाकर चले. कांग्रेस के कुछ लोगों ने ताने भी हमने सहन किये. कुछ लोग चुनौती देते है कि मुझे विधानसभा की टिकट नहीं मिलेगी लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि  मैंने अगर कुछ अच्छा किया होगा तो मुझे टिकट की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि टिकट निर्धारण करने वाली जनता जर्नादन है जो लोकतंत्र के इस महाकुंभ में टिकट देती है और वही जीताती है. इन 12 सालों में मुझ पर कोई आरोप नहीं लगा, लेकिन अब मेरे कॉलेज पर कार्यवाही करनी शुरू कर दी गई, ताकि मुझे परेशान किया जा सके.

उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र कटंगी-खैरलांजी में ऐसे कई गांव है जो मेरे क्षेत्र में नहीं थे लेकिन वहां भी विकास कार्य की दिशा में मैंने कार्य किया है. जिला पंचायत क्षेत्र के कोई भी गांव का सरपंच कह दें कि लाखों करोड़ों के विकास कार्य देने के बाद भी कोई कमीशन दिया हो. मेरी जितनी बुराई होगी मैं उतनी ही आगे बढ़ती जाऊंगी. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथजी ने ही कहा था कि सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर टिकट देगे, पैराशूट वाला प्रत्याशी नहीं चलेगा. प्रदेश नेतृत्व सर्वे के आधार पर टिकट दें. जिसका नाम आएगा हम उसका समर्थन करेंगे. मेरे साथ जनता जनार्दन है और मुझे संकेत मिला है कि मेरा नाम सर्वे में अच्छा है मुझे पार्टी के वरिष्ट नेता का फोन आया और उन्होंने तैयारी करने के लिए कहा है और मैं तैयारी कर रही हुं.  श्रीमती बिसेन ने नाम ना लेकर नवागत कांग्रेसी बोधसिंह भगत पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस में ऐसे व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जो कुछ दिन पहले तक कांग्रेस को गाली दे और अब अचानक से पार्टी को ज्वाइन कर ले तो उसे टिकट दी जाए. कांग्रेस के लिए जिसने काम किया है. उसे ही टिकट मिलनी चाहिए. क्षेत्र में मेरे अलावा और भी लोग है. जिन्होंने दावेदारी की है. उन्हें टिकट दी जाये लेकिन बाहर से आकर पार्टी ज्वाईन करने वाले व्यक्ति को अचानक से टिकट दी जाएगी तो कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगा.

जिसका डीएनए भाजपा का वह कांग्रेसी कैसे-जयरंजन बिन्झोड़े कांग्रेस पार्टी के अनुसूचित जनजाति के जिलाध्यक्ष जयरंजन बिंझोड़े ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दस दिन पहले तक बोधसिंह भगत कहते थे, कि मेरा डीएनए भाजपा का है. भाजपा ने स्वीकार नहीं किया तो वह कांग्रेस में आ गए है. उन्होंने विधायक हिना कावरे पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उन्होंने पूर्व सांसद बोधसिंह भगत की पैराशूट से कांग्रेस में एंट्री करवाई है. हिना कावरे ने कांग्रेस के किस कार्यकर्ता की सहमति ली वह बताएं. नवागत कांग्रेसीस बोधसिंह भगत का कांग्रेस में स्वागत है. कांग्रेस के लिए समर्पण होना पार्टी का मूलमंत्र है, जो दो दिन पहले आया उसे कैसे स्वीकार किया जा सकता है. जो व्यक्ति किसी कांग्रेसी के सुख-दुख में शामिल नहीं रहा हो ऐसे व्यक्ति से ज्यादा वह  स्थानीय जरूरी है, जिसने सुख-दुख में कांग्रेसियों का साथ दिया है ऐसे व्यक्ति को ही कांग्रेस को उम्मीदवार बनाना पड़ेगा. बोधसिंह भगत कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को नहीं जानते. कांग्रेस किसी जाति और धर्म की पार्टी नहीं है लेकिन बोधसिंह भगत ने 1993 में कांग्रेस की टिकिट पर चुनाव लड़ रहे श्रावण डोंगरे की जाति का जिक्र करते हुए कांग्रेस के अनुसूचित जाति वर्ग के उम्मीदवार को हराने के लिए खुले मंच से ऐलान किया था और उस चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था.

दिल्ली और भोपाल के एसी के कमरों से तय नहीं होगा कटंगी का भविष्य- आशुतोष बिसेन

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश असंगठित कामगार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष बिसेन ने कहा कि इस मंच पर पूर्व सांसद विश्वेश्वर भगत आए उन्होंने आपकी भावनाओं की क्रद की वह निश्चित तौर पर कमलनाथ तक इस बात को पहुंचाएंगे कि कार्यकर्ताओं की क्या भावनाएं है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुझसे कहा था कि चुनाव लड़ लेकिन मैंने साफ मना करते हुए कहा था कि कांग्रेस के किसी भी दावेदार को टिकट दे दीजिए. पूर्व सांसद बोधसिंह भगत ने जैसा दावा कि उनके साथ भाजपा छोड़कर कांग्रेस में कई लोग ज्वाइन किए लेकिन चर्चा है कि कुछ लोगों के नाम झूठे बताए जा रहे है. कांग्रेस, कटंगी में किसी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को टिकट दे, हम वरिष्ठ नेताओ को विश्वास दिलाते है कि हम उसे जीताकर लाएंगे. दिल्ली और भोपाल के एसी कमरों में बैठकर कटंगी का फैसला नहीं किया जा सकता. कटंगी में कौन कांग्रेस का प्रत्याशी होगा, यह फैसला कटंगी-खैरलांजी विधानसभा की जनता करेगी.

इनकी रही उपस्थिति

कटंगी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व सांसद विश्वेश्वर भगत, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कटंगी अध्यक्ष महेन्द्र बाहेश्वर, तिरोड़ी अध्यक्ष महेन्द्र सिंह चौहान, भौरगढ़ अध्यक्ष विनय जायसवाल, जनपद उपाध्यक्ष भानु पटले, अशोक कारसर्पे, जनपद सदस्य चमन डोंगरवार, जिलाध्यक्ष एनएसयूआई सागर कटौते, महिला कांग्रेस अध्यक्ष भौरगढ़ खिलेश्वरी बिसेन, महिला कांग्रेस कटंगी अध्यक्ष सुनीता सोनवाने, महिला कांग्रेस अध्यक्ष तिरोड़ी उर्मिला गहाने, मेनसिंह पारधी, नोकेन्द्र सिंगनदुपे, होशीलाल बिसेन, नितीन कुभरे, घनश्याम कुंजाम, उमाकांत गौतम, नवीन चौकसे, अययुब भाई, देवराज पन्द्रे, रूपेन्द्र क्षीरसागर, सुरेश वानखेड़े, पुरूषोत्तम धुवाने, भानुसिंह पन्द्रे, महेश बोरकर, जयेश देशमुख, दीपक देशमुख, देवेन्द्र बारेवार, शरद पाण्डे, विश्वेश्वर पटले सहित कांग्रेस के तमाम विंग के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे.  


Web Title : IN KATANGI, CONGRESS LEADER KESHAR BISEN SHOWED STRENGTH, HEENA AND BODH SINGH WERE TARGETED BY CONGRESSMEN, RAISING THEIR VOICE ON THE DEMAND OF A LOCAL CANDIDATE.