बरसात आते ही बढ़ने लगी सर्पदंश की घटनायें,सर्पदंश से दो महिलाओं को कराया गया भर्ती

बालाघाट. प्रतिवर्ष बरसात आते ही सर्पदंश की घटनायें बढ़ जाती है, चूंकि बिलों में बरसात का पानी प्रवेश कर जाने से जहरीले जीव-जंतु बाहर आ जाते है. जिले में अक्सर, बरसात के दौरान सर्पदंश की घटनाओं से कई लोग, असमय काल-कवलित हो जाते है, जिसमें ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा होती है, जो सर्पदंश की घटनाओं के बाद सीधे अस्पताल ना आकर सर्पीबारी या झाड़फूंक में लगे रहते है और जब सर्पदंश का प्रभाव शरीर पर बढ़ जाता है, तब वह अस्पताल पहुंचते है, जब तक काफी देर हो चुकी होती है, जबकि सर्पदंश की घटनाओं से लोगों को बचाने के लिए प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर स्वास्थ्य केन्द्र में एंटी स्नेक वेनम रखा गया है, जहां सर्पदंश से पीड़ित के पहुंचने पर उसे दिया जाता है, बावजूद इसके लोग सर्पीबारी या झाड़फूंक में ही विश्वास करते है और जान को जोखिम में डालते है.

रविवार को सर्पदंश से पीड़ित अलग-अलग स्थानों की दो महिलाओं को उपचारार्थ जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है.  मिली जानकारी अनुसार रामपायली थाना अंतर्गत ग्राम सतोना के चिचगांव निवासी 35 वर्षीय भागनबाई पति विजय बाहेश्वर को उस वक्त सांप ने काट लिया, जब वह गढ्ढे से पानी निकाल रही थी. घटना गत दिवस शाम की है, घटना के बाद देवर विनोद बाहेश्वर ने उसे उपचारार्थ जिला चिकित्सालय में लाकर भर्ती कराया.  जबकि दूसरी घटना ग्रामीण थाना अंतर्गत नैतरा की है, जहां 55 वर्षीय भागवती पति साहेबलाल पिछोड़े, गत दिवस दोपहर 2 बजे खेती का काम करने खेत गई थी, जहां से शाम को लौटते समय उसकी पैर की उंगली में सांप ने काट दिया. जिसे परिजन द्वारा मोटर सायकिल से लाकर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है.


Web Title : INCIDENTS OF SNAKEBITES STARTED INCREASING AS SOON AS THE RAIN CAME, TWO WOMEN WERE ADMITTED TO SNAKEBITES.